लखनऊः उत्तर प्रदेश सरकार के औद्योगिक विकास, निर्यात प्रोत्साहन, एनआरआई एवं निवेश प्रोत्साहन मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता ’नन्दी’ ने सोमवार को यूनाइटेड कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड रिसर्च (यूसीईआर) नैनी प्रयागराज में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (सीओई) का उद्घाटन किया। जिसका संचालन नोएडा स्थित भारत की सबसे बड़ी ई-मोबिलिटी, अनुसंधान एवं विकास और कौशल आधारित शिक्षा प्रदान करने वाली कम्पनी आईएसआईई इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के सहयोग से किया जाएगा। जिसका उद्देश्य भारत सरकार के आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत इंजीनियरिंग छात्रों के लिए इलेक्ट्रिक वाहनों के विकास, अनुसंधान और कौशल विकास कार्यक्रमों को बढ़ावा देना है।
सेंटर ऑफ एक्सीलेंस का उद्घाटन करते हुए मंत्री श्री नन्दी ने कहा कि यूनाइटेड ग्रुप की इस पहल से प्रयागराज और पूर्वांचल क्षेत्र के युवाओं को अपने तकनीकी कौशल को विकसित करने में मदद मिलेगी, जिससे उनके लिए रोजगार के अवसर पैदा होंगे।
मंत्री श्री नन्दी ने कहा कि वर्तमान में ई-वाहन विकसित करना समय की मांग बन गया है। क्योंकि इलेक्ट्रिक वाहन न केवल ईंधन की खपत को कम करेंगे बल्कि पर्यावरण को भी बचाने में मददगार साबित होंगे।
मंत्री नन्दी ने युवाओं को सफलता के कुछ मंत्र भी दिए। उन्होंने छात्रों से अपील करते हुए कहा कि सफलता के लिए शॉर्ट कट तरीके न अपनाएं। जीवन में सफल होने के लिए समस्या को चुनौती के रूप में स्वीकार करें। उन्होंने छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए यूजीआई प्रबंधन की भी सराहना की।
मंत्री नन्दी ने फीता काट कर सेंटर ऑफ एक्सीलेंस का उद्घाटन किया। इस अवसर पर यूनाइटेड ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन (यूजीआई) के प्रेसिडेंट डॉ जगदीश गुलाटी, वाइस चेयरमेन सतपाल गुलाटी और वाइस प्रेसिडेंट गौरव गुलाटी, आईएसआईईइंडिया प्राइवेट लिमिटेड के संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी विनोद गुप्ता और निदेशक, एलायंस पार्टनरशिप शुभंकर चक्रवर्ती भी उपस्थित थे।
डीन, कॉर्पाेरेट एण्ट इंडस्ट्री रिलेशन्स, यूजीआई डॉ दिव्या बरतरिया ने कार्यक्रम के उद्देश्य पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना का प्राथमिक उद्देश्य इंजीनियरिंग स्नातकों को उच्च गुणवत्ता वाली तकनीकी प्रशिक्षण प्रदान करके उद्योग जगत के लिए तैयार करना है।
इस अवसर पर यूजीआई के प्रेसिडेंट व वाइस चेयरमैन ने मुख्य अतिथि मंत्री नन्दी का स्वागत व सम्मान गुलदस्ता, स्मृति चिन्ह व शाल भेंट कर किया।