केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण और रसायन एवं उर्वरक मंत्री श्री मनसुख मंडाविया ने आज एक वर्चुअल समारोह में वर्ष 2020 के लिए आईसीसी (इंडियन केमिकल काउंसिल) वार्षिक पुरस्कार प्रदान किए। उन्होंने सदस्य निर्देशिका के नवीनतम संस्करण का भी विमोचन किया। निर्देशिका के इस संस्करण में परिषद के सभी सदस्यों की विस्तृत जानकारी दी गई है।
श्री मंडाविया ने पुरस्कार प्राप्त करने वालों को बधाई देते हुए कहा कि रसायन क्षेत्र हमारी अर्थव्यवस्था की नींव है क्योंकि कई अन्य क्षेत्र अपने कच्चे माल के लिए इस पर निर्भर हैं। उन्होंने कहा कि रसायन क्षेत्र औसत जीडीपी वृद्धि के मुकाबले तेजी से बढ़ा है और आने वाले वर्षों में भी यही गति बरकरार रहने की उम्मीद है।
श्री मंडाविया ने कोविड वैश्विक महामारी महामारी के खिलाफ लड़ाई में रसायन उद्योग की भूमिका की सराहना की। उन्होंने कहा, ‘इसने फार्मा क्षेत्र की काफी मदद की है और मौजूदा टीकाकरण अभियान का आधार बना है।’ इस क्षेत्र में और अधिक अनुसंधान एवं विकास की आवश्यकता पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि रसायन उद्योग व्यापक ज्ञान वाला क्षेत्र है। इसलिए आगे के अनसंधान के लिए उद्योग और शैक्षणिक संस्थानों को एक-दूसरे का सहयोग करना चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत में निवेश की अपार संभावनाएं हैं और रसायन उद्योग को क्लस्टर दृष्टिकोण अपनाने की जरूरत है।
प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत संबंधी दृष्टिकोण के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि उद्योग को आयात पर निर्भरता कम करने और भारत को एक विनिर्माण केंद्र बनाने का प्रयास करना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार ने उद्योग को पीएलआई योजना के तहत 6,000 करोड़ रुपये से अधिक का प्रोत्साहन दिया है। भारत में एपीआई तैयार करने के प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने इस आश्वासन के साथ अपना भाषण समाप्त किया कि सरकार रसायन उद्योग की हर संभव मदद करेगी।
आचार्य पीसी रे और डॉ. बीडी अमीन द्वारा 1938 में स्थापित आईसीसी भारत में रसायन उद्योग की सभी शाखाओं जैसे कार्बनिक एवं अकार्बनिक रसायन, प्लास्टिक व पेट्रोकेमिकल्स एवं पेट्रोलियम रिफाइनरी, डाईस्टफ एवं डाई-इंटरमीडिएट, उर्वरक एवं कीटनाशकों, विशेषत रसायन, पेंट आदि का प्रतिनिधित्व करने वाला सर्वोच्च राष्ट्रीय निकाय है।
इस कार्यक्रम में रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव श्री समीर विश्वास, आईसीसीए के अध्यक्ष एवं बीएएसएफ एसई के कार्यकारी निदेशक मंडल के चेयरमैन डॉ. मार्टिन ब्रुडरमुलर, आईसीसी के अध्यक्ष श्री रवि गोयनका और मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।
विजेताओं का विवरण नीचे दिया गया है:
क्रम संख्या | पुरस्कार | विेजेता |
1 | लाइफ टाइम अचीवमेंट |
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2 | स्वदेशी प्रौद्योगिकी के विकास के लिए आईसीसी आचार्य पी. सी. रे पुरस्कार | गैलेक्सी सर्फैक्टेंट्स लिमिटेड |
3 | प्रक्रिया डिजाइन एवं इंजीनियरिंग में उत्कृष्टता के लिए आईसीसी पुरस्कार | जुबिलेंट फार्मोवा लिमिटेड |
4 | स्वास्थ्य एवं सुरक्षा के प्रबंधन में उत्कृष्टता के लिए आईसीसी पुरस्कार: श्रेणी- 1 | लैंक्सेस इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, झगड़िया |
5 | स्वास्थ्य एवं सुरक्षा के प्रबंधन में उत्कृष्टता के लिए आईसीसी सर्टिफिकेट ऑफ मेरिट: श्रेणी- 1 |
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6 | स्वास्थ्य एवं सुरक्षा के प्रबंधन में उत्कृष्टता के लिए आईसीसी सर्टिफिकेट ऑफ मेरिट: श्रेणी- 2 | क्लेरिएंट केमिकल्स इंडिया लिमिटेड, कुड्डालोर |
7 | स्वास्थ्य एवं सुरक्षा के प्रबंधन में उत्कृष्टता के लिए आईसीसी पुरस्कार: श्रेणी- 2 | इंडियन ऑयल- टैंकिंग लिमिटेड, छत्तीसगढ़ |