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नगर विकास मंत्री ए0के0 शर्मा ने सफाई अभियान की तैयारियों को लेकर समीक्षा की

उत्तर प्रदेश

उत्तर प्रदेश के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री श्री ए0के0 शर्मा ने स्वच्छ भारत मिशन नगरीय द्वारा स्वच्छता ही सेवा कार्यक्रम के अंतर्गत आगामी 17 सितम्बर से 02 अक्टूबर के मध्य निकायों में चलाये जाने वाले स्वच्छता कार्यों की तैयारियों को लेकर समीक्षा की। उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन के स्वर्णिम 10 वर्ष पूर्ण होने पर वर्ष 2024 में स्वच्छता ही सेवा कार्यक्रम को वृहद जन-सहभागिता के साथ मनाए जाने हेतु “स्वभाव स्वच्छता, संस्कार स्वच्छता” थीम पर एक 15 दिवसीय स्वच्छता कार्यक्रम की रचना की गयी है। जिसमें स्वच्छता की भागीदारी, संपूर्ण स्वच्छता और सफाईमित्र सुरक्षा तीन प्रमुख घटक हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्र को स्वच्छता का संदेश देने वाले महात्मा गांधी के 155वें जन्मदिवस पर ‘‘स्वच्छता ही सेवा कार्यक्रम‘‘ के तहत समस्त नगरीय निकायों में 26 सितम्बर से 02 अक्टूबर तक एक सप्ताह का 155 घंटे का नॉन-स्टॉप सफाई अभियान चलाकर श्रद्धांजलि दी जायेगी।
मंत्री श्री शर्मा ने कहा कि स्वच्छता की भागीदारी के अन्तर्गत सार्वजनिक भागीदारी व स्वच्छता के जन-आंदोलन में सभी नागरिकों के जुडा़व हेतु विभिन्न आई.ई.सी. गतिविधियां (साइक्लोथॉन, मैराथॉन व प्लॉग रन) करायी जानी है। साथ ही समस्त स्वयं सेवी संस्थाओं, युवा मंडल दल, स्वच्छ सारथी क्लब, स्वच्छ वातावरण प्रोत्साहन समिति व अन्य द्वारा भी स्वच्छता की भागीदारी में सहयोग प्रदान किया जाएगा। “स्वच्छता ही सेवा 2024 कार्यक्रम” में समस्त नागरिकों की स्वच्छता में भागीदारी हेतु श्रमदान का आह्वान किया जायेगा, जिससे कि प्रदेश में पूर्ण स्वच्छता एवं व्यवहार परिवर्तन प्राप्त किया जा सके। स्वच्छता की भागीदारिता में स्कूल/कॉलेज/विश्वविद्यालयों (स्वच्छ सारथी क्लब) का महत्वपूर्ण योगदान है। बच्चे हमारी धरोहर व भविष्य है, जिनमें स्वच्छता की जागरुकता व स्वच्छता के प्रति विभिन्न कार्यों में योगदान अतुलनीय है, जिस हेतु इस वर्ष सभी निकायों में स्वच्छ सारथी क्लबों के माध्यम से स्वच्छ स्कूल बनाये जा सके, जोकि प्लास्टिक मुक्त स्वच्छ टॉयलेट व स्वच्छ परिसर से युक्त हों तथा प्रत्येक निकाय में सर्वश्रेष्ठ कार्य करने वाले स्कूल को “स्वच्छ स्कूल” की उपाधि से सम्मानित भी किया जाएगा। हमारे नगर सम्पूर्ण स्वच्छता का लक्ष्य प्राप्त कर सकें इसके लिये स्वच्छ घर, स्वच्छ विरासत, स्वच्छ बाजार, स्वच्छ घाट, स्वच्छ शौचालय को स्वच्छ बनाया जायेंगे। महात्मा गांधी के 155वें जन्मदिवस पर ‘‘स्वच्छता ही सेवा कार्यक्रम‘‘ के तहत समस्त नगरीय निकायों में 155 घंटे का नॉन-स्टॉप सफाई अभियान चलाया जायेगा। सभी निकायों में स्वच्छता की दृष्टिगत सार्वजनिक स्थान, रोड के किनारे, कार्यालय परिसर में विभिन्न स्थान, बाजार, खान-पान की जगह एवं गलियां व अन्य भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में ‘‘ब्लैक स्पॉट‘‘ को चिन्हित कर इन सभी स्थानों को भी पूर्ण रुप से स्वच्छ किया जायेगा। सफाई मित्र हमारी स्वच्छता कार्यक्रम के प्रमुख अंग हैं। इसलिए सफाई मित्रों की स्वास्थ्य जांच करने, किट देने के साथ ही विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ भी दिया जायेगा। इस वर्ष स्वच्छता ही सेवा कार्यक्रम में उत्कृष्ट कार्य करने वाले निकायों को सम्मानित भी किया जाएगा, जिसमें कि प्रदेश की 02 नगर निगम, 05 पालिकाएं व 10 पंचायतों को पुरस्कृत किया जाएगा।
