नई दिल्ली: शिक्षकों और माता-पिता की मदद से घर पर शैक्षिक गतिविधियों के माध्यम से कोविड-19 के कारण घर पर रहने के दौरान छात्र-छात्राओं को सार्थक ढंग से जोड़ने के लिए प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्तर पर छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों के लिए मानव संसाधन विकास मंत्रालय (एमएचआरडी) के मार्गदर्शन में एनसीईआरटी द्वारा वैकल्पिक शैक्षणिक कैलेंडर विकसित किए गए हैं। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री श्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने आज नई दिल्ली में प्राथमिक स्तर के लिए 8 सप्ताह का वैकल्पिक शैक्षणिक कैलेंडर जारी किया। इससे पहले प्राथमिक कक्षाओं के लिए चार सप्ताह का वैकल्पिक शैक्षणिक कैलेंडर अप्रैल 2020 में श्री पोखरियाल द्वारा जारी किया गया था।
इस अवसर पर बोलते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मज़ेदार और दिलचस्प ढंग से शिक्षा प्रदान करने के लिए ये कैलेंडर शिक्षकों को विभिन्न तकनीकी साधनों और सोशल मीडिया टूल्स का उपयोग करने के लिए दिशा-निर्देश प्रदान करता है, जिनका उपयोग छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों द्वारा घर पर रहते हुए भी किया जा सकता है। हालांकि, मोबाइल, रेडियो, टेलीविजन, एसएमएस और अलग-अलग सोशल मीडिया जैसे इस प्रकार के उपकरणों तक पहुंच के विभिन्न स्तरों को भी इस बाबत ध्यान में रखा गया है। चूंकि हममें से कई लोगों के पास मोबाइल में इंटरनेट की सुविधा नहीं है, या वॉट्सएप, फेसबुक, ट्विटर, गूगल आदि अलग-अलग सोशल मीडिया उपकरणों का उपयोग करने में सक्षम न हों, ऐसे में ये कैलेंडर शिक्षकों का मार्गदर्शन करता है कि वे माता-पिता और छात्रों को मोबाइल फोन पर एसएमएस या वॉयस कॉल के जरिए आगे बताएं। माता-पिता से उम्मीद की जा रही है कि वे इस कैलेंडर को लागू करने के लिए प्राथमिक स्तर के छात्रों की मदद करेंगे।
श्री निशंक ने आगे कहा कि ये कैलेंडर दिव्यांग बच्चों (विशेष आवश्यकता वाले बच्चों) सहित सभी बच्चों की आवश्यकता को पूरा करता है। इसमें ऑडियो पुस्तकें, रेडियो कार्यक्रम और वीडियो कार्यक्रमों के लिंक दिए गए हैं।
उन्होंने कहा कि इस कैलेंडर में सप्ताह वार योजना दी हुई है जिसमें दिलचस्प और चुनौतीपूर्ण गतिविधियां शामिल हैं, जिसमें पाठ्यक्रम या पाठ्यपुस्तक से लिए गए विषय/अध्याय का संदर्भ दिया गया है। सबसे महत्वपूर्ण बात ये है कि ये सीखने के नतीजों वाली थीम का ख़ाका बनाता है। सीखने के नतीजों के साथ इनकी थीम की मैपिंग का उद्देश्य बच्चों के सीखने में प्रगति का आकलन करने के लिए शिक्षकों/अभिभावकों को सुविधा प्रदान करना है और पाठ्यपुस्तकों से भी परे जाना है। कैलेंडर में दी गई ये गतिविधियां सीखने के नतीजों पर ध्यान केंद्रित करती हैं और इसलिए किसी भी संसाधन के माध्यम से इसे प्राप्त किया जा सकता है जिसमें वो पाठ्यपुस्तकें भी शामिल हैं जिनका इस्तेमाल बच्चे अपने राज्य या केन्द्र शासित प्रदेशों में कर रहे हैं।
इसमें कला शिक्षा, शारीरिक व्यायाम, योग, पूर्व-व्यावसायिक कौशल आदि जैसी अनुभवात्मक शिक्षण गतिविधियों को भी शामिल किया गया है। इस कैलेंडर में सारणीबद्ध रूप में कक्षा-वार और विषय-वार गतिविधियां दी गई हैं। इस कैलेंडर में विषय क्षेत्रों के रूप में चार भाषाओं से संबंधित गतिविधियां शामिल हैं – हिंदी अंग्रेजी, उर्दू और संस्कृत। ये कैलेंडर शिक्षकों, छात्रों और अभिभावकों के बीच तनाव और चिंता को कम करने की रणनीतियों को भी जगह देता है। इस कैलेंडर में भारत सरकार के दीक्षा पोर्टल, एनआरओईआर और ई-पाठशाला पर उपलब्ध अध्याय-वार ई-सामग्री के लिंक भी दिए गए हैं।
इसमें दी गई सभी गतिविधियां अपने मिजाज में सुझाने वाली हैं, न कि आदेश देने वाली हैं और न ही उनमें अनुक्रम अनिवार्य है। शिक्षक और माता-पिता चाहें तो गतिविधियों का संदर्भ देना चुन सकते हैं और वो बिना अनुक्रम की परवाह किए ऐसी गतिविधियां कर सकते हैं जिनमें छात्र रुचि दिखाता है।
एनसीईआरटी ने इस सिलसिले में टीवी चैनल स्वयम प्रभा (किशोर मंच) (फ्री डीटीएच चैनल 128, डिश टीवी चैनल # 950, सनडायरेक्ट # 793, जियो टीवी, टाटास्काय # 756, एयरटेल चैनल # 440, वीडियोकॉन चैनल # 477 के माध्यम से उपलब्ध), किशोर मंच ऐप (प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है) और यूट्यूब लाइव (एनसीईआरटी के आधिकारिक चैनल से) के माध्यम से छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों के साथ लाइव इंटरेक्टिव सत्र शुरू कर दिए हैं। रोज़ सोमवार से शनिवार को इन सत्रों का प्रसारण माध्यमिक के लिए सुबह 9:00 बजे से 10:30 बजे तक, प्राथमिक कक्षाओं के लिए सुबह 10:30 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक, उच्च प्राथमिक कक्षाओं के लिए दोपहर 12:00 बजे से दोपहर 1:30 बजे और उच्च माध्यमिक कक्षाओं के लिए दोपहर 2:30 बजे से शाम 4 बजे तक किया जाता है। दर्शक के साथ बातचीत करने के अलावा, इन लाइव सत्रों में विषय पढ़ाने के साथ-साथ व्यावहारिक रूप से गतिविधियां भी प्रदर्शित की जाती हैं।
इस कैलेंडर को एससीईआरटी/एसआईई, शिक्षा निदेशालय, केंद्रीय विद्यालय संगठन, नवोदय विद्यालय समिति, सीबीएसई, राज्य स्कूल शिक्षा बोर्ड आदि के साथ साझा किया गया है। इस शैक्षणिक कैलेंडर के कार्यान्वयन पर सभी एससीईआरटी के साथ एक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग भी आयोजित की जा चुकी है।
कोविड-19 से निपटने के लिए ऑनलाइन पढ़ाने-पढ़ने के संसाधनों का उपयोग करने और सीखने के नतीजों की प्राप्ति के लिए सकारात्मक तरीके खोजने में ये हमारे छात्रों, शिक्षकों, स्कूल प्रिंसिपलों और अभिभावकों को सशक्त करेगा।
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