केंद्रीय शिक्षा मंत्री श्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने आज भारतीय प्रबंध संस्थान-आईआईएम रोहतक के वार्षिक दीक्षांत समारोह को वर्चुअल माध्यम से संबोधित किया। एमबीए कार्यक्रम के कुल 480 छात्रों और डॉक्टरेट कार्यक्रम के 12 छात्रों ने इस दीक्षांत समारोह में भाग लिया।
श्री पोखरियाल ने स्नातक छात्रों को उनकी सफलता के लिए बधाई दी। उन्होंने छात्रों को कड़ी मेहनत करके बड़े पैमाने पर देश के लिए और समाज में योगदान देने के लिए प्रोत्साहित किया। शिक्षा मंत्री ने छात्रों से अपनी प्रतिभा का सर्वोत्तम संभव तरीके से उपयोग करने और भारत @ 75 मिशन को साकार करने में सार्थक योगदान देने का आग्रह किया। उन्होंने उनके भविष्य के प्रयासों के लिए उन्हें शुभकामनाएं दीं।
शिक्षा मंत्री ने आईआईएम को अपने छात्र समुदाय में लिंग और शैक्षणिक विविधता में सुधार करने के लिए बेहतर रूप से कार्य करने हेतु बधाई दी। उन्होंने कहा कि इस दिशा में संस्थान के प्रयासों से “बेटी बचाओ और बेटी पढाओ” अभियान के बारे में प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण को साकार करने में मदद मिलेगी। श्री पोखरियाल ने गुरुग्राम में एक नया परिसर खोलने, पिछले कुछ वर्षों में नये प्रबंधन कार्यक्रमों और प्रबंधन शिक्षा में महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए आईआईएम रोहतक को बधाई दी और अनुसंधान और नीति के कार्यों को प्रोत्साहन प्रदान करने में इसके प्रयासों की सराहना की।
श्री पोखरियाल ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में सरकार ने युवाओं को उच्च गुणवत्ता की शिक्षा प्रदान करने और अधिक से अधिक अवसर प्रदान करने के लिए आईआईएम, आईआईटी और केंद्रीय विश्वविद्यालयों की संख्या में वृद्धि की है। उन्होंने उल्लेख किया कि भारतीय शैक्षणिक संस्थान विश्व रैंकिंग में अपनी स्थिति में सुधार कर रहे हैं और आईआईएम रोहतक ने भी शैक्षिक रैंकिंग में सुधार किया है।
संस्थान द्वारा इस वर्ष से पांच वर्षीय इंटीग्रेटेड प्रोग्राम इन लॉ यानी कानून में एकीकृत कार्यक्रम (बीबीए-एलएलबी) की शुरूआत की जाएगी। इस कार्यक्रम को शुरू करने वाला आईआईएम रोहतक पहला और एकमात्र भारतीय प्रबंध संस्थान है।