लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए अनेक कदम उठा रही है। राज्य में उत्कृष्ट पर्यटन सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए काम किया जा रहा है, जिससे अधिक संख्या में पर्यटक राज्य की ओर
आकर्षित हों। साथ ही, प्रदेश में मौजूद पर्यटक स्थलों का विकास किया जा रहा है, ताकि पर्यटकों को सभी सुविधाएं मिल सकें। प्रदेश के पर्यटन विभाग द्वारा वर्ष 1998 में पर्यटन नीति लागू की गयी थी, ताकि राज्य में मौजूद पर्यटन उद्योग का बहुआयामी विकास किया जा सके। इसी क्रम में वर्तमान सरकार द्वारा नई पर्यटन नीति 2016 लागू की गई है, जिसका उद्देश्य पर्यटन उद्योग के विकास के साथ-साथ उसका विस्तार करना भी है, जिससे बड़ी संख्या में रोजगार के मौके सृजित हो सकें।
प्रमुख सचिव तथा महानिदेशक पर्यटन श्री नवनीत सहगल ने यह विचार आज आगरा में उत्तर प्रदेश ट्रैवेल मार्ट 2016 के लाँच के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि वर्तमान में पर्यटन की अवधारणा बदल गई है। ऐसे में अब उत्तर प्रदेश में मौजूद पर्यटन स्थलों/गंतव्यों की नए सिरे से मार्केटिंग करनी होगी, ताकि उत्तर प्रदेश को विश्व पर्यटन मानचित्र पर स्थापित किया जा सके। उन्होंने कहा कि आज के पर्यटकों की आवश्यकतानुसार हमें टूरिस्ट पैकेजों का निर्माण करना होगा, ताकि पर्यटकों को अधिक से अधिक संख्या में प्रदेश की ओर आकर्षित किया जा सके। उन्होंने कहा कि इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए नई पर्यटन नीति 2016 का प्रख्यापन किया जा चुका है।
प्रमुख सचिव ने कहा कि पर्यटन की दृष्टि से उत्तर प्रदेश पर्यटकों के बीच अत्यन्त लोकप्रिय है। वर्ष 2014 में प्रदेश में आने वाले कुल पर्यटकों की संख्या की दृष्टि से यह देश का दूसरा राज्य था। इस वर्ष प्रदेश में आने वाले कुल पर्यटकों की संख्या 1857.3 लाख थी, जिसमें अन्तर्राष्ट्रीय पर्यटकों की संख्या 29.09 लाख थी। उन्होंने कहा राज्य में विभिन्न प्रकार के पर्यटक स्थल मौजूद हैं, जो पर्यटकों को अपनी ओर आकृष्ट करते हैं। ताज महल देश ही नहीं विश्व स्तर पर प्रदेश का सबसे बड़ा आकर्षण है, जबकि वाराणसी, ब्रज (मथुरा, वृन्दावन, गोवर्धन), अवध (लखनऊ, अयोध्या) में बड़ी संख्या में पर्यटक आते हंै। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा पर्यटकों की सुविधा के लिए आगरा, लखनऊ, वाराणसी हेरिटेज आर्क की स्थापना की गई, ताकि आगरा आने वाले पर्यटक लखनऊ और वाराणसी तक पहुंच सकंे और इस आर्क में स्थित पर्यटन स्थलों का आनन्द उठा सकंे।
श्री सहगल ने कहा कि प्रदेश में कई महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल भी मौजूद हंै, जो धार्मिक पर्यटकों को बड़ी संख्या में आकृष्ट करते हैं। इसमें बौद्ध परिपथ, धार्मिक परिपथ-काशी-संगम, मथुरा-वृन्दावन, इलाहाबाद-विंध्याचल, अयोध्या ट्रेल, सूफी ट्रेल लखनऊ-देवा शरीफ प्रमुख हैं। इसके अलावा इत्र ट्रेल-कन्नौज, ग्रेट अवध सर्किट-लखनऊ, हेरिटेज ट्रेल लखनऊ, साइक्लिंग ट्रेल लखनऊ, ताज नेचर टूर, आगरा हेरिटेज टूर, आगरा ब्रज टूर, राइनो-टाइगर सर्किट दुधवा नेशनल पार्क, अवध बर्ड ट्रेल, मैंगो ट्रेल भी पर्यटकों के लिए विशेष आकर्षण हैं। वन्य जीवों में विशेष रुचि रखने वाले पर्यटकों के लिए दुधवा नेशनल पार्क तथा पीलीभीत टाइगर रिजर्व जैसे अभ्यारण्य मौजूद हैं, जहाँ पर वन्य जीवों के साथ-साथ वन्य क्षेत्र का आनन्द लिया जा सकता है।
प्रमुख सचिव ने कहा कि उत्तर प्रदेश का खान-पान पर्यटकों के लिए विशेष आकर्षण का केन्द्र है। राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में बनने वाले तरह-तरह के पकवान पर्यटकों को खूब लुभाते हैं। उन्होंने कहा कि अवधी पकवान पर्यटकों में विशेष लोकप्रिय हैं। इसके अलावा यहां निर्मित होने वाले परिधान, हस्तशिल्प, नृत्य एवं नाट्य कलाएं तथा संगीत भी पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। राज्य सरकार इनके माध्यम से पर्यटकों को राज्य की ओर आकर्षित करने के सारे प्रयास कर रही है, क्योंकि पर्यटन उद्योग के माध्यम से बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार उपलब्ध कराया जा सकता है।
श्री सहगल ने कहा कि वर्ष 2027 तक प्रदेश में आने वाले पर्यटकों की संख्या बढ़कर 6,000 लाख सम्भावित है। इसमें वीक-एण्ड ट्रैवलर्स, ईवेन्ट बेस्ड ट्रैवलर्स, फार्म तथा ग्रामीण पर्यटक, ईको टूरिस्ट तथा वाइल्डलाइफ टूरिस्ट शामिल है। राज्य सरकार द्वारा डेस्टिनेशन मैनेजमेण्ट प्रोजेक्ट जैसे लाॅयन सफारी इटावा, माइस कन्वेशन सेण्टर आगरा, मुगल म्यूजियम आगरा, छतर मंजिल सिटी म्यूजियम प्रोजेक्ट लखनऊ, थीम पार्क आगरा, सेण्टर फाॅर लिविंग ट्रैडीशन्स वाराणसी, बटेश्वर कन्वेंशन प्रोजेक्ट, बटेश्वर फेयर साउण्ड एण्ड लाइट शोज इन आगरा-लखनऊ-वाराणसी, इल्युमिनेशन आॅफ हेरिटेज बिल्डिंगस, साइनेजेज इन टूरिस्ट एरियाज, हेरिटेज वाॅक्स-लखनऊ-आगरा, प्रपोज्ड म्यूटिनी हेरिटेज ट्रेल एट इटावा, कानपुर, लखनऊ एण्ड मेरठ, लखनऊ आॅन साइकिल-एल0ओ0सी0, प्रपोज्ड बाह वाइन पार्क एण्ड आगरा टू लाॅयन सफारी-साइकिल ट्रैक, की भी पहल की जा रही है।
प्रमुख सचिव ने कहा कि ताज चैलेन्ज कार रैली, मेरा आगरा कैम्पेन, वाजिद अली शाह फेस्टिवल, आगरा में ताज गंज और मुगल म्युजियम परियोजनाएं, मथुरा में घाटों का विकास, उत्तर प्रदेश में हाॅट ऐयर बैलून सुविधा, चम्बल में उत्तर प्रदेश बर्ड फेस्टिवल का आयोजन तथा बर्ड वाॅचिंग ट्रेल आने वाले समय में दर्शकों को बड़ी संख्या में आकर्षित करेंगे।
श्री सहगल ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा प्रदेश में पर्यटन को अधिक से अधिक बढ़ावा दिया जाएगा, ताकि इस उद्योग के माध्यम से बड़ी संख्या में रोजगार सृजन किया जा सके।