इलाहाबाद: यूपी में विद्युत व्यवस्था को निजी हाथों में दिए जाने का व्यापक पैमाने पर विरोध शुरू हो गया है। राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर्स संगठन व विद्युत तकनीकी कर्मचारी एकता संघ के आह्वान पर पूरे यूपी में विद्युत कर्मी प्रदर्शन कर रहे हैं। इलाहाबाद, प्रतापगढ़, कौशांबी, चित्रकूट में विद्युत विभाग के अभियंता और कर्मचारी एक साथ आंदोलन पर उतर आए हैं और बिजली व्यवस्था के निजीकरण पर विरोध जता रहे हैं। प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी के साथ चेतावनी दी गई है कि अगर सरकार ने निजीकरण का फैसला वापस नहीं लिया तो कर्मचारी पूर्ण रूप से कार्य बहिष्कार कर आंदोलन करेंगे।
निजीकरण शुरू
दरअसल उत्तर प्रदेश सरकार ने लखनऊ, वाराणसी, मेरठ, गोरखपुर एवं मुरादाबाद की विद्युत व्यवस्था निजी हाथों में दी है और अब प्रदेश के अन्य जिलों को भी निजी कंपनी को देना चाहती है। इसके विरोध में राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर्स संगठन ने विद्युत व्यवस्था के निजीकरण के विरोध में धरना प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि यह अन्याय, इससे मनमाने तरीके से काम होगा। कोई किसी की कुछ नहीं सुनेगा। बिजली के दाम बढ़ेंगे और बेरोजगारी बढ़ेगी। सात जनपदों व पांच महानगरों की बिजली व्यवस्था को निजीकरण करने से आम जनता एवं किसानों को महंगी बिजली मिलेगी। अगर कार्य बहिष्कार के बाद सरकार नहीं मानी तो अनिश्चित कालीन हड़ताल की जाएगी।