केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण और मत्स्यपालन, पशुपालन एवं डेयरी राज्य मंत्री, डॉ एल मुरुगन ने आज केंद्र सरकार द्वारा चलाए जा रहे पब्लिक आउटरीच कार्यक्रम के अंतर्गत शोपियां जिले का दौरा किया।
मंत्री ने 260 लाख रूपये की अनुमानित लागत वाले स्वास्थ्य संस्थान तुरकावंगम का ई-उद्घाटन किया, 283.76 लाख रुपये की अनुमानित लागत वाली 7 किलोमीटर लंबी सड़क रामनगरी-गादीपोरा नहाम का उद्घाटन किया, 295 लाख की अनुमानित लागत से बनने वाली 4.5 किमी टनल रोड सफानगरी की ई-आधारशिला रखी और जन प्रतिनिधिमंडलों से मिलने के अलावा तकवान गातिपोरा रोड की ई-आधारशिला भी रखी।
इस अवसर पर जिला विकास परिषद के अध्यक्ष, बिकीस जान, डीडीसी के उपाध्यक्ष, इरफान मन्हास, शोपियां के उपायुक्त, सचिन कुमार वैश्य, शोपियां के एसएसपी, अमृतपॉल सिंह और शोपियां के मुख्य योजना अधिकारी, खुर्शीद अहमद खटाना भी उपस्थित थे।
राज्यमंत्री को उपायुक्त ने पावर प्वाइंट प्रजेंटेशन के माध्यम से संक्षिप्त जानकारी प्रदान की और जिले के विकास कार्यों पर प्रकाश डाला।
इस अवसर पर केंद्रीय राज्यमंत्री ने कहा कि इस जिले में मछली उत्पादन का सबसे बड़ा स्रोत होने के अलावा यहां पर दुग्ध उत्पादन की भी अपार संभावनाएं हैं और अगर इसका दोहन ठीक प्रकार से किया जाता है तो इसके माध्यम से स्थानीय आबादी की सामाजिक-आर्थिक स्थिति में बदलाव लाया जा सकता है।
मंत्री ने जिले में पर्यटन के उत्थान के लिए केंद्र शासित प्रदेश की सरकार और जिला प्रशासन द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना की और अधिकारियों से पूर्ण उत्साह के साथ काम करने का आग्रह किया जिससे शोपियां को अंतरराष्ट्रीय पर्यटन के मानचित्र पर स्थापित किया जा सके।
इस अवसर पर शिरमल, शोपियां में कुछ विभागों द्वारा अपने कामकाज और चल रही गतिविधियों का प्रदर्शन करने के लिए स्टॉल लगाए गए। मंत्री ने सभी स्टालों का निरीक्षण किया और इन स्टालों के कर्मचारियों और आगंतुकों के साथ बातचीत की और अपने-अपने क्षेत्रों में डेयरी इकाइयों, गाय इकाइयों, भेड़ इकाइयों की स्थापना करने वाले लाभार्थियों के बीच प्रमाणपत्रों का वितरण किया। मंत्री ने पशुपालन विभाग, शोपियां द्वारा उपलब्ध कराई गई एक एम्बुलेंस प्रदान की, एकीकृत भेड़ विकास योजना के अंतर्गत दुग्ध मशीनें और जेनसेट, ट्रैक्टर, पोल्ट्री और मिल्क वैन, भेड़ इकाइयां और जनजातीय उपयोजना के अंतर्गत भेड़ इकाइयां प्रदान की, साथ ही आजादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत कतरनी मशीनें और दुग्ध परिवहन वाहन भी प्रदान किया। डॉ मुरुगन ने कहा कि जिले के युवाओं को आगे बढ़कर पीएमएमएसवाई और केंद्र द्वारा प्रायोजित अन्य योजनाओं का लाभ उठाना चाहिए जिससे वे शालीनता के साथ अपनी आजीविका की प्राप्ति कर सकें।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के उर्जावान नेतृत्व में कृषि क्षेत्र में तीव्रता के साथ प्रगति हो रही है और प्रधानमंत्री किसानों को सशक्त बनाना चाहते हैं जिससे वे अपनी आय में बढ़ोतरी कर उसे दोगुना कर सकें।
उन्होंने आगे कहा कि सेबों का शहर शोपियां अपने सेब उत्पादन के लिए प्रसिद्ध है और इसके अलावा प्रत्येक गुजरते हुए दिन में यहां दुग्ध उत्पादन बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का मिशन समाज के कमजोर वर्गों का उत्थान करना है, जिससे वे बेतहर रूप से अपनी आजीविका का उपार्जन कर सकें।
डॉ मुरुगन ने कहा कि प्रधानमंत्री चाहते हैं कि उनके मंत्री जनता से फीडबैक प्राप्त करने के लिए जमीनी स्थिति का आकलन करें और वे इस बात पर बल देते हैं कि लोगों का जीवन आरामदायक बन सके और उसमें सकारात्मक बदलाव लाया जा सके। मंत्री ने जिले के कुछ युवाओं को अपने-अपने क्षेत्र में विभिन्न इकाइयां स्थापित करने के लिए बधाई दी जिसके कारण वे अपनी आजीविका प्राप्त करने में सक्षम बने हैं।
डॉ मुरुगन ने एक पुस्तिका “ए गाइड टू इंपोर्टेंट प्रिवलेंट शीप डिजीज एंड देयर ट्रीटमेंट” का भी विमोचन किया, जो किसानों को अन्य संबंधित जानकारी के अलावा अपने पशुधन का बेहतर इलाज करने में मदद करेगरी।
मंत्री ने जिले के लाभार्थियों के बीच उपलब्धि प्रमाणपत्र का भी वितरण किया।
बाद में कई प्रतिनिधिमंडलों ने मंत्री से मुलाकात कर उन्हें विभिन्न सार्वजनिक मुद्दों से अवगत कराया और मुद्दों को सुलझाने के लिए उनके हस्तक्षेप करने की मांग की।
प्रतिनिधिमंडलों में डीडीसी के उपाध्यक्ष, जिला विकास परिषद के सदस्य, बीडीसी, पीआरआई, नागरिक समाज के सदस्य, जनजातीय युवा, सरपंच एवं अन्य लोग शामिल हैं।
प्रतिनिधिमंडलों द्वारा विकास और अन्य पहलों से संबंधित कई मांगों और मुद्दों को उठाया गया।
मंत्री ने सभी प्रतिनिधिमंडलों और लोगों को बहुत धैर्य के साथ सुना और उनकी शिकायतों का निपटारा करने के संबंध में सरकार द्वारा सकारात्मक प्रतिक्रिया देने का आश्वासन दिया।
डॉ मुरुगन ने प्रधानमंत्री के विजन को साझा करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा ‘सबका साथ सबका विकास’ केवल एक नारा नहीं है बल्कि एक ऐसा मिशन है जो समाज के कमजोर वर्गों की सामाजिक-आर्थिक स्थिति की उन्नति को सुनिश्चित करेगा।