नई दिल्ली: केन्द्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी एवं भू-विज्ञान मंत्री डॉ. हर्ष वर्धन ने वैज्ञानिकों से भारत के सामरिक क्षेत्र में कम से कम एक प्रौद्योगिकी विकसित करने को कहा है। बंग्लौर के रमन अनुसंधान संस्थान में मीडिया से वार्तालाप करते हुए, डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि वैज्ञानिक अनुसंधान के परिणाम लोगों तक पहुँचने चाहिए और केन्द्र सरकार वैज्ञानिकों और आम लोगों के बीच की दूरी को भरने के प्रयास कर रही है।
मंत्री महोदय ने कहा कि भारत में वैज्ञानिक अपने अनुसंधान दस्तावेजों के साथ अकेले नहीं रह सकते उन्हें इनके माध्यम से लोगों की सहायता करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए एक तय समयसीमा में वैज्ञानिकों को कार्य करना चाहिए।
डॉ. हर्ष वर्धन ने कहा कि स्वच्छ भारत, कौशल भारत, स्मार्ट शहर, डिजिटल इंडिया, नमामि गंगा परियोजनाओं जैसे राष्ट्रीय अभियानों के लिए प्रौद्योगिकियों को विकसित करने के लिए विभिन्न वैज्ञानिकों के साथ देहरादून और हैदराबाद में हुई बैठकों में घोषणा की जा चुकी हैं। भारतीय प्रयोगशालाओं में अब खास परिवर्तन लाने वाली प्रौद्योगिकियों के साथ उद्योगों के लिए प्रौद्योगी को विकसित करने की उम्मीद है। उन्होंने वैज्ञानिक समुदाय से ‘समर्थ भारत सशक्त भारत’ के रूप में बदलते भारत के लिए एक उत्प्रेरक के तौर पर काम करने को कहा। उन्होंने वैज्ञानिकों से कहा कि उनका ध्यान आम आदमी के जीवन स्तर में सुधार लाने के लिए प्रौद्योगिकियों को विकसित करने पर होना चाहिए और यह देखना चाहिए कि प्रत्येक प्रयोगशाला में विशेष अनुसंधान को विकसित करने पर ध्यान दिया जाए जो नरेन्द्र मोदी की सरकार के गरीब और आमजन के आर्थिक और समाजिक उद्देश्यों को पूरा करने में योगदान दे सके।
डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि जलवायु स्थितियों के बेहतर जानकारी देने की संभावनाओं के लिए भू-विज्ञान के क्षेत्र में आगामी अध्ययन और प्रयोग जारी हैं। उन्होंने कहा कि सरकार वैज्ञानिकार अनुसंधानों में और कोष लगाने को तैयार है। सरकार की पहल के कारण से, भारत में जन्में वैज्ञानिक स्वेदश लौट रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी स्वयं इस संदर्भ पर खास ध्यान दे रहे हैं। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री ने तीन दिन पूर्व देश के विभिन्न प्रमुख संस्थानों के 30 वरिष्ठ वैज्ञानिकों से इन मुद्दों के संदर्भ में मुलाकात की। डॉ. हर्ष वर्धन ने बंग्लौर के रमन अनुसंधान संस्थान का कल दौरा किया। डॉ. हर्ष वर्धन वैज्ञानिक गतिविधियों और अनुसंधानों की निगरानी और निर्देशन के लिए देश भर की प्रमुख अनुसंधान प्रयोगशालाओं का दौरा कर रहे हैं।