लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश सिंह यादव ने अपने सभी वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश दिया है कि सीएम कार्यालय को जल्द से जल्द ‘पेपरलेस’ बनाया जाए। अखिलेश का ऐसा मानना है कि कागजी कार्रवाई में काफी देर होती है और पेपरलेस वर्क से काम में काफी तेजी आएगी।
प्रवक्ता के मुताबिक मुख्यमंत्री के इस निर्णय से फाइलों के गुम होने तथा निर्णय लेने की प्रक्रिया में विलम्ब होने से बचा जा सकेगा। इसके अलावा वरिष्ठ अधिकारियों को पर्यवेक्षण करने में सुविधा भी होगी। यह व्यवस्था प्रदेश के अन्य सभी कार्यालयों विशेषकर सचिवालय में भी लागू कर दी जाएगी। मुख्यमंत्री के इस निर्णय से फाइलों के रख-रखाव एवं पेपर इत्यादि पर आने वाले बहुत बड़े खर्च को बचाया जा सकेगा तथा पर्यावरण को बेहतर बनाए रखने में भी मदद मिलेगी।
बता दें कि मुख्यमंत्री के इस निर्देशस के बाद मुख्यमंत्री कार्यालय में तैनात सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों को कम्प्यूटर पर कार्य करने का आवश्यकतानुसार प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रवक्ता ने कहा कि इस व्यवस्था से जहां कार्यालय में साफ-सफाई रहेगी, वहीं उपलब्ध स्थान का अधिकतम उपयोग सुनिश्चित हो सकेगा। पेपरलेस व्यवस्था होने से दूर-दराज क्षेत्रों में भी लोग अपनी फाइलों की अद्यतन जानकारी से अवगत हो सकेंगे।