नई दिल्ली: केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री श्रीमती स्मृति ईरानी की अध्यक्षता में आज यहां केंद्रीय शिक्षा सलाहकार बोर्ड की 63वीं बैठक आयोजित हुई। अपने उद्घाटन भाषण में मानव संसाधन विकास मंत्री ने शिक्षकों और अध्यापन से संबंधित पंडित मदन मोहन मालवीय राष्ट्रीय मिशन (पीएमएमएमएनएमटीटी), स्वयम (प्रेरित युवाओं के लिए सक्रिय शिक्षण की अध्ययन वेबसाइटें), ग्लोबल इनिसिएटिव ऑफ एकेडेमिक नेटवर्क्स जैसे नए और मौजूदा पहलों के माध्यम से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को बढ़ावा देने में मंत्रालय की उपलब्धियों के बारे में चर्चा की।
उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में सुधार लाने में उनके महत्व और उत्प्रेरक भूमिका पर जोर दिया और उनके कार्यान्वयन में राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के सहयोग और उनकी सक्रिय भागीदारी की मांग की।
श्रीमती ईरानी ने 29 वर्ष के बाद एक ऐसी नई शिक्षा नीति तैयार किए जाने के उद्देश्य से परामर्शी और समावेशी प्रक्रिया पर जोर दिया, जो व्यापक बदलाव के परिदृश्य और आकांक्षाओं के साथ तालमेल रखती हो और देश तथा अर्थव्यवस्था की आवश्यकताओं के अनुसार हो।
इस बैठक में केंद्रीय महिला और बाल विकास मंत्री श्रीमती मेनका संजय गांधी, केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री श्री जे.पी. नड्डा और मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री श्री आर.एस. कठेरिया ने भाग लिया।
बैठक में 19 राज्यों के शिक्षा मंत्रियों, 29 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के प्रतिनिधियों, सीएबीई के सदस्यों, स्वायत्त संगठनों के प्रमुखों, विश्वविद्यालयों के कुलपतियों वरिष्ठ शिक्षाविदों ने भाग लिया। उच्चशिक्षा विभाग में सचिव और सीएबीई के सदस्य सचिव श्री वी.एस. ओबेराय, विद्यालय शिक्षा साक्षरता विभाग में सचिव डॉ. सुभाष सी. खूंटिया, भी केंद्र और राज्य सरकारों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ-साथ उपस्थित थे।