वॉशिंगटन: अमेरिका ने पाकिस्तान के खिलाफ एक बड़ा फैसला लेते हुए इस पर प्रतिबंध लगा दिए हैं। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन ने यह कदम उस समय उठाया जब पाक ने अपने निर्वासित और वीजा खत्म होने के बाद भी अमेरिका में रह रहे नागरिकों को वापस लेने से इनकार कर दिया। अमेरिका ने पाकिस्तान को चेतावनी भी दी है कि सीनियर पाकिस्तानी ऑफिसर्स के वीजा को रोककर वह बाकी नागारिकों के वीजा को भी होल्ड कर सकता है। अमेरिका के विदेश विभाग की ओर से शुक्रवार को इस बाबत एक बयान जारी किया गया।
10 देशों वाली लिस्ट में पाकिस्तान का नाम
विदेश विभाग ने अपने बयान में कहा है कि पाकिस्तान में दूतावास के कामकाज में कोई बदलाव नहीं होगा। लेकिन अब इन प्रतिबंधों के बाद जो 22 अप्रैल से प्रभावी हैं, अमेरिका पाकिस्तानियों के वीजा को रोक सकता है। इसकी शुरुआत सीनियर ऑफिशियल्स के वीजा को रोककर की जा सकती है। पाकिस्तान उन 10 देशों की लिस्ट में आ गया है अब जिन पर अमेरिकी कानूनों के तहत प्रतिबंध लगाया गया है। कुछ देशों ने पाक की तर्ज पर अपने नागरिकों को वापस लेने से इनकार कर दिया है। अब इन देशों को भी अमेरिका का वीजा नहीं दिया जाएगा।
साल 2001 से जारी है ऐसी प्रक्रिया
दिलचस्प बात है कि आठ देशों पर ट्रंप प्रशासन की ओर प्रतिबंध लगाया जा चुका है। इनमें से इस वर्ष घाना और पाकिस्तान की लिस्ट में एंट्री हुई है। जो और देश हैं उनमें गुयाना पर साल 2001, अफ्रीकी देश गाम्बिया पर साल 2016 में, कंबोडिया, एरिट्रिया, गिनी और सिएरा लोन पर साल 2017 में और बर्मा और लाओस पर साल 2018 में प्रतिबंध लगा दिया गया था। अमेरिका के इमीग्रेशन एंड नेशनैलिटी एक्ट के सेक्शन 243 (डी) के तहत विदेश विभाग अप्रवासी और गैर-प्रवासी वीजा किसी देश को देने से उस समय इनकार कर जाता है जब उसे होमलैंड सिक्योरिटी डिपार्टमेंट की ओर से आदेश दिए जाएं।
मार्च में भी वीजा पर आया था बड़ा फैसला
हालांकि विदेश विभाग का मानना है कि इन प्रतिबंधों का पाकिस्तान पर ज्यादा असर नहीं होगा। विदेश विभाग के प्रवक्ता की ओर से कहा गया है कि यह पाकिस्तान और अमेरिका की सरकारों के बीच हो रही बातचीत का एक द्विपक्षीय मुद्दा है। अमेरिका ने मार्च के माह में भी पाकिस्तान को एक और बड़ा झटका दिया था। ट्रंप सरकार ने अहम फैसला लेते हुए पाकिस्तानी नागरिकों के लिए अपनी वीजा नीति में बड़ा बदलाव किया। अमेरिका की ओर से अलग-अलग श्रेणियों में पाकिस्तानियों के लिए वीजा नीति बदली गई।
अमेरिका ने बढ़ा दी वीजा फीस
इस नीति में जो बात सबसे अहम है वह है पाक पत्रकारों की वीजा अवधि को घटाकर तीन माह का ही कर दिया गया है। इसके अलावा वर्क और मिशनरीज वीजा की अवधि भी पांच वर्ष से घटाकर एक वर्ष की कर दी गई है। कांसुलेट की ओर से जारी नोटिफिकेशन में व्यापार, टूरिज्म और छात्रों के लिए जारी होने वाली वीजा की अवधि पहले की ही तरह पांच वर्ष रखी गई है। वीजा अवधि जहां कम की गई है तो वहीं वीजा के लिए लगने वाली फीस बढ़ा दी गई है। पहले जहां वीजा फीस 160 अमेरिकी डॉलर थी अब 21 जनवरी 2019 से फीस 192 अमेरिकी डॉलर हो गई है। source: oneindia.com