देहरादून: भारत सरकार द्वारा यात्रा प्रतिबंधों में कुछ रियायत दे दिए जाने और अनलॉक 1.0 लागू किए जाने के बाद, देश में जनसंख्या की दृष्टि से सबसे बड़े राज्य, उत्तर प्रदेश में राजधानी लखनऊ और दिल्ली के बीच बसों की अच्छी आवाजाही दिख रही है। भारत के अग्रणी ऑनलाइन बस टिकिटिंग एग्रीगेटर, अभीबस डाट काॅम द्वारा तैयार आंकड़ों के अनुसार, इस राज्य की बसें सड़कों पर सबसे बड़ी संख्या में दिख रही हैं।
इन आंकड़ों के अनुसार, युपीएसआरटीसी 1,218 बसों का संचालन कर रहा है, जो दिल्ली सहित 45 शहरों को जोड़ते हुए रोजाना लगभग 10,000 यात्रियों को उनके गन्तव्य तक पहुँचा रही हैं। सुपीएसआरटीसी के विषय में बात करते हुए, । अभीबस डाट काॅम ने कहा, कि जहां एक ओर लखनऊ से सबसे अधिक 267 बसें रोजाना चल रही हैं, वहीं दिल्ली एनसीआर से भी 94 बसें रोजाना उत्तर प्रदेश के लिए चल रही हैं, इसके बाद आता है इलाहाबाद, जहाँ से 93 बसें और ताज महल की नगरी आगरा से 81 बसें रोजाना चल रही हैं। इसके अलावा, राज्य के प्राइवेट बस संचालकों ने भी अपना संचालन शुरु किया है और ये भी रोजाना 1000 यात्रियों को उनके गन्तव्य तक पहुँचाने के लिए 50 शहरों को जोड़ते हुए 183 बसे संचालित कर रहे हैं।
दूसरी ओर, देश में बसें चलाने की अनुमति सबसे पहले देने वाले राज्यों में से एक, आंध्र प्रदेश का दक्षिण में बस संचालन और भी उत्साहजनक देखा गया है। एपीएसआरटीसी 137 शहरों व कस्बों को जोड़ते हुए 6,090 बसें रोजाना चला रहा है। इस दक्षिणी राज्य में प्राइवेट बसों की संख्या भी सबसे अधिक 1,445 देखी गई है, जिनमें से 48 प्राइवेट ऑपरेटर अपनी अन्तरूराज्यीय आवाजाही अभीबस की सूची के अनुसार ऑफर कर रहे हैं। जहाँ एक ओर विजयवाड़ा एपीएसआटीसी की सबसे अधिक, 596 बसें संचालित कर रहा है, वहीं विशाखापट्टनम 383 और नैल्लोर 226 बस सेवायें ऑफर कर रहा है।
इस अवसर पर । अभीबस के मुख्य संचालन अधिकारी, श्री रोहित शर्मा ने कहा, ‘’यह काफी उत्साहवर्द्धक है कि राज्यों की यूपीएसआरठीसी और एपीएसआरटीसी जैसी राज्य परिवहन निगम की बसें देश में बस सेवा के संचालन में सबसे आगे हैं। ये सबसे अधिक बसें चला रहे हैं और इस प्रकार आम जनता को उनके गन्तव्य तक पहुँचाने में बेजोड़ तरीके से मदद कर रहे हैं। दिल्ली अब न्च्ैत्ज्ब् सेवा से अन्य शहरों तथा कस्बों से अच्छी तरह से जुड़ी हुई है, जिसके चलते हजारों दिहाड़ी मजदूर और पेशेवर आसानी से राजधानी आ सकते हैं। इसी प्रकार, कोविड संक्रमण काल से पहले के मुकाबले 70 प्रतीशत बुकिंग हासिल करके, एपीएसआरटीसी ने अन्य राज्य के स्वामित्व वाले परिवहन संचालकों को भी राह दिखाई है, कि वे भी अपनी बस सेवा शुरु करें, जो कि सच में बेहद सराहनीय है।‘’
श्री रोहित शर्मा ने आगे कहा, ‘’यह एक अच्छा संकेत है कि गंभीर वित्तीय तथा नियामक दबाव के बावजूद भी प्राइवेट बस ऑपरेटर अपनी सेवायें प्रदान कर रहे हैं। इस तरह की परिवहन सेवाओं के साथ, यात्रियों के बीच भी अब यात्रा करने के लिए एक सजग, किन्तु आवश्यक आत्म-विश्वास व्यापक रूप से देखा जा रहा है।‘’