मंत्री शर्मा कहा कि विगत दो वर्षों में अनेकों स्वच्छता अभियान चलाते हुए जिन जगहों को स्वच्छ किया गया है, उन जगहों का सुंदरीकरण कराया जाये। बाग़-बगीचा, पार्क, उद्यानों, ओपन जिम, वेण्डिंग जोन जैसी व्यवस्थाओं को पूर्ण करते हुए ऐसे स्थानों को निकाय के उत्कृष्ट स्थानों की श्रेणी में स्थापित करें। उन्होंने कहा कि इस अभियान के दौराम भी निकायों के ब्लैक स्पॉट्स को चिन्हित करें। हर मोहल्ले और हर वार्ड में उन जगहों को चिन्हित कराएं, जहां विशेष सफाई करने की अवश्यता है, जिसको इस अभियान में लेकर सुन्दर बनाना है। उन्होंने कहा कि हमारे छोटे छोटे प्रयासों से हम बड़े बदलाव ला सकते हैं। हमें अपनी पूरी ऊर्जा को लगाते हुए, समस्या को हमेशा के लिए ख़त्म कर सकते हैं।
मंत्री श्री शर्मा ने कहा कि कुछ निकाय ऐसे हैं, जहां संसाधनों की कमी है, ऐसी निकयों को निकटतम नगर निगमों या पालिकाओं से संसाधनों की व्यवस्थाओं को भेजकर सफाई व्यवस्था सुनिश्चित कराएं। उन्होंने कहा कि 17 को कोई भी ऐसा निकाय न हो जो किसी भी मशीनरी की समस्या न बताये। वहीं जनसंख्या के अनुसार जितने भी कर्मचारी लगाए गए हैं, उन्हें पूरी तरह से सफाई और सुंदरता के कार्य में ले।
नगर विकास मंत्री ने चेतावनी देते हुए कहा कि जिन निकयों में सफाई नहीं दिखी, तो अधिशाषी अधिकारी पर कार्यवाही की जाएगी। नोडल अधिकारी नियुक्त किये जाये और 17 से पहले अपने जिले और निकाय में पहुंचे जाएं। उनके द्वारा प्रस्तुत रिपोर्ट की निदेशालय स्तर पर मॉनिटरिंग की जाएगी। वहीं डीसीसीसी की होने वाली मॉनिटरिंग में जो भी ईओ निर्धारित रोस्टर के अनुसार नहीं जुड़ते हैं, उन पर भी सख्त कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं। मंत्री श्री शर्मा ने कहा कि हमें अपने नगरों को नया और आधुनिक बनाने का प्रयास करना है।
मंत्री श्री शर्मा ने कहा आने वाला समय त्योहारों का है। नवरात्रि और दिवाली के दौरान किसी भी जगह लेगसी वेस्ट नहीं दिखना चाहिए। साथ ही छठ पूजा के लिए सभी घाटों की साफ-सफाई वृहद रूप से कराई जाए। आगामी सभी त्यौहारों को जीरो वेस्ट और प्लास्टिक मुक्त बनाने का हमें पूर्ण प्रयास करना है। साथ ही अमृत सरोवर की जानकारी भी उपलब्ध कराएं। कितने पूर्ण हो चुके हैं और जिनपर भी काम चल रहा है, उन्हें भी जल्द पूर्ण कराया जाये। वहीं जिन निकायों में अमृत सरोवरों का निर्माण होना है उनके भी प्रस्ताव जल्द ही निदेशालय में उपलब्ध करा दें।
मंत्री श्री शर्मा ने स्वच्छता ही सेवा कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए प्रत्येक निकाय में कुल वार्डों को जोनवार या सेक्टर वार बाँटते हुए दैनिक सफाई के साथ ही विशेष सफाई कार्य कराई जाये। इस दौरान मैन और मशीन दोनों को पूर्ण क्षमता के साथ कार्य करना है। निकयों के पार्क की सफाई और सुंदरीकारण के कार्य कराये जाएं। साथ ही पीपीपी मॉडल पर चौराहों के सुंदरीकारण करने के लिए सभी को आगे बढ़ना पड़ेगा और लोगों और व्यापारिक बन्धुओं या संस्थाओं से बात करके उन्हें गोद लेने का आग्रह करना होगा। मंत्री श्री शर्मा ने कहा कि जनभागीदारी में बहुत शक्ति होती है इसे हमें शहरी विकास में अपनाते हुए अपने नगरों को वैश्विक नगर की श्रेणी में स्थापित करना होगा।
मंत्री श्री शर्मा ने कहा कि स्वच्छता योद्धा और स्वच्छ सारथी क्लब हमारे कार्यों और स्वच्छता के ध्येय को पूरा करने में बड़ी शक्ति देंगे। हमें इन्हें और मजबूत कर इनकी शक्ति को बढ़ाना होगा। इसके लिए हमें योद्धाओं की संख्या बढ़ानी होगी और इन संख्या को निकाय स्तर पर बढ़ाने वाले सहयोगियों व योद्धाओं को सम्मानित भी किया जायेगा। उन्होंने कहा कि आने वाले स्वच्छ सर्वेक्षण में हमें अपने नगरों को ग्लोबल सिटी के रूप में परिवर्तित करने में भी ये क्लब बहुत सहायक होंगे। हमें सफाई का काम बड़ी ईमानदारी से करना है। वहीं गन्दगी फैलाने वाले लोगो को जुर्माना भी करना होगा। उन्होंने कहा कि फ़ूड जॉइंट्स पर सफाई की व्यवस्था रखें और डस्टबिन का अभाव अगर व्यापारिक क्षेत्र के दुकानदारांे के पास दिखा, तो सफाई इंस्पेक्टर और जिम्मेदारों पर कार्यवाही की जाएगी। सार्वजानिक शौचालय, पिंक टॉयलेटस, इत्यादि का मैटेनेंस अच्छी से कराया जाए साथ ही उनमें साफ-सफाई नियमित रूप से होनी चाहिए। कहीं भी गन्दगी और कूड़े का ढेर दिखेगा तो अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी।
मंत्री श्री शर्मा ने कहा सफाई मित्रों का नगर की स्वच्छता में बड़ा योगदान होता है। हमें उनके कार्यों की कुशलता को बनाये रखने के लिए उनके स्वास्थ्य और सुरक्षा पर भी विशेष ध्यान देना चाहिये। निकाय कैम्प लगाकर उन्हें स्वच्छता किट 17 से पहले उपलब्ध करा दें। उनका स्वास्थ्य परिक्षण कराएं और उन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने में उनकी सहायता करें। जहां कहीं भी उन्हें समस्यायों का सामना करना पड़ रहा है, उसके लिए विभागीय अधिकारी सम्बंधित विभागों से समन्वय स्थापित कर समस्या का निदान करायें।  मंत्री जी ने कहा कि स्वच्छ विरासत का कार्यक्रम पहले भी चल चुका है, उनकी भी सफाई की व्यवस्था की जाए।
निदेशक नगर निकाय श्री अनुज कुमार झा जी ने कहा को हाल ही में विभिन्न निकयों में 490 वाहन दिए गए हैं। जिन निकयों में संसाधनों की कमी हैं वो अपने प्रस्ताव भेजें और जो पहले से दिए गए वहां और मशीनें उपलब्ध हैं, यह सुनिश्चित कराएं कि वो सही ढंग से क्रियाशील हों। उन्हें 15 दिवसीय अभियान के दौरान इस्तेमाल में लेते हुए नगरों को साफ और सुन्दर बनाया जाये। उन्होंने कहा कि अच्छे निकायों को राज्य स्तर पर पुरस्कृत भी किया जाएगा। एसवीपीएस (स्वच्छ वातावरण प्रोत्साहन समिति) अपने वार्डों में 03 स्वच्छ घर को चिन्हित करेंगी, साथ ही स्वच्छ स्कूल को भी चिन्हित कर उन्हें सम्मानित करेंगी। वेंडिंग जोन और फ़ूड स्ट्रीट में डस्टबिन की उचित व्यवस्था की जानी चाहिए। सफाई मित्रों को स्वच्छता और सुरक्षा किट अनिवार्य रूप से देना है और अभियान के दौरान कर्मियों को पूरी किट में ही काम करना है। निकयों में जहां भी लिगेसी जमा हो, उनकी क्लस्टरिंग करके उन्हें ख़त्म कराया जायेगा। निदेशक ने बताया कि 42 करोड़ रुपये से 05 साल से पुराने टॉयलेट को क्षतिग्रस्त होने पर सुधार कराने की व्यवस्था उपलब्ध कराई गयी है।
बैठक के दौरान राज्य मंत्री श्री राकेश राठौर ‘गुरू’, सचिव, नगर विकास श्री अजय शुक्ला, निदेशक नगरीय निकाय श्री अनुज कुमार झा, अपर निदेशक श्रीमती ऋतु सुहास ने प्रतिभाग किया और सभी नगर निगमों के आयुक्त, निकयों के अधिशाषी अधिकारी एवं कर्मचारी ऑनलाइन माध्यम से उपस्थित रहे।

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