केन्द्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री श्री नारायण राणे ने आज सिंधुदुर्ग में आयोजित दो-दिवसीय एमएसएमई सम्मेलन में यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के यूनियन एमएसएमई रुपे क्रेडिट कार्ड का शुभारंभ किया। यह कार्ड यूनियन बैंक ऑफ इंडिया द्वारा नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) के सहयोग से पेश किया जा रहा है। यह कार्ड सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) को उनके व्यवसाय से संबंधित परिचालन खर्चों को पूरा करने के लिए एक सरलीकृत भुगतान प्रणाली प्रदान करता है।
यह रुपे कार्ड किसी भी समय डिजिटल भुगतान, ब्याज मुक्त अवधि जैसे लाभ प्रदान करता है और ऋण के एवज में ली जाने वाली ब्याज दर के समान ही ब्याज दर वहन करेगा। सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) से जुड़े उधार लेने वाले अपने व्यावसायिक खर्च पर 50 दिनों तक की ब्याज-मुक्त क्रेडिट अवधि का लाभ ले सकेंगे। यह कार्ड ग्राहकों को उनके व्यवसाय से संबंधित खरीदारी पर ईएमआई की सुविधा भी प्रदान करता है। सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) को इस कार्ड पर विशेष रूप से तैयार कुशल व्यावसायिक सेवाएं भी मिलेंगी जो उन्हें अपने व्यवसाय को अधिकांश डिजिटल प्लेटफॉर्म पर ले जाने में मदद करेंगी।
यह रुपे क्रेडिट कार्ड बैंकों को सूक्ष्म स्तर पर लेनदेन की निगरानी करने में सक्षम बनाते हुए सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) के लिए भुगतान प्रणाली को सरल और तेज करेगा। यह क्रेडिट कार्ड डिजिटल भुगतान उपकरण की उपलब्धता की वजह से विभिन्न व्यवसायों द्वारा नकद निकासी की जरूरतों को भी कम करेगा।
इसके अन्य लाभों में आकस्मिक बीमा कवरेज, लाउंज का उपयोग और एनपीसीआई द्वारा रुपे कार्ड पर दी जाने वाली अन्य सुविधाएं शामिल हैं। इसके अलावा, यह कार्ड सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों के लिए विभिन्न प्रकार की अतिरिक्त सुविधाएं और व्यावसायिक सेवाएं प्रदान करता है।
इस एमएसएमई सम्मेलन के दौरान, केन्द्रीय मंत्री ने चुनिंदा एमएसएमई उद्यमियों को रुपे कार्ड के पहले बैच का वितरण किया।
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