19.9 C
Lucknow
Online Latest News Hindi News , Bollywood News

जेम पर अब तक 24 हजार करोड़ की खऱीददारी कर उतर प्रदेश देश में सबसे आगे

उत्तर प्रदेश

सरकारी विभागो में सामानों की  खरीद में पारदर्शिता लाने और अनियमितताओं को दूर करने के उद्देश्य से  शुरु किय गये –जेम पोर्टल के विक्रेताओं का आज लखनऊ में विक्रेता संवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया । पत्र सूचना कार्यालय-पीआईबी के सभाकक्ष में आयोजित इस कार्यक्रम में  गवर्नमेंट ई मार्केटप्लेस (GeM) जेम के अधिकारियों और बड़ी संख्या में विक्रेताओं ने हिस्सा लिया । जेम पोर्टल को 9 अगस्त 2016 को माननीय प्रधानमंत्री के विजन के हिस्से के रूप में लॉन्च किया गया था। गवर्नमेंट ई मार्केटप्लेस (GeM), देश का नेशनल पब्लिक प्रोक्योरमेंट पोर्टल, वस्तुओं और सेवाओं की खरीद के लिए एंड-टू-एंड ऑनलाइन मार्केटप्लेस है। GeM सार्वजनिक खरीद को फिर से परिभाषित करने के लिए जाना जाता है और सरकारी खरीदारों और सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों द्वारा खरीद के तरीके में आमूल-चूल परिवर्तन लाने में सक्षम है। GeM कॉन्टैक्टलेस, पेपरलेस और कैशलेस के  तीन स्तंभों पर खड़ा है। दक्षता, पारदर्शिता और समावेशिता जेम पोर्टल की विशेषताएं है । जेम का उद्देश्य स्वदेशी उत्पादों,स्टार्ट अप छोटे उद्दमियों,एम एस एमई सेक्टर,अनुसूचित जाति,जनजाति ,महिला उद्दमियों और एक जिला,एक उत्पाद (ओडीओपी) को बढावा देना है।
विक्रेताओं को संबोधित करते हुये जेम के  परामर्शदाता, व्यवसाय कार्य प्रणाली तथा एकीकरण श्री कुमार चन्द्रहास झा ने बताया कि केंद्र तथा उतर प्रदेश सरकार ने खरीद में व्यापक पारदर्शिता तथा प्रतियोगी भाव लाने के लिये जेम पोर्टल से सामान एवं सेवाओं की खरीददारी की अनिवार्यता करी है। उतर प्रदेश सरकार  द्वारा विगत वित्तीय वर्ष 2021-22 में 11274 करोड़ की खरीददारी जेम पोर्टल के माध्यम से की गयी है जो देश की पूरी जेम खरीद का 10 प्रतिशत से अधिक है ।जेम की शुरुआत से अब तक प्रदेश में सरकारी कार्यलयों द्वारा 24 हजार करोड़ रुपये से अधिक की खरीदारी जेम-पोर्टल  के माध्यम से की गयी है