अभीबस जो कि भारत भर में ऑनलाइन बस टिकिट उपलब्ध कराती है, ने स्थिति और लॉक डाउन के बाद के वातावरण में यात्रियों की आवश्यकताओं को समझने के लिए 25 राज्यों के आंकड़े तैयार किए हैं, जिससे कुछ दिलचस्प तथ्य सामने आए हैं।
अभीबस सर्वेक्षण के प्रमुख निष्कर्षः
उत्तर प्रदेशः
– युपीएसआरटीसी लखनऊ, नोएडा सहित उत्तर प्रदेश के 45 शहरों को दिल्ली से जोड़ते हुए 1,218 बसें संचालित कर रहा है।
– इनमें लखनऊ की 267, दिल्ली की 94, गोरखपुर की 94, बरेली की 94, इलाहाबाद की 93 और आगरा की 81 बसें हैं।
– इसके अलावा, 30 प्राइवेट बस संचालक अपनी सेवायें पुनरू शुरु कर चुके हैं और उत्तर प्रदेश में रोजाना 183 बस सेवायें ऑफर कर रहे हैं।
आंध्र प्रदेशः
– एसपीएसआरटीसी राज्य में 137 शहरों व कस्बों को जोड़ते हुए 6,090 बसें रोजाना चला रहा है। विजयवाड़ा सबसे अधिक, 596 बसें संचालित कर रहा है, जिसके बाद विशाखापट्टनम 383 और नैल्लोर 226 बस सेवायें ऑफर कर रहा है।
– एपीएसआटीसी को बहुत अच्छी बुकिंग मिल रही है, कोविड काल से पहले की आम दैनिक बुकिंग के मुकाबले 70ः , जबकि सीट ब्लॉक करने का आग्रह भी जोरों पर है। .
– अभीबस ने आंध्र प्रदेश राज्य में 43 प्राइवेट बस ऑपरेटरों द्वारा रोजाना 1,445 बसों की दैनिक सेवा भी सुगम बनाई है।
तेलंगाना:
– टीआएसआरटीसी तेलंगाना में, हैदराबाद सहित 52 शहरों तथा कस्बों को जोड़ते हुए हर रोज 1,110 बसें संचालित कर रहा है।
– हैदराबाद में संचालित बसों की संख्या सबसे अधिक, 464 है, उसके बाद है करीमनगर जहाँ प्रतिदिन 122 बसें संचालित की जा रही हैं और फिर 70 बसें प्रति दिन के साथ तीसरे नंबर पर है वारंगल।
– इसके अलावा, लगभग 19 प्राइवेट बस ऑपरेटर भी हैं, जो राज्य में रोजाना 93 बसें संचालित करते हैं।
कर्नाटकः
– कर्नाटक में, 72 बस संचालक हैं, जो बंगलुरु सहित कर्नाटक में कुल 258 बसें चला रहे हैं।
अभीबस के बारे में:
वर्ष 2008 में स्थापित, अभीबस सर्विसिस (भारत) प्राइवेट लिमिटेड भारत का पहला अग्रणी ऑनलाइन ट्रैवल एग्रीगेटर है। अभीबस ने प्राइवेट बस उद्योग तथा सरकारी सड़क परिवहन निगमों को एंड-टु-एंड सॉफ्टवेयर तथा अन्य मूल्य-वर्धित सेवायें प्रदान करने से शुरुआत की थी और वर्तमान में यह नवीनतम प्रौद्योगिकियों के प्रयोग से ऑनलाइन बस टिकिटिंग की तालिका में सबसे ऊपर है। कंपनी भारत में 500 से अधिक प्राइवेट बस ऑपरेटरों और 11 राज्य परिवहन निगमों को तक्नॉलजी समाधान भी उपलब्ध कराती है। एंड-टु-एंड सॉफ्टवेयर समाधानों में 24Û7 ग्राहक सहायता केंद्र के समर्थन से ई-टिकिटिंग प्रणाली, फ्लीट प्रबंधन समाधान, वाहन ट्रैकिंग प्रणाली, यात्री जानकारी प्रणाली, लॉजिस्टिक्स प्रबंधन शामिल है। अभीबस के 50 लाख से भी अधिक सक्रिय प्रयोक्ता प्रति माह हैं और 50 लाख से भी अधिक ऐप प्रयोक्ताओं द्वारा डाउनलोड किए गए हैं। भारत भर में 100,000 मार्गों पर अपनी सेवायें प्रदान कर रहे 2500 से भी अधिक बस ऑपरेटरों की टिकिट इन्वेंट्री के साथ, अभीबस देश के लाखों ग्राहकों के लिए टिकिट बुक करने का पसंदीदा विकल्प है। कंपनी भारत में 300 से भी अधिक बड़े प्राइवेट बस संचालकों तथा 5 राज्य परिवहन निगमों को ऑनलाइन यात्री आरक्षण प्रणाली भी ऑफर करती है।