नई दिल्ली: केंद्रीय पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास (डोनर) राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), प्रधानमंत्री कार्यालय, कार्मिक, लोक शिकायत, पेंशन, परमाणु ऊर्जा एवं अंतरिक्ष राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने आज आईएएस/सिविल सेवा परीक्षा 2019, जिसके परिणाम हाल ही में घोषित हुए हैं, ने अखिल भारतीय स्तर पर सर्वोच्च स्थान हासिल करने वालों को सम्मानित किया। इनमें अखिल भारतीय स्तर पर प्रथम स्थान पाने वाले तथा हरियाणा के रहने वाले प्रदीप कुमार, दिल्ली के रहने वाले और दूसरा स्थान हासिल करने वाले जतिन किशोर तथा उत्तर प्रदेश की रहने वाली तथा अखिल भारतीय स्तर पर तृतीय स्थान पाने वाली प्रतिभा वर्मा शामिल थी।
परस्पर बातचीत के दौरान, डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि पिछले लगभग पांच वर्षों से उन्होंने कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग (डीओपीटी) में अखिल भारतीय स्तर पर सर्वोच्च स्थान हासिल करने वालों को नार्थ ब्लॉक में डीओपीटी के मुख्यालय में व्यक्तिगत रूप से आमंत्रित करने और प्रशंसा पत्र की प्रस्तुति के साथ उन्हें सम्मानित करने की नई परंपरा शुरु की है। तथापि, इस वर्ष यह समारोह महामारी की विवशताओं के कारण उस प्रारूप में आयोजित नहीं किया जा सका और इसलिए देश के विभिन्न हिस्सों में स्थित अखिल भारतीय स्तर पर सर्वोच्च स्थान हासिल करने वाले छात्रों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस आयोजित किया जा रहा है।
डॉ. जितेंद्र सिंह ने महामारी की समस्त अवधि के दौरान एक दिन के लिए भी आधिकारिक कार्य को प्रभावित न होने देने के द्वारा मोदी सरकार की अपेक्षाओं पर खरे उतरने के लिए डीओपीटी की सराहना की। उन्होंने कहा कि आज जिस समारोह का आयोजन किया जा रहा है, यह भी उसी का दुहराव है।
शीर्ष स्थान हासिल करने वालों के साथ अनौपचारिक बातचीत के दौरान डॉ. जितेंद्र सिंह ने उनके उनके परिवार के बारे में तथा भविष्य की उनकी आकांक्षाओं के बारे में पूछा। उन्होंने कहा कि वे इन सेवाओं में स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद के इतिहास के सबसे अच्छे दौर में प्रवेश कर रहे हैं, जब प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत आगे की ओर अग्रसर है और बहुत जल्द विश्व का एक अग्रिम पंक्ति का देश बन जाएगा। उन्होंने कहा कि उस दृष्टिकोण से युवा अधिकारियों को, जिन्हें 30 से 35 वर्ष की तक सेवा करनी है, उन्हें मोदी के नवीन भारत के निर्माण में योगदान देने का सौभाग्य प्राप्त होगा।
डॉ. जितेंद्र सिंह ने पिछले छह वर्षों के दौरान युवा प्रशिक्षुओं तथा आईएएस अधिकारियों के लिए किए गए कुछ पथप्रदर्शक सुधारों का भी स्मरण किया। उन्होंने कहा कि इनमें आवंटित संवर्ग में पदनियुक्त होने के लिए संबंधित राज्य या केंद्र शासित प्रदेश को सौंपे जाने से पहले केंद्र सरकार में 3 महीनों के संरक्षण की कार्यावधि लागू करना शामिल है।
डॉ. जितेंद्र सिंह ने उन जनसांख्यकीय बदलावों को भी नोट किया जो पिछले कुछ वर्षों के दौरान शीर्ष स्थान पाने वालों की प्रोफाइल में आया है। उन्होंने कहा कि अभी कुछ दशक पहले तक भारत के केवल कुछ ही राज्यों से ही हर बार बच्चे शीर्ष स्थान पाया करते थे जबकि आज हरियाणा, पंजाब और जम्मू तथा कश्मीर के केंद्र शासित प्रदेश से भी टॉपर आ रहे हैं जो कि अपेक्षाकृत एक नई अवधारणा है। उन्होंने कहा कि इसी प्रकार वास्तव में प्रत्येक वर्ष पहले तीन शीर्ष स्थान पाने वालों में एक या एक से अधिक महिला प्रत्याशी जरुर होती है।
डॉ. जितेंद्र सिंह ने इस वर्ष प्रथम 25 शीर्ष स्थान प्राप्त करने वालों में 12 इंजीनियरों की उपस्थिति पर भी गौर किया जिसे लेकर उन्होंने उम्मीद जताई कि यह मोदी सरकार द्वारा लागू विभिन्न विशिष्ट योजनाओं एवं कार्यक्रमों को आगे बढ़ाने के लिए उन्हें सौंपे गए दायित्वों में मूल्यवर्धन करेगा।
सिविल सेवा परीक्षा 2019 में शीर्ष स्थान पाने वालों का स्वागत करते हुए कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग के सचिव डॉ. सी. चंद्रमौलि ने सभी 20 शीर्ष स्थान पाने वालों को बधाई दी और उनके स्वर्णिम भविष्य की कामना की। उन्होंने सभी प्रत्याशियों को सुझाव दिया कि उन्हें यह याद रखना चाहिए कि उन्होंने समाज की सेवा करने एवं राष्ट्र के विकास के लिए सिविल सेवा को अपना विकल्प चुना है क्योंकि केवल यही सेवा विविध क्षेत्रों में काम करने के लिए अनगिनत अवसर उपलब्ध कराती है। उन्होंने कहा कि इसलिए प्रत्याशियों को उत्कृष्टता हासिल करने के लिए सर्वश्रेष्ट तरीके से प्रयास करना चाहिए।
सिविल सेवा परीक्षा 2019 में 20 शीर्ष स्थान पाने वाले सभी प्रत्याशी ऑनलाइन वीडियो कान्फ्रेंस के जरिये सम्मान कार्यक्रम में शामिल हुए।
कार्यक्रम में विभाग के सभी वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया। कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग के अपर सचिव श्री लोक रंजन ने धन्यवाद ज्ञापन किया।