लखनऊ: सीओ समेत आठ पुलिस कर्मियों की हत्या में उज्जैन से पकड़े गए पांच लाख के इनामी बदमाश विकास दुबे की पत्नी ऋचा दुबे, उसके बेटे और नौकर को यूपी एसटीएफ ने गुरुवार की रात करीब साढ़े आठ बजे लखनऊ से गिरफ्तार किया है।
कानपुर के विकरू गांव में सीओ समेत आठ पुलिस कर्मियों की हत्या में विकास दुबे फरार चल रहा था। उसकी गिरफ्तारी के लिए यूपी पुलिस की 40 से ज्यादा टीमें लगी हुई थी। हरियाणा, दिल्ली पुलिस भी उसकी तलाश में जुटी थी। लगातार पुलिस के विकास और उसके गुर्गों पर शिकंजा कस रही थी। इसी के चलते घटना के सातवें दिन गुरुवार को मध्य प्रदेश के उज्जैन महाकाल मंदिर में जाकर विकास दुबे ने अपनी गिरफ्तारी दे दी। रिमांड पर लेने के बाद यूपी एसटीएफ उसे ला रही है।
कृष्णानगर से पकड़ी गयी ऋचा दुबे, बेटा और नौकर
विकास दुबे की पत्नी ऋचा दुबे को यूपी एसटीएफ की टीम ने कृष्णानगर से गिरफ्तार किया है। ऋचा के बारे में क्षेत्रीयों लोगों की सूचना के बाद यह गिरफ्तारी हुई है। ऋचा के साथ उसका बेटा और नौकर भी है।
सपा से आजीवन की है सदस्य
कुख्यात विकास दुबे की पत्नी ऋचा दुबे समाजवादी पार्टी (सपा) की सक्रिय सदस्य थी। उसने साल 2015 में पार्टी के मुखपत्र ‘समाजवादी बुलेटिन’ की आजीवन सदस्यता शुल्क के तौर पर 20 हजार रुपये दिए थे। सोशल मीडिया में वायरल हुए इस पत्र में विकास की पत्नी ने साल 2015 में गांव में ही समाजवादी पार्टी की सदस्यता ली थी। इसी साल उसने सपा के समर्थन से जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ा था। हालांकि सपा ने इस बात को इनकार किया था। सपा के मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने कहा था कि समाजवादी पार्टी में आजीवन सदस्य कोई नहीं बनता है। सिर्फ तीन साल के लिए सदस्य बनता है। समाजवादी बुलेटिन पत्रिका है, जिसका कोई भी सदस्य बन सकता है। पार्टी को बदनाम करने के लिए यह सब किया गया है। Source हिन्दुस्थान समाचार