नई दिल्ली: अमेरिकी रक्षा मंत्री डॉ. आशटन कार्टर आज विशाखापटनम् पहुंचेंगे। वे एक उच्च स्तरीय शिष्टमंडल का नेतृत्व भी कर रहे हैं। डॉ. कार्टर भारत की तीन दिवसीय यात्रा पर आ रहे हैं। रक्षा मंत्री के रूप में उनकी यह पहली यात्रा होगी। इससे पहले उन्होंने सितंबर 2013 और जुलाई 2012 में उप रक्षामंत्री के रूप में भारत की यात्रा की थी। उप रक्षा मंत्री के रूप में डॉ. कार्टर भारत- अमेरिकी रक्षा प्रौद्योगिकी एवं व्यापार पहल (डीटीटीआई) के मुख्य वास्तुकार थे। उन्होंने प्रौद्योगिकी हस्तांतरण, सह-विकास , सह उत्पादन, सहयोगपूर्ण उद्यमों, लाइसेंसों के लिए त्वरित अनुमोदन प्रक्रिया आदि के बारे में भारत के साथ अपने घनिष्ठ साझीदार के स्तर पर ही व्यवहार किए जाने की वकालत की थी।
डॉ. कार्टर विशाखापटनम् स्थित पूर्वी नौसेना कमान का भ्रमण करने के बाद शाम को दिल्ली पहुंचेंगे। कल वे रक्षा मंत्री श्री मनोहर पर्रिकर, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार तथा विदेश मंत्री से मुलाकात करेंगे। डॉ. कार्टर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी से भी मुलाकात करेंगे।
भारत आने से पूर्व डॉ. कार्टर ने इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट फॉर स्ट्रेटेजिक स्टडीज (आईआईएसएस) द्वारा एशिया की सुरक्षा पर 29-31 मई 2015 तक सिंगापुर में आयोजित ‘शंगरि-ला वार्ता- 2015’ में भाग लिया है।