देहरादून: मुख्यमंत्री हरीश रावत ने बीजापुर अतिथि गृह में केन्द्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती मेनका गांधी से शिष्टाचार भेंट की। केन्द्रीय मंत्री ने राज्य में पीड़ित महिलाओं के लिए वन स्टोप सेन्टर खोलने का प्रस्ताव रखा जिसमें कठिन परिस्थितियों, घरेलू हिंसा या अन्य कारणों से पीड़ित महिलाओं के ठहरने तथा सभी आवश्यक सुविधाओं की व्यवस्था होगी। इस वन स्टोप सेन्टर के लिए भारत सरकार द्वारा 36 लाख रूपये का आर्थिक सहयोग प्रदान किया जायेगा। मुख्यमंत्री श्री रावत ने केन्द्रीय मंत्री को आश्वस्त किया कि राज्य सरकार देहरादून तथा हलद्वानी में वन स्टोप सेन्टर प्रारम्भ करना चाहती है।
बैठक के दौरान मुख्यमंत्री एवं केन्द्रीय मंत्री के मध्य महिला व बाल विकास से सम्बन्धित विभिन्न मुद्यो पर चर्चा हुई। मुख्यमंत्री श्री रावत ने केंन्द्रीय मंत्री से आईसीडीएस के अन्र्तगत भारत सरकार से अधिक धनराशि का अनुरोध किया। मुख्यमंत्री श्री रावत ने केन्द्रीय मंत्री को बताया कि महिलाओं में ऐनिमिया की समस्या को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार द्वारा गर्भवती महिलाओं को राज्य सरकार द्वारा निःशुल्क मंडुआ, नमक तथा काला सोयाबीन वितरित किया जा रहा हैं। राज्य सरकार द्वारा बाल विकास हेतु आंगनबाड़ियों के माध्यम से विभिन्न योजनाऐं चलाई जा रही है। परिणामस्वरूप राज्य के कई जिलों में अरक्तता व शिशु मृत्यु दर में गिरावट दर्ज की गई है। केन्द्रीय महिला व बाल विकास मंत्री ने राज्य सरकार द्वारा किये जा रहे उपरोक्त प्रयासों की प्रंशसा की।
मुख्यमंत्री श्री रावत व केन्द्रीय महिला व बाल विकास मंत्री के मध्य विभिन्न पर्यावरणीय विषयों पर भी चर्चा की गई। मुख्यमंत्री श्री रावत ने बताया कि जगंली जानवरों का मानवीय आवासों में अतिक्रमण रोकने के लिए राज्य सरकार द्वारा वन क्षेत्रों में फलों के पेड़ों का रोपण, विभिन्न परम्परागत फलों व फसलों के बीजो का वनों में छिड़काव,1000 जलाशयों व 10000 टेªन्चस का निमार्ण, मेहल वृक्षो व परम्परागत हर्बस का रोपण जैसे पर्यावरण हितैषी उपाय अपनाये गये है। मुख्यमंत्री श्री रावत द्वारा राज्य में हलद्वानी, अल्मोड़ा व उत्तरकाशी आदि में स्थापित छोटे स्थानीय खरगोशों के ब्रीडिंग सेन्टर के विषय पर बताये जाने पर केन्द्रीय मंत्री ने प्रसन्नता व्यक्त की। श्रीमती गांधी ने मुख्यमंत्री के पशु व पर्यावरणीय हितैषी पहलों के सराहना के साथ राज्य के पशुपालन विभाग को देश के सबसे अच्छे पशुपालन विभागों में से एक बताया।