नई दिल्ली: पुणे के निवासियों ने केन्द्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु तथा सूचना एवं प्रसारण मंत्री श्री प्रकाश जावडेकर के साथ बैठकर प्रधानमंत्री की मन की बात सुनी। यह प्रधानमंत्री के रूप में श्री नरेन्द्र मोदी के दूसरे कार्यकाल के दौरान मन की बात की पहली कड़ी है। इस कार्यक्रम के दूरदर्शन प्रसारण को एक बड़े परदे पर दिखाया गया।
कार्यक्रम के बाद श्रोताओं के साथ बातचीत करते हुए केन्द्रीय मंत्री ने जल संरक्षण की आवश्यकता पर जोर दिया, जैसा कि प्रधानमंत्री ने मन की बात में उल्लेख किया था।
प्रधानमंत्री ने आज मन की बात में कहा कि ‘’जल की कमी देश के कई हिस्सों को प्रभावित करती है। आपको आश्चर्य होगा कि पूरे वर्ष में वर्षा से प्राप्त होने वाले जल के केवल 8% का ही देश में संचय किया जाता है। केवल और केवल 8%! अब समय आ गया है कि इस समस्या का समाधान ढूंढा जाए। मैं मानता हूं कि वर्तमान की अन्य समस्याओं की तरह हम इस संकट का समाधान भी लोगों की सहभागिता, जनभागीदारी और उनकी ताकत, जनशक्ति के द्वारा कर सकते हैं। हम 135 करोड़ लोगों की शकित, सहयोग और संकल्प के द्वारा इस समस्या का समाधान ढूंढने को कृत संकल्प हैं।‘’