जेम पोर्टल पर उतर प्रदेश के लगभग 14000 क्रेता पंजीकृत है एवं 4.28 लाख  से अधिक विक्रेता अपनी उत्पाद एवं सेवाये जेम पोर्टल पर उपलब्ध करा रहे हे। प्रदेश की क्रय नीति में 25 प्रतिशत की खरीददारी एमएसएमई (सूक्ष्मम एवं लघु उद्दोग) विक्रेताओं से करने का शासनादेश है ।प्रदेश के 79 हजार से अधिक  सूक्ष्मम एवं लघु उद्दोग विक्रेता जेम पोर्टल पर अपनी सेवायें दे रहें है।जिसमें से बहुत सारी महिला उद्दमी और अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति उद्दमि भी शामिल है।
विक्रेताओं को संबोधित करते हुये पत्र सूचना कार्यालय के उपनिदेशक डा.एम.एस.यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री परिकल्पना के अनुरुप जीईएम के माध्यम से एकीकृत बाजार के महत्व तथा लाभों को रेखांकित किया जा रहा है।उन्होंने कहा कि खरीददारी के इस माध्यम से स्वदेशीकरण और देशी उत्पादों को बढावा मिलेगा।
विक्रेता संवाद के दौरान, बाराबंकी निवासी श्री विश्वनाथ ने जीईएम के बारे में अपने अनुभवों को साझा किया एवं कहा कि इसने व्यवसाय करने तथा आगे बढ़ने के लिए एक पारदर्शी तथा बाधा मुक्त मंच प्रदान किया है। उन्होंने कहा, ‘‘ जीईएम ने मेरे व्यवसाय में एक चमक ला दी है। यह जबर्दस्त विकास के मार्ग पर है। जीईएम ने न केवल भ्रष्टाचार को खत्म करने के एक शानदार माध्यम के रूप में काम किया है बल्कि इसने बिचैलियों की प्रथा को भी खत्म कर दिया है। ‘
एक अन्य विक्रेता श्री श्वेत कमल अग्रवाल ने कहा कि जीईएम में पिछले कुछ वर्षों के दौरान असीम वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा, ‘‘अब लाखों क्रेता और विक्रेता जीईएम के साथ जुड़ चुके हैं। इस वृद्धि के साथ, हमें लोगों को संवेदनशील बनाने तथा इसकी सेवा प्रदायगी में और अधिक सुधार लाने की आवश्यकता है जिसके लिए इस विक्रेता संवाद जैसे कार्यक्रम महत्वपूर्ण हैं। ‘‘
उल्लेखनीय है कि वित्त वर्ष 21-22 में एक ही वित्तीय वर्ष में GeM ने खरीद मूल्य के 1 लाख करोड़ रुपये के मील के पत्थर को पार कर लिया है। कुल मिलाकर, GeM ने 3.02 लाख करोड़ रुपये से अधिक मूल्य के 1 करोड़ से अधिक खरीद बिक्री  की सुविधा प्रदान की है। यह पूरे देश में खरीदारों और विक्रेताओं सहित सभी हितधारकों के समर्थन से ही संभव हुआ है।
GeM के खरीदार आधार में सभी केंद्र और राज्य सरकार के विभाग, सहकारी समितियां, केंद्रीय और राज्य स्वायत्त निकाय, केंद्रीय और राज्य सार्वजनिक उपक्रम और स्थानीय निकाय शामिल हैं। GeM के विक्रेता आधार की विषम प्रकृति स्पष्ट रूप से ‘समावेशीता’ के संस्थापक स्तंभ को दर्शाती है। बड़ी कंपनियों और समूहों से शुरू होकर, विक्रेता आधार में देश भर से महिला उद्यमी, स्वयं सहायता समूह और एमएसएमई विक्रेता शामिल हैं। इसके अलावा, एमएसएमई, केवीआईसी उद्योगों, एसएचजी और कारीगरों, बुनकरों आदि के लिए बोर्डिंग अनुभव को सुनिश्चित करने के लिए जीईएम पोर्टल पर विशेष प्रावधान भी बनाए गए हैं। स्टार्ट-अप संगठनों के लिए जेम स्टार्ट पर अपने उत्पाद का प्रदर्शन करने के लिए एक विशेष पहल है- स्टार्ट अप  रनवे। गौरतलब है कि 62 हजार पंजीकृत सरकारी खरीदार और 50.90 लाख विक्रेता और सेवा प्रदाता GeM संचालन के आकार और पैमाने के लिए बोलते हैं।
अपनी स्थापना के बाद से, GeM लगातार नए उत्पाद और सेवा श्रेणियों के साथ लगातार बढ़ रहा है। वर्तमान में, GeM पर लगभग 300 सेवा श्रेणियां और 10000+ से अधिक उत्पाद श्रेणियां उपलब्ध हैं। इन श्रेणियों में उत्पाद और सेवा प्रसाद के लगभग 44 लाख कैटलॉग हैं। इसके अलावा, GeM एक उभरता हुआ मंच है और पोर्टल में नई सुविधाओं और कार्यात्मकताओं को जोड़ने की दिशा में अथक प्रयास करता है। इस सिद्धांत के अनुरूप, पिछले 24 महीनों में लगभग 2000 लघु और 460+ प्रमुख कार्यात्मकताओं को पेश किया गया है।
इसे एक विचार के रूप में, यह महसूस किया गया है कि GeM भारत के सार्वजनिक खरीद पारिस्थितिकी तंत्र में हितधारकों के रूप में विक्रेताओं के एक बड़े समूह को प्रभावित करने में सक्षम है। तदनुसार, GeM विक्रेताओं के साथ बातचीत करने और उन्हें नई GeM सुविधाओं और कार्यात्मकताओं के बारे में जागरूक करने के लिए एक अखिल भारतीय ‘विक्रेता संवाद’ की योजना बनाई गई है जो उनके लिए पोर्टल पर काम करने के लिए अनुकूल है। संवाद के माध्यम से, इन विक्रेताओं को अपने अनुभवों के बारे में बताने और दूसरों से सीखने और प्रेरित होने के लिए इसे साझा करने की भी योजना है।
विक्रेता संवाद में श्री प्रवीण वाधवानी ,प्रदेश सलाहकार जेम,श्री आर्य श्रेष्ठ ,श्री हिमांशु,श्री ओमकारनाथ (वरिष्ठ तकनीक सहयोगी) के द्वारा प्रतिभाग किया गया और विक्रताओं को नए नए फीचर के बारे में अवगत कराया गया ।

Related posts

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More