लखनऊ: प्रदेश के प्राविधिक शिक्षा मन्त्री प्रो0 शिवाकान्त ओझा ने बताया है कि जनपद बांदा, बिजनौर और अम्बेडकरनगर में इंजीनियरिंग कालेजों के भवन का निर्माण कार्य पूर्ण हो गया है। इन कालेजों की समस्त व्यवस्थाओं को पूर्ण करके शैक्षिक सत्र 2015-16 से यहां पर कक्षाएं संचालित कर दी जायेंगी।
श्री ओझा ने बताया कि जनपद मैनपुरी ,कन्नौज एवं सोनभद्र में निर्माणाधीन इंजीनियरिंग कालेजों को उ0प्र0 प्राविधिक विश्वविद्यालय, लखनऊका सहयुक्त कालेज बना कर शैक्षिक सत्र 2015-16 से इन कालेजों का पठन-पाठन का कार्य क्रमशःएच0बी0टी0आई0,कानपुर बी0आई0ई0टी0 झासी एवं के0एन0आई0टी0 सुल्तानपुर में संचालित कर दिया जायेगा।
श्री ओझा ने बताया कि भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान, लखनऊकी स्थापना पी0पी0पी0 मोड के अन्तर्गत की जा रही है, जिसमें केन्द्र सरकार, राज्य सरकार एवं इण्डस्ट्री पार्टनर के रूप में चयनित यू0पी0 इलेक्ट्रानिक्स कारपोरेशन लि0 की क्रमशः 50ः35ः15 प्रतिशत धनराशि की सहभागिता है। उन्होने बताया कि राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान (रूसा) के अन्तर्गत भारत सरकार द्वारा देवीपाटन एवं बस्ती मण्डल में एक-एक इंजीनियरिंग कालेज स्थापित किये जाने की स्वीकृति प्रदान की गयी है तथा एच0बी0टी0आई कानपुर, के0एन0आई0टी0 सुलतानपुर, बी0आई0ई0टी0झासी, यू0पी0टी0टी0आई0 कानपुर एवं जनपद बांदा, बिजनौर, अम्बेडकरनगर तथा आजमगढ़ में स्थापित इंजीनियरिग कालेजों में नियमित निदेशकों की नियुक्ति कर दी गयी है। एच0बी0टी0आई0 कानपुर एवं बी0आई0ई0टी0झासी को छोडकर शेष समस्त इंजीनियरिग कालेजों में सम्बन्धित निदेशकों द्वारा कार्यभार ग्रहण कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि इसी प्रकार पाॅलिटेक्निक संस्थाओं में शिक्षकों रिक्त 500 पदों को पदोन्नति के आधार पर भर दिया गया है। उन्होंने बताया कि इन संस्थाओं में सभी स्तरों की पदोन्नतियां की जा रही है। इसी प्रकार राजकीय इन्जीनियरिंग कालेजों में भी शिक्षकों के रिक्त पदों को शीघ्र भरने के निर्देश दिये गये हैं।