लखनऊः उत्तर प्रदेश के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम, खादी एवं ग्रामोद्योग, निर्यात एवं निवेश प्रोत्साहन मंत्री श्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने प्रवासी श्रमिकों को उत्तर प्रदेश के भीतर रोजगार देने का जो वायदा किया था, उसको पूरा करने के लिए आज एम0एस0ए0ई0 विभाग ने कदम बढ़ाया है। इसके तहत 11 लाख श्रमिकों को नौकरी दिलाने के आज इण्डियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन (आईआईए), फिक्की, नेशनल रीयल एस्टेट डवलपमेंट काउंसिल (नरडेको) एवं लघु उद्योग भारती और उत्तर प्रदेश सरकार के मध्यम एम0ओ0यू0 किया गया।
श्री सिंह ने कहा कि कोविड-19 के चलते जिन राज्यों के ये श्रमिक बोझ लग रहे थे, वही श्रमिक आज उत्तर प्रदेश की पंूजी बन चुके हैं। उन्होंने कहा कि दूसरे राज्यों से लौटे श्रमिकों को दक्षता के आधार पर विभिन्न उद्यमों में समायोजित कराने के लिए यह समझौता किया गया है। उन्होंने बताया कि आई0आई0ए0 तथा फिक्की 03-03 लाख तथा लघु उद्योग भारती तथा नारडेको ढाई-ढाई लाख श्रमिकों एवं कामगारों को रोजगार उपलब्ध करायेंगे। उन्होंने कहा कि शेष बचे श्रमिकों को उनकी दक्षता के हिसाब सेे नौकरी दिलाने का कार्य किया जायेगा। इसके साथ ही अकुशल श्रमिकों को प्रशिक्षित कर उनको मनपसंद रोजगार से जोड़कर कर स्वावलम्बी बनाया जायेगा।