लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने मुख्य सचिव को सभी जिलाधिकारियों को अपने-अपने जनपदों में सक्रिय पंचायत उद्योगों अथवा अन्य किसी समुचित माॅडल के माध्यम से ऐसे लो काॅस्ट एवं गुणवत्तायुक्त सैनेट्री नैपकिन के उत्पादन एवं विपणन की व्यवस्था कराने के निर्देश दिए हैं, जिसका लाभ जनपद की महिलाओं को मिल सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा महिलाओं के सशक्तीकरण को बढ़ावा देने के लिए हर सम्भव प्रयास किए जा रहे हैं। इस दिशा में सरकार द्वारा 1090 वूमेन पावर लाइन, रानी लक्ष्मीबाई वीरता पुरस्कार, रानी लक्ष्मीबाई महिला सम्मान कोष इत्यादि कार्यक्रम प्रारम्भ किए गए हैं। उन्होंने कहा कि महिलाओं के सशक्तीकरण के लिए उनका अच्छा स्वास्थ्य, आत्मविश्वास के साथ ही वित्तीय सुरक्षा अत्यन्त महत्वपूर्ण है। ग्रामीण क्षेत्रों में बहुत बड़ी संख्या में महिलाएं और युवतियां अभी भी सैनेट्री नैपकिन का प्रयोग नहीं करती हैं, जिसके कारण उनके शरीर के अंगों में संक्रमण की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। इसका मुख्य कारण शारीरिक बदलावों के प्रति उनमें जानकारी का अभाव तथा बाजारों में सैनेट्री नैपकिन का महंगा होना है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जनपद महोबा, बाराबंकी एवं मथुरा में पंचायत उद्योग/पीपीपी माॅडल से कुटीर उद्योग के स्तर पर लो कास्ट सैनेट्री नैपकिन का उत्पादन और विपणन का कार्य किया जा रहा है, जिससे महिलाओं के स्वास्थ की सुरक्षा और गरीब महिलाओं को रोजगार के साधन उपलब्ध हो पाए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि सभी जिलाधिकारी स्वयं रुचि लेकर कार्य करें तो कई अन्य जनपदों में भी ऐसी सराहनीय पहल हो सकती है, जिससे ग्रामीण महिलाओं को पुराने रूढि़वादी बंधनों और कुरीतियों से मुक्त होने का मार्ग मिल सकेगा।