लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव के निर्देशों के क्रम में कृषि विभाग द्वारा जायद फसलों के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है। पिछले दिनों बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि के कारण किसानों की फसलों के नुकसान की भरपाई के लिए मुख्यमंत्री ने विभाग को जायद फसलों के लिए विशेष अभियान चलाने और गुणवत्ता युक्त बीज वितरित करने के निर्देश दिए थे, ताकि किसान वैकल्पिक फसल प्राप्त कर सकें।
रबी फसलों के क्षतिग्रस्त हो जाने के फलस्वरूप कृषकों को क्षतिपूर्ति फसल के रूप मंे जायद अभियान को विशेष रूप से चलाया जा रहा है। यह जानकारी देते हुए आज यहां सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि इस कार्यक्रम के अन्तर्गत जायद/ग्रीष्मकालीन मौसम में उर्द, मूंग, मक्का, सब्जियों एवं चारा आदि की फसल उत्पादन का कार्यक्रम चलाया जा रहा है। समस्त बीज उत्पादन एवं आपूर्ति करने वाली वितरक संस्थाओं तथा निजी क्षेत्रों से उर्द एवं मूंग के बीज कृषकों को उपलब्ध कराए जाने की व्यवस्था करायी जा रही है। 6456 कुन्तल उर्द बीज तथा 4862 कुन्तल मंूग बीज का वितरण किया जा चुका है। ग्रीष्मकालीन मक्का और बाजरा की बुवाई पर विशेष बल दिया जा रहा है।
ज्ञातव्य है कि प्रदेश के 65 जनपदों में संशोधित राष्ट्रीय कृषि बीमा योजना व 10 जनपदों यथा मिर्जापुर, सोनभद्र, जौनपुर, फतेहपुर, मैनपुरी, मुरादाबाद, मथुरा, शाहजहांपुर, रायबरेली व फैजाबाद में मौसम आधारित फसल बीमा योजना संचालित की जा रही है। खरीफ 2014 में संशोधित राष्ट्रीय कृषि बीमा योजना के अन्तर्गत प्रदेश के कुल 6.16 लाख कृषकों की 8.66 लाख हेक्टेअर क्षेत्रफल में बोई गयी फसल का बीमा हुