लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव को आज यहां उनके सरकारी आवास पर प्रमुख सचिव चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास श्री राहुल भटनागर एवं उ0प्र0 सहकारी चीनी मिल्स संघ लि0 के प्रबन्ध निदेशक श्री वी0के0 यादव ने उ0प्र0 सहकारी चीनी मिल्स संघ को प्राप्त हुआ ‘इण्डस्ट्री एक्सीलेन्स अवाॅर्ड’ सौंपा।
ज्ञातव्य है कि शुगर टेक्नोलाॅजिस्ट एसोसिएशन आॅफ इण्डिया (एस0टी0ए0आई0) के नई दिल्ली में आयोजित 74वंे वार्षिक सम्मेलन एवं शुगर एक्सपो-2016 के दौरान चीनी मिल्स संघ को यह पुरस्कार प्रदान किया गया था। संघ को यह अवाॅर्ड संघ की चीनी मिलांे मंे चीनी की रिकवरी प्रतिशत बढ़ाने तथा प्रदेश में उन्नत प्रजाति के गन्ने की खेती को प्रोत्साहन देने के लिए प्रदान किया गया है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि समाजवादी सरकार गन्ना किसानों के हितों के लिए लगातार कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि पहले से बन्द और बिकने के लिए तैयार चीनी मिलों को वर्तमान सरकार ने पुनः चालू कराया तथा चीनी मिलों और गन्ना किसानों के बीच संतुलन बनाने का काम किया। इतना ही नहीं, रिकाॅर्ड समय में सठियांव, आजमगढ़ में नई सहकारी चीनी मिल की स्थापना भी कराई। उन्होंने कहा कि किसानों की खुशहाली के बिना राज्य का विकास सम्भव नहीं है। इसीलिए राज्य सरकार वर्तमान वर्ष को ‘किसान वर्ष’ घोषित करके गांव एवं किसान की तरक्की के लिए हर सम्भव मदद उपलब्ध करा रही है।
इस मौके पर श्री भटनागर ने बताया कि वर्तमान राज्य सरकार के कार्यकाल में सहकारी चीनी मिल संघ की मिलों में चीनी की रिकवरी में 1.25 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है, जिससे लगभग 400 करोड़ रुपये की चीनी का ज्यादा उत्पादन हुआ है। उन्होंने कहा कि उन्नत प्रजाति के गन्ने की खेती को प्रोत्साहन देने तथा अन्य कृषि निवेशांे की समय पर उपलब्धता के कारण प्रदेश में गन्ने का उत्पादन 58 टन प्रति हेक्टेयर से बढ़कर 65 टन प्रति हेक्टेयर हो गया है। इससे किसानों के लाभ में लगभग 25 हजार रुपये प्रति हेक्टेयर की बढ़ोत्तरी हुई है।
इस अवसर पर राज्य सरकार के मंत्रिगण श्री राजेन्द्र चैधरी, श्री अवधेश प्रसाद, श्री विनोद कुमार सिंह, श्री तेज नारायन पाण्डेय, धर्मार्थ कार्य राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री विजय कुमार मिश्र, मुख्यमंत्री के मुख्य सलाहकार श्री आलोक रंजन, प्रमुख सचिव सूचना श्री नवनीत सहगल, सूचना निदेशक श्री सुधेश कुमार ओझा सहित शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारीगण व अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।