देहरादून: जन नीतियों को तय करने और सुशासन के लिये अकादमिक जगत के विशेषज्ञों और राज्य सरकार का एक हब बनेगा। राज्य के
विभिन्न विश्वविद्यालयों और तकनीकी संस्थानों के विशेषज्ञ सरकार के नीति निर्माताओं के साथ मिलकर प्रदेश के विकास की दिशा तय करेंगे। योजनाओं के लागू करने और मूल्यांकन में भी इनकी मदद ली जायेगी। इस सिलसिले में गुरूवार को सचिवालय में विश्वविद्यालयों के कुलपतियों और तकनीकी शिक्षण संस्थानों के निदेशकों, विशेषज्ञों के साथ स्टार्मिंग सेशन का आयोजन किया गया।
मुख्य सचिव शत्रुघ्न सिंह की अध्यक्षता में आयोजित ब्रेन स्टार्मिंग सेशन मे सुशासन के लिये अकादमिक जगत से अपेक्षाओं पर प्रस्तुतीकरण किया गया। सुशासन की चुनौतियों, जटिलताओं और समाधान पर चर्चा की गई। तय किया गया कि एकेडेमियाॅ और राज्य सरकार को एक प्लेटफार्म पर लाने के लिये एक हब बनाया जायेगा। हब बनाने के लिए एक कोर गु्रप का गठन किया गया। मुख्यमंत्री के वित्त सलाहकार और पूर्व मुख्य सचिव इंदुकुमार की अध्यक्षता में गठित कोर ग्रुप में आइआइएम काशीपुर के प्रबंध निदेशक प्रो. प्रद्युत बनर्जी, दून विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 वीकेजैन और प्रमुख सचिव उर्जा उमाकांत पंवार कोर ग्रुप के सदस्य होंगे। कोर ग्रुप हब की संरचना, कार्य निर्धारण, विभिन्न मुद्दों की सूची पर अपनी रिपोर्ट एक महीने में देगा।
ब्रेन स्टार्मिंग सेशन में पूर्व मुख्य सचिव डाॅ0 आरएस टोलिया, आईके पांडेय, प्रमुख सचिव चिकित्सा डाॅ. ओमप्रकाश, प्रमुख सचिव न्याय राम सिंह, प्रमुख सचिव कृषि रणवीर सिंह, प्रमुख सचिव ग्राम्य विकास मनीषा पंवार, प्रमुख सचिव नियोजन एस रामास्वामी, सचिव सिंचाई आनंद वर्धन, सचिव आईटी दीपक कुमार, एडीजी अनिल रतूड़ी, आई संजय गुंज्याल, सचिव वित्त अमित नेगी, सचिव लोनिवि डीएस गब्र्याल, सचिव शिक्षा डी सैंथिल पांडियन, आईआईएम काशीपुर के प्रबंध निदेशक प्रद्युत बनर्जी, कर्नल सुखपाल सिंह, रजिस्ट्रार एनआईटी श्रीनगर, अरूण ढांड निदेशक पेट्रोलियम यूनिवर्सिटी, वीके तिवारी कुलपति ग्राफिक एरा विश्वविद्यालय, डाॅ. कुलदीप कुमार रैना, कुलपति डीआईटी विश्वविद्यालय, प्रो0 पीके गर्ग कुलपति उत्तराखण्ड टेक्निकल सूनिवर्सिटी, डाॅ देवेन्द्र कुमार डीन जीबी पंत विश्वविद्यालय, प्रो0 अलकनंदा अशोक, निदेशक वीमेन इंस्टीट्यूट आफ टेक्नालाजी, प्रो. बीके सिंह, निदेशक सीमांत इंस्टीटयूट आफ टेक्नालाजी पिथौरागढ़, डाॅ के.के.एस मेर निदेशक इंस्टीट्यूट आॅफ टेक्नालाॅजी गोपेश्वर, प्रो. एमएम सेमवाल, प्रो.डीपी सकलानी एचएनबी गढ़वाल विश्वविद्यालय प्रो0 वीके जैन दून विश्वविद्यालय सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी, वैज्ञानिक और प्रोफेसर उपस्थित थे।