नई दिल्ली: भारत सरकार राज्यों/ केंद्र प्रदेश प्रदेशों के साथ मिलकर, एक वर्गीकृत, पूर्व-निर्धारित और अग्रसक्रिय दृष्टिकोण को अपनाते हुए, कोविड-19 की रोकथाम, नियंत्रण और प्रबंधन की दिशा में कई कदम उठा रही है। इनकी नियमित रूप से समीक्षा और उच्चतम स्तर पर निगरानी की जा रही है।
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री, डॉ हर्षवर्धन ने आज यहां वीडियो कांफ्रेंसिंग (वीसी) के माध्यम से देश भर के लायंस क्लब इंटरनेशनल के सदस्यों से बातचीत की। उन्होंने लायंस क्लब के सदस्यों द्वारा पीएम केयर फंड में 9.1 करोड़ रुपये की राशि और विभिन्न मुख्यमंत्री राहत कोषों में 12.5 करोड़ रुपये की राशि का योगदान करने के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने लाखों लोगों के लिए भोजन उपलब्ध कराने और बहुत आवश्यक चिकित्सा उपकरण और सुरक्षात्मक सामाग्रियों के लिए उनके योगदान की भी सराहना की। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि राज्यों/ केंद्र शासित प्रदेशों के साथ-साथ समर्पित हितधारकों और भागीदारों के साथ मिलकर, कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में भारत एक विजेता के रूप में उभरकर सामने आने में सक्षम होगा।
सुश्री प्रीति सूदन, सचिव (एचएफडब्ल्यू) ने आज यहां कोविड-19 के प्रबंधन से संबंधित स्वास्थ्य संरचनाओं और विभिन्न पहलुओं पर चर्चा और विचार-विमर्श करने के लिए राज्यों और जिलों के प्रतिनिधियों के साथ एक वीडियो कांफ्रेंसिंग (वीसी) की अध्यक्षता की। वीसी के दौरान जीआईएस डैशबोर्ड, कोविड-19 पोर्टल और समर्पित आरटी-पीसीआर रेफरल ऐप के कामकाज पर भी चर्चा की गई। उन्होंने राज्यों से आरोग्य सेतु ऐप को बढ़ावा देने का आग्रह किया, जो एक स्वमूल्यांकन करने वाला उपकरण है और सरकार द्वारा किए जा रहे रोकथाम के प्रयासों में सहायक है।
सचिव (एचएफडब्ल्यू) ने इस बात पर बल दिया कि गैर-कोविड वाले आवश्यक चिकित्सा देखभाल की उपेक्षा नहीं की जानी चाहिए। इस बात को दोहराया गया कि देखभाल की आवश्यकता वाले रोगियों, जैसे डायलिसिस, कैंसर, मधुमेह, गर्भवती महिलाएं और हृदय संबंधी बीमारियों से पीड़ित लोगों की पर्याप्त देखभाल की जानी चाहिए। राज्यों से यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया गया कि लोगों के लिए सामीप्य सेवाएं कार्यशील और असंक्रमित रहें।
कोविड-19 मामलों के प्रबंधन पर बोलते हुए, डॉ बलराम भार्गव, सचिव, स्वास्थ्य अनुसंधान विभाग (डीएचआर) और महानिदेशक, भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद् (आईसीएमआर) ने नमूनों के संग्रहण में सतर्कता और संलग्न फॉर्म भरने के महत्व पर जोर दिया। राज्यों को सूचित किया गया कि आरटी-पीसीआर ऐप को क्रियाशील बनाया जा चुका है और इसको तुरंत उपयोग में लाने की आवश्यकता है।
अब तक कुल 7,695 लोगों को उपचारित किया जा चुका है। इससे हमारी कुल आरोग्य प्राप्ति दर 24.5% तक हो गई है। वर्तमान में कुल पुष्ट मामलों की संख्या 31,332 है।
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कोविड-19 से संबंधित किसी भी जानकारी के लिए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के हेल्पलाइन नंबर- : +91-11-23978046 or 1075 (टोल फ्री) पर कॉल करें।
कोविड-19 पर राज्यों/ केंद्र शासित प्रदेशों के हेल्पलाइन नंबरों की सूची https://www.mohfw.gov.in/pdf/coronvavirushelplinenumber.pdf पर उपलब्ध है।