लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने माध्यमिक शिक्षा परिषद, उत्तर प्रदेश की वर्ष 2020 की हाई स्कूल एवं इण्टरमीडिएट परीक्षाओं के सफल छात्र-छात्राओं को हार्दिक बधाई देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की मंगलकामना की है।
कोविड-19 जैसी वैश्विक महामारी के दौरान समय पर परीक्षा तथा लाॅकडाउन के बावजूद समय से माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा परीक्षा परिणाम घोषित किये जाने पर मुख्यमंत्री जी ने उप मुख्यमंत्री तथा माध्यमिक शिक्षा मंत्री डाॅ0 दिनेश शर्मा तथा विभाग के अधिकारियों एवं कर्मियों को बधाई दी है।
मुख्यमंत्री जी ने इन परीक्षाओं के मेधावी छात्र-छात्राओं को विशेष रूप से बधाई देते हुए कहा कि मेरिट में आने वाले विद्यार्थियों ने अपने कठिन परिश्रम और मेधा से देश के सबसे बड़े बोर्ड के टाॅपर के रूप में अपना नाम दर्ज किया है। कुशल मार्गदर्शन देकर मेधावी छात्र-छात्राओं को इस योग्य बनाने के लिए उन्होंने सभी विद्यालयों एवं आचार्याें को बधाई दी। उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए उन्होंने मेधावी विद्यार्थियों के माता-पिता, अभिभावक तथा परिवार के सभी सदस्यों को भी बधाई दी। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि मेधावी विद्यार्थियों की प्रतिभा का लाभ उत्तर प्रदेश और देश को मिलेगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा हाईस्कूल तथा इण्टरमीडिएट परीक्षाओं के टाॅप-10 मेधावी विद्यार्थियों को सम्मानित किया जाएगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि बालिकाओं का उत्तीर्ण प्रतिशत अधिक रहा जो सराहनीय है। प्रसन्नता का विषय है कि कोविड-19 के बावजूद हाई स्कूल का परिणाम 83.31 प्रतिशत तथा इण्टरमीडिएट का 74.63 प्रतिशत रहा है, जो विगत वर्ष की तुलना में बेहतर है। उन्होंने कहा कि 01 जुलाई, 2020 से विद्यार्थियांे को मार्कशीट वितरण का कार्य किया जाए। इस दौरान मास्क या फेस कवर अवश्य लगाया जाए तथा सोशल डिस्टेंसिंग का पूर्ण पालन किया जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कोविड-19 के दृष्टिगत राज्य सरकार शिक्षा के सम्बन्ध में आगे की कार्ययोजना पर कार्य कर रही है। भारत सरकार द्वारा जो भी दिशा-निर्देश दिए जाएंगे, उनके क्रम में राज्य सरकार सभी सम्बन्धित संस्थाआंे के साथ विचार-विमर्श करते हुए आगे की रणनीति तैयार करेगी।
ज्ञातव्य है कि 06 मार्च, 2020 को सम्पन्न माध्यमिक शिक्षा परिषद, उ0प्र0 की परीक्षाओं में 52.57 लाख विद्यार्थियों ने प्रतिभाग किया, जिनका परीक्षाफल आज घोषित किया गया है। इन परीक्षार्थियों की 2.82 करोड़ उत्तर-पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य 1.46 लाख परीक्षकों ने अत्यन्त सतर्कता एवं कर्मठता के साथ लाॅकडाउन अवधि में सम्पन्न किया।