नई दिल्ली: केन्द्रीय वस्त्र मंत्री श्रीमती स्मृति जुबिन ईरानी पूर्वोत्तर राज्यों के लिए आयोजित प्रथम दो दिवसीय “निवेशक शिखर सम्मेलन” का 29 जनवरी 2017 को शिलांग के राज्य कन्वेंशन केन्द्र में उद्घाटन करेंगी।इस सम्मेलन को आयोजन भारत सरकार के वस्त्र मंत्रालय और पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय द्वारा संयुक्त रूप से 29-30 जनवरी 2017 को शिलांग में किया जा रहा है। इस शिखर सम्मलेन को नीति आयोग के उपाध्यक्ष डॉ अरविंद पाणिग्रहिया, मेघालय के मुख्यमंत्री श्री मुकुल संगमा, केन्द्रीय पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) एवं एनईसी के अध्यक्ष डॉ जितेन्द्र सिंह, केन्द्रीय वस्त्र राज्यमंत्री श्री अजय टम्टा, केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री श्री किरण रिजिजू,मिजोरम के उद्योग मंत्री श्री एच रोहलूना और अरूणाचल प्रदेश के उद्योग मंत्री श्री टैमियो टागा सहित कई गणमान्य लोग संबोधित करेंगे।
थीम “पूर्वोत्तर क्षेत्र में अवसरों की तलाश” के साथ इस शिखर सम्मेलन का उद्देश्य उत्तर पूर्व क्षेत्र को एक वैश्विक निवेश स्थल के रूप में प्रस्तुत करना है और इस पूर्वोत्तर क्षेत्र में निवेश को आकर्षित करने के लिए विभिन्न केन्द्रीय मंत्रालयों और उत्तर-पूर्वी राज्यों के संयुक्त प्रयास से संभावनाओं का पता लगाना है ।
इस शिखर सम्मेलन में पूर्वोत्तर के सभी राज्य, पूर्वोत्तर क्षेत्र के उद्योगों के प्रमुख और देश भर के कई प्रमुख निवेशक भाग लेंगे। इस पूर्वोत्तर क्षेत्र में वस्त्र निर्माण में अपार संभावनाएं हैं जिससे आने वाले समय में रोजगार के नये अवसर उत्पन्न होने की उम्मीद है।
उत्तर-पूर्व राज्य के वस्त्र निर्माण के क्षेत्र में लगे उद्योगों के लिए यह एक अद्वितीय अवसर होगा। निवेश के साथ-साथ नए कौशल और उन्नत उत्पादन तकनीक के प्रयोग के लिए भी यह एक सुनहरा अवसर होगा। पूर्वोत्तर क्षेत्र के राज्यों द्वारा इस सम्मेलन में कई स्टॉल लगाये जायेंगे और निवेशकों के सामने बनाये सामानों को पेश किया जायेगा। इस शिखर सम्मेलन में पूर्वोत्तर में वस्त्र उद्योग में अवसर, उद्यमिता विकास और स्टार्ट अप, वस्त्र डिजाइन और विपणन द्वारा उत्तर-पूर्व में वस्त्र की पहुंच बढ़ाना, वस्त्र उद्योग के वित्तपोषण की व्यवस्था को आसान बनाना और पूर्वोत्तर क्षेत्र में बुनियादी ढांचे में सुधार पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। इस पूर्वोत्तर क्षेत्र में निवेश को बढ़ावा देने और निर्माण को मजबूती प्रदान करने के लिए राज्य सरकारों और निवेशकों के बीच कई समझौतों पर हस्ताक्षर होने की संभावना भी है।
इस शिखर सम्मेलन के दौरान विभिन्न क्षेत्रों में स्थानीय उद्यमियों, संस्थानों और राज्य सरकारों के बीच समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर भी किये जायेंगे। वस्त्र मंत्री की उपस्थिति में 15 से अधिक सहमति पत्रों पर इस शिखर सम्मेलन के दौरान हस्ताक्षर किए जाने की उम्मीद है। क्रेता-विक्रेता के बीच मुलाकात और प्रदर्शिनियां भी दोनों दिन आयोजित किया जाएगा।
पृष्ठभूमि
पूर्वोत्तर क्षेत्र विशेष रूप से वस्त्र और हस्तशिल्प के क्षेत्र में, कुशल कार्य बल और स्थानीय स्तर पर उपलब्ध कच्चे माल के कारण निवेश की अपार संभावनाएं हैं। वस्त्र मंत्रालय 1050 करोड़ रूपये से अधिक की हथकरघा, हस्तशिल्प, रेशम उत्पादन, परिधान और परिधान उत्पादन, तकनीकि वस्त्र उत्पादन सहित कई परियोजनाओं में पूर्वोत्तर के 8 राज्यों में भारत सरकार की ‘एक्ट ईस्ट’ नीति के तहत कार्य करते हुए लागू कर रही है।
इन परियोजनाओं ने इस इलाके में वस्त्र उद्योग के क्षेत्र में विनिर्माण कर विकास के लिए एक आधार बनाया है। अन्य मंत्रालयों ने भी इस क्षेत्र में कई योजनाओं को विभिन्न प्रोत्साहन / रियायतें देकर निवेश उपलब्ध कराया है।इस निवेशक शिखर सम्मेलन के जरिए सरकार निवेशक और क्षेत्र की दूरी को पाटने का प्रयास करेगी।
इस शिखर सम्मेलन को आयोजित करने के निर्णय की घोषणा केंद्रीय वस्त्र मंत्री श्रीमती स्मृति जुबिन ईरानी ने 10 नवंबर 2016 को नई दिल्ली में आयोजित वार्षिक सम्मेलन में किया था ।