नई दिल्ली: केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री श्रीमती स्मृति ईरानी ने मंगलवार को नई दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में शैक्षणिक संस्थाओं के लिए राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिग रूपरेखा ( एनआईआरएफ) की शुरूआत की। इस अवसर पर श्रीमती ईरानी ने कहा कि इससे अभिभावको, छात्रों,शिक्षकों, शैक्षणिक संस्थाओं और अन्य भागीदारको को वस्तुगत मानदंड और पारदर्शी प्रकिया के आधार पर संस्थाओं को वरीयता देने की आवश्यकता को पूरा किया जा सकेगा। शिक्षा क्षेत्र के विशेषज्ञों और संस्थाओं के प्रमुखों द्वारा विकसित यह पोर्टल और रूपरेखा वर्तमान में इंजीनियरिंग और प्रबंधन संस्थाओं के लिए उपलब्ध है। अगले एक माह में विश्वविद्यालयों के साथ-साथ वास्तुकला और नियोजन संस्थाओं के लिए भी प्रक्रिया, मापदंड और वरीयता की प्रक्रिया आनलॉइन उपलब्ध होगी।
समारोह को संबोधित करते हुए श्रीमती स्मृति ईरानी ने कहा कि राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग रूपरेखा में भारतीय दृष्टिकोण का अनुकरण किया गया है जिसमें भारत पर केंद्रित मापदंड जैसे विविधता और विस्तृत के साथ शिक्षण अध्ययन और अनुसंधान में श्रेष्ठता पर ध्यान दिया गया है। इंजीनियरिंग और प्रबंधन संस्थाओं के लिए उपलब्ध इस रूपरेखा को आगामी चार सप्ताह में वास्तुकला, औषध विज्ञान और मानविकी के साथ-साथ विश्वविद्यालयों के लिए उपलब्ध कराया जाएगा।
एनआईआरएफ अंग्रेजी के अतिरिक्त अन्य भाषाओं में कार्य कर रही और हाल में श्रेष्ठ प्रदर्शन कर रही संस्थाओं के लिए वरीयता में एक समान अवसर सुगम करेगा। एनआईआरएफ प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा निर्धारित की गई एक आवश्यकता और परिणामस्वरूप राष्ट्रीय वरीयता रूपरेखा को तैयार करने में प्राप्त सुझावों का परिणाम है। श्रीमती ईरानी ने इस चुनौतीपूर्ण कार्य में कार्यरत विशेषज्ञों के दल की प्रशंसा करते हुए इस लक्ष्य को एक वर्ष के भीतर मानव संसाधन मंत्रालय द्वारा प्राप्त करने पर संतोष व्यक्त किया। उन्होनें कहा कि यह देश में उच्च शिक्षा के क्षेत्र में जवाबदेही तय करने में एक ओर कदम तय करने के समान है।