युवा मामले और खेल मंत्रालय (एमवाईएएस) के पंडित दीनदयाल उपाध्याय राष्ट्रीय कल्याण कोष (पीडीयूएनडब्ल्यूएफएस) से वित्तीय सहायता प्राप्त करने के लगभग डेढ़ साल बाद उत्तर प्रदेश के तीरंदाज नीरज चौहान ने एशियाई खेलों के लिए भारतीय राष्ट्रीय तीरंदाजी टीम में जगह बनाई है।
नीरज चौहान ने एशियाई खेलों के लिए जारी चयन परीक्षणों में रविवार को शीर्ष तीन स्थानों में अपनी जगह बनाई है। इसके साथ ही नीरज को इस साल के अंत में होने वाले चार विश्व कप और विश्व खेलों में भारत का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिलेगा।
तीरंदाज नीरज चौहान ने फोन पर बातचीत के दौरान कहा कि, “उस वक्त सही समय पर जो पहल हुई उससे मुझे और मेरे परिवार को बहुत मदद मिली और मैं भावी प्रतियोगिता के लिए प्रशिक्षण लेने वापस आ गया।”
नीरज पहली बार सुर्खियों में तब आए जब कोविड 19 लॉकडाउन के दौरान उनके पिता, जो उस समय परिवार के एकमात्र कमाऊ सदस्य थे, ने महामारी के कारण अपनी नौकरी खो दी। पिता की अचानक नौकरी छूटने से परिवार के लिए एक बड़ी आर्थिक तंगी हो गई थी। तब नीरज और उसके परिवार को अपना पेट भरने के लिए सब्जियां बेचने के लिए मजबूर होना पड़ा था।
नीरज की की दुर्दशा पर भारतीय तीरंदाजी संघ (एएआई) के अध्यक्ष श्री अर्जुन मुंडा ने प्रकाश डाला और उन्होंने एक ट्वीट में खेल मंत्री से उनकी मदद करने का अनुरोध किया था। इसके बाद, नीरज और उनके भाई सुनील, जो एक राष्ट्रीय मुक्केबाज हैं, को खेल मंत्रालय के पंडित दीनदयाल उपाध्याय राष्ट्रीय कल्याण कोष के तहत 5-5 लाख रुपये की वित्तीय सहायता मंजूर की गई।
नीरज ने कहा, “वित्तीय सहायता मिलने के बाद से मैं अपने उस तीरंदाजी उपकरण को अपग्रेड करने में सक्षम हुआ जिसका मैं अभी भारतीय खेल प्राधिकरण (एसएआई) सोनीपत में अपने प्रशिक्षण के दौरान उपयोग कर रहा हूं, और आहार पर भी थोड़ा और पैसा खर्च करता हूं जो मैं पहले नहीं कर सकता था।”
यह पूछे जाने पर कि राष्ट्रीय टीम में शामिल किए जाने के बाद अब उन्हें कैसा लगा, नीरज ने कहा, “मैं बहुत खुश और उत्साहित हूं कि मैंने भारतीय राष्ट्रीय टीम में जगह बनाई। मेरा पहला अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम एशियाई खेल होगा, और अब मैं इस आयोजन की तैयारी के लिए अपनी पूरी ताकत लगा दूंगा ताकि मैं वहां पदक जीत सकूं।”
एशियाई खेलों, विश्व खेलों और विश्व कप के लिए चयन परीक्षणों का दूसरा चरण अभी भारतीय खेल प्राधिकरण (एसएआई) सोनीपत में चल रहा है। रिकर्व श्रेणी के लिए चयन का काम रविवार, 27 मार्च को संपन्न हो गया है जबकि कंपाउंड श्रेणी के लिए चयन परीक्षण अभी जारी है और यह 30 मार्च 2022 को संपन्न होगा।