नई दिल्ली: भारत सरकार ने राज्य सरकारों और केंद्र शासित प्रदेशों के साथ मिलकर देश में कोविड-19 से निपटने, उसकी रोकथाम और संक्रमण रोकने के लिए तमाम कदम उठाए हैं। इसके तहत उच्च स्तर पर नियमित समीक्षा और इन कदमों की निगरानी की जा रही है।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री श्री अश्विनी कुमार चौबे के साथ आज यहां वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से सभी राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य मंत्रियों, मुख्य सचिवों/स्वास्थ्य सचिवों के साथ बातचीत की।डॉ. हर्षवर्धन ने सुझाव दिया कि देश के प्रत्येक जिले में कोविड-19 से निपटने के लिए अस्पताल बनाएं और इसके बारे में जल्द से जल्द अधिसूचना जारी करने की आवश्यकता है ताकि लोगों को उनके बारे में सूचित किया जा सके। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य कार्यकर्ता/पेशेवर को किस श्रेणी के पीपीई का उपयोग करना है।इसे लेकर विस्तृत दिशा-निर्देश मंत्रालय की वेबसाइट(www.mohfw.gov.in)पर उपलब्ध है।साथ ही राज्यों को उनके तर्कसंगत उपयोग के बारे में भी जागरूकता पैदा करने की आवश्यकता है।
अस्पतालों के विभिन्न क्षेत्रों में पीपीई के उचित उपयोग को लेकर एक वीडियो अपलोड किया गया है जिसे https://www.youtube.com/watch?v=LzB5krucZoQ&feature=youtu.be देखा जा सकता है। भारत सरकार ने ‘इंडिया कोविड-19 इमर्जेंसी रिस्पॉन्स एंड हेल्थ सिस्टम प्रियपर्डनेस पैकेज’ के लिए15,000 करोड़ रुपये की स्वीकृति की घोषणा की है। इस फंड का उपयोग कोविड-19 के मरीजों के इलाज के लिए किया जा सकता है। साथ ही इससे कोविड-19 पर प्राथमिक फोकस के साथ देश के चिकित्सा बुनियादी ढांचे को मजबूत किया जा सकता है।
इस फंड से कोविड-19 के टेस्ट की सुविधाओं में बढ़ोतरी की जा सकेगी और पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट (पीपीई), आइसोलेशन बेड्स, आईसीयू बेड्स, वेंटिलेटर्स और अन्य चिकित्सा और पैरामेडिकल मानव संसाधन के लिए अन्य आवश्यक चिकित्सा उपकरण और प्रशिक्षण का इंतजाम किया जा सकता है।39 घरेलू निर्माता पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट (पीपीई)बना रहे हैं और भारत सरकार ने सभी राज्यों में मोर्चे पर लड़ रहे लोगों के पीपीई की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए हैं।
राज्य सरकारों को करीब 20.4 लाख एन-95 मास्क की आपूर्ति की गई है और बाकी जरूरतों को पूरा करने के लिए खरीद की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। साथ ही 49000 वेंटिलेटर खरीदे गए हैं और भविष्य की जरूरतों को देखते हुए इसका भंडारण भी किया गया है।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने रक्त ट्रांसफ्यूजन और स्वयं रक्त दान को लेकर दिशानिर्देश जारी किया है ताकि ब्लड बैंक के स्टॉक को सुनिश्चित किया जा सके। इससे उन मरीजों को मदद मिलेगी जिन्हें जीनव रक्षा के लिए ब्लड की आवश्यकता होती है।इस सिलसिले में जारी दिशा-निर्देश को यहां https://www.mohfw.gov.in/pdf/NBTCGUIDANCEFORCOVID19.pdf देखा जा सकता है।
इसके अलावा हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन (एचसीक्यू) की अनुमानित आवश्यकता के अनुसार 1 करोड़ टैबलेट्स (कोविड-19 के मरीजों का इलाज कर रहे स्वास्थ्यकर्मियों, आईसीयू और उच्च जोखिम वाले शख्स भी शामिल हैं) की आवश्यक है। अभी इसकी उपलब्धता 3.28 करोड़ टैबलेट है जोकि घरेलू उपयोग के लिए तीन गुना ज्यादा है।
प्रिग्नेंसी और लेबर मैनेजमेंट को लेकर एम्स में ऑनलाइन ट्रेनिग दी जा रही है जोकि वेबीनार्स के रूप में उपलब्ध है जिसे https://www.youtube.com/watch?v=MJwgi1LCu8o&feature=youtu.be यहां भी देखा सकता है।
कोरोना वायरस टेस्ट की क्षमता में बढ़ोतरी की गई है और इसके लिए 146 सरकारी, 67 प्राइवेट लैब और 16000 से ज्यादा टेस्टिंग सेंटर बनाए गए हैं। 9 अप्रैल 2020 को करीब 16002 टेस्ट किए गए जिनमें 320 पॉजिटिव केस (करीब 2 प्रतिशत) पाए गए।यह आंकड़ा, हालांकि, एकत्र किए गए नमूनों के आधार पर दिन-प्रतिदिन के आधार पर भिन्न होता है।
अभी तक 6412 पुष्ट मामले सामने आए हैं जबकि 199 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं 503 लोग इलाज के बाद स्वस्थ हो चुके हैं।
कोविड-19 संबंधित तकनीकी मुद्दों पर सभी प्रामाणिक और अद्यतन जानकारी के लिए, दिशा-निर्देश और सलाह नियमित रूप से देखने के लिए यहां क्लिक करें: https://www.mohfw.gov.in/.
कोविड-19 पर किसी भी तकनीकी जानकारी के लिए technicalquery.covid19@gov.in पर मेल कर सकते हैं और ncov2019@gov.in से कोरोना वायरस से जुड़े सवालों का जवाब प्राप्त किया जा सकता है। अगर कोविड-19 को लेकर कोई सवाल है तो परिवार एवं स्वास्थ्य कल्याण मंत्रालय की हेल्पलाइन नंबर: +91-11-23978046 or 1075 (टोल फ्रील) पर फोन कर सकते हैं। कोविड-19 से जुड़े राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की हेल्पलाइन नंबर्स https://www.mohfw.gov.in/pdf/coronvavirushelplinenumber.pdf को यहां हासिल किया जा सकता है।