केन्द्रीय श्रम एवं रोजगार, वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री भूपेंदर यादव ने आज हरियाणा के मानेसर में कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ईएसआईसी) के 500 बिस्तरों वाले अस्पताल की आधारशिला रखी। केन्द्रीय श्रम एवं रोजगार राज्य मंत्री श्री रामेश्वर तेली, हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल और उपमुख्यमंत्री श्री दुष्यंत चौटाला सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।
इस अवसर परश्री भूपेंदर यादव ने कहा कि श्रम एवं रोजगार मंत्रालय प्रधानमंत्री द्वारा प्राथमिकता के आधार पर गरीबों की सेवा करने के दृष्टिकोण का पालन करते हुए ईएसआईसी के अंतर्गत नए औषधालय या अस्पताल स्थापित करने के लिए दूरी और बीमित व्यक्तियों की संख्या के आधार पर पुनर्विचार करेगा। इसके अलावा, उन्होंने केंद्र और राज्य समर्थित ईएसआईसी अस्पतालों और औषधालयों के डॉक्टरों के लिए समान वेतनमान की नीति अपनाने की भी घोषणा की। ईएसआईसी अस्पतालों में नर्सिंग स्टाफ की जरूरत को ध्यान में रखते हुए श्रम मंत्री महोदय ने मानेसर में नर्सिंग कॉलेज खोलने की घोषणा की। हरियाणा के मुख्यमंत्री ने इस नर्सिंग कॉलेज के लिए 5 एकड़ जमीन उपलब्ध कराने की प्रतिबद्धता के साथ इस घोषणा का स्वागत किया।
श्री भूपेंदर यादव ने बताया कि अलवर में ईएसआईसी के अंतर्गत एक और चिकित्सा महाविद्यालय की स्थापना की जाएगी। मंत्री महोदय ने बताया कि ईएसआईसी अस्पताल नौकरी या पेशे से पैदा होने वाली बीमारियों के उपचार के लिए तैयार होंगे। श्रम मंत्री ने कहा कि ईएसआईसी अस्पतालों में 40 वर्ष से अधिक आयु के बीमित व्यक्तियों की चरणबद्ध तरीके से चिकित्सा जांच की जाएगी। श्री यादव ने बताया कि विश्व योग दिवस के उपलक्ष्य में जून माह में देश भर में ईएसआईसी के औषधालय और अस्पताल योग शिविरों का आयोजन करेंगे। श्री यादव ने कहा कि कामगारों के लिए बीमा सुनिश्चित करने के लिए 4 महीने के भीतर 25 करोड़ ई-श्रम कार्ड बनाए गए हैं। उन्होंने बताया कि माननीय प्रधानमंत्री के निर्देश पर प्रवासी और घरेलू कामगारों की स्थिति का आकलन करने के लिए उनका सर्वेक्षण शुरू किया गया है।
अस्पताल का निर्माण 8 एकड़ क्षेत्र में 500 करोड़ रुपये की लागत से किया जाएगा। इस अस्पताल के माध्यम से गुरुग्राम और पड़ोसी जिलों महेंद्रगढ़, नूंह तथा रेवाड़ी के लगभग छह लाख श्रमिकों को उपचार की सुविधा मिलेगी। इस अस्पताल में आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत कामगारों और अन्य नागरिकों का भी उपचार होगा। इस ईएसआईसी अस्पताल में आपातकालीन, ओपीडी, आईसीयू, स्त्री रोग, बाल रोग, हड्डी रोग और कैंसर के उपचार की सुविधा होगी। अस्पताल में ब्लड बैंक भी स्थापित किया जाएगा।
श्री यादव ने मानेसर ईएसआईसी अस्पताल का डिजाइन तैयार करने के लिए आर्किटेक्चर के छात्रों के लिए एक खुली प्रतियोगिता की घोषणा की। उन्होंने प्रथम पुरस्कार के लिए 2 लाख रुपये, द्वितीय पुरस्कार के लिए 1.5 लाख रुपये और तृतीय पुरस्कार के लिए 1 लाख रुपये के नकद पुरस्कार की भी घोषणा की। कार्यक्रम में कोरोना बीमारी से मरने वाले व्यक्तियों के परिजनों को स्वीकृति पत्र, ई-श्रम कार्ड, ईडीएलआई योजना के अंतर्गत भुगतान का भी वितरण किया गया।