केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने आज कहा कि निर्वाचित प्रतिनिधियों को केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में टीकाकरण अभियान को जन-उपयोगी तरीके से आगे बढ़ाना चाहिए। जम्मू और श्रीनगर नगर निगमों के मेयरों, डिप्टी मेयरों, स्वच्छ भारत मिशन और स्वास्थ्य एवं स्वच्छता विभागों केप्रमुखों के साथ हुई विस्तृत बातचीत में उन्होंने कहा कि दोनों नगर निगमों को ज्यादा से ज्यादा सामुदायिक भागीदारी प्राप्त करते हुए टीकाकरण अभियान को सक्रिय रूप से आगे बढ़ाना चाहिए।
डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि कल राज्य और जिला अधिकारियों के साथ हुई बातचीत में, प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने इस बात पर बल दिया कि कोविड-19 वैक्सीन की आपूर्ति को बड़े पैमाने पर लाने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं और स्वास्थ्य मंत्रालय इसे सुचारू रूप से करने में लगा हुआ है। सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को अगले 15 दिनों का शेड्यूल प्रदान किया जाएगा, जिससे वे प्रत्येक जिले में टीकाकरण अभियान को प्राथमिकता दे सकें।
निर्वाचित प्रतिनिधियों से टीकाकरण कार्यक्रम को जन-आंदोलन बनाने का आह्वान करते हुए, डॉ जितेंद्र सिंह ने नगर निगमों के सहयोग से विशेष शिविरों का निर्माण करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने इस बात पर भी बल दिया कि चिकित्सा और प्रशासनिक उपायों की तरह कोविड का सामुदायिक प्रबंधन भी उतना ही महत्वपूर्ण है। उन्होंने सामुदायिक नेताओं से आवश्यक दवाओं और ऑक्सीजन की अनावश्यक जमाखोरी के संदर्भ में जागरूकता उत्पन्न करने का आह्वान किया।
डॉ. जितेंद्र सिंह ने निर्वाचित प्रतिनिधियों से आम लोगों के बीच विश्वास बहाल करने वाले उपायों को करने के लिए कहा और दोहराया कि इस महामारी से लड़ने का मुख्य मंत्र “सावधानी, घबराहट नहीं” है। उन्होंने निर्वाचित प्रतिनिधियों से कोविड प्रोटोकॉल और कोविड को हराने के लिए शीघ्र टीकाकरण की आवश्यकता के बारे में विशेष जागरूकता अभियान चलाने का भी आग्रह किया, विशेष रूप से दूर-दराज और सुदूर इलाकों में। मंत्री ने कहा किलोगों को इस बात से भी अवगत कराया जाना चाहिए कि केंद्र सरकार की आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत कोविड का इलाज बहुत हद तक कवर किया जाता है।
डॉ जितेंद्र सिंह ने कहा कि वे केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय, उपराज्यपाल और जम्मू-कश्मीर के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ लगातार संपर्क में हैं और केंद्र शासित प्रदेश में कोविड अवसंरचना और समर्थन को बढ़ावा देने के लिए सभी प्रकार के उपाय कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जम्मू और श्रीनगर डीआरडीओ कोविड केयर सेंटरों के अलावा, चेनानी, राजौरी और अन्य क्षेत्रों में भी इस प्रकार के और केंद्र खोलने के प्रयास किए जा रहे हैं। मंत्री ने कहा कि आपदा प्रबंधन अधिनियम के अंतर्गत कोविड केयर के लिए कुछ दिनों में निजी अस्पतालों को भी कुछ बेड निर्धारित करने के लिए शामिल किया जाएगा।
टेलीमेडिसिन सुविधा की आवश्यकता पर बल देते हुए, डॉ जितेंद्र सिंह ने कहा कि घर में रहकर मुफ्त परामर्श प्राप्त करने के लिए इस सुविधा को बड़े पैमाने पर पुनर्जीवित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि शिफ्ट के आधार पर रोगियों को टेली-परामर्श देने के लिए पूरे भारत में मान्यता प्राप्त डॉक्टरों के पैनल के लिए दिशानिर्देश पहले से ही मौजूद हैं। उन्होंने जीएमसी, जम्मू और श्रीनगर में रोगियों के अंधाधुंध रेफरल के प्रचलन को अस्वीकार करते हुए इस बात पर बल दिया कि हल्के और अलक्षणी रोगी प्रोटोकॉल प्रिस्क्रिप्शन का पालन कर सकते हैं और होम आइसोलेशन में रहकर खुद इलाज कर सकते हैं।
गौरतलब है कि डॉ. जितेंद्र सिंह ने कल जम्मू और श्रीनगर के दो राजधानी शहरों के लिए कोविड संबंधित सामग्रियों की अलग-अलग खेप भेजी थी, जिसमें फेस मास्क, सैनिटाइजर और अन्य सहायक सामग्रियों से युक्त अलग-अलग किट को भेजा गया था। उनके द्वारा पूर्व में उपलब्ध करायी गई कोविड संबंधित सामग्रियों की खेप उनके लोकसभा क्षेत्र ऊधमपुर-कठुआ-डोडा के सभी छह जिलों में भेजी गई थी।