केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने आज यहां कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा लाये गये नये सुधार युवा कृषि उद्यमियों को बढ़ावा देने के साथ-साथ उन्हें खेती के क्षेत्र में करियर बनाने के लिए प्रोत्साहित भी करेंगे।
डोडा और किश्वर जिले के किसानों, सरपंचों और स्थानीय कार्यकर्ताओं के साथ बातचीत के दौरानडॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा किनये कृषि सुधार व्यापक भविष्यवादी दृष्टिकोण से लैस हैं और इनका लक्ष्य आज के युवा शिक्षित किसानों को अपनी उद्यमिता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से अपने विकल्पों और तकनीकी ज्ञान सर्वश्रेष्ठ का इस्तेमाल करने में सक्षम बनाना है।
उन्होंने कहा कि हर गुजरते दिन के साथ जैसे-जैसे नए सुधारों का लाभ लोगों को महसूस होने लगेगा, गैर-कृषि परिवारों के कई युवा भी कृषि के क्षेत्र में स्टार्ट-अप के रूप में अपना करियर तलाशना शुरू कर देंगे। डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि एपीएमसी केन्द्रों के माध्यम से फसलों को बेचने की पुरानी व्यवस्था की प्रासंगिकता भले ही लगभग 50 साल पहले तक थी, लेकिन अब समय बदल गया है, बाजार खुल गए हैं और वहां तक पहुंच अपेक्षाकृत आसान हो गई है। आज के युवा अच्छी तरह से जुड़े हुए हैं, सूचनाओं से अच्छी तरह लैस हैं और उनमें पहुंचने की क्षमता है। इस लिहाज से, ये नये सुधार वर्तमान समय की जरूरतों के अनुरूप हैं।
इस बातचीत में भाग लेने वाले सभी युवा किसानों और स्थानीय पंचायत प्रतिनिधियों ने एक स्वर में और एकमत से मोदी सरकार द्वारा लाये गये नये विधानों का स्वागत किया। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि इन विधानों के खिलाफ विरोध प्रदर्शनों को उन बिचौलियों द्वारा प्रबंधित और प्रायोजित किया जा रहा है, जिन्हें यह लगता है कि आने वाले समय में उनके निहित स्वार्थों की पूर्ति नहीं हो पायेगी।
इस कार्यक्रम में भाग लेने वाले स्थानीय कार्यकर्ताओं ने कहा कि वे किसानों को गुमराह करने वाले निहित स्वार्थी तत्वों के कुटील चालों को परास्त करने के लिए प्रत्येक किसान तक पहुंचेंगे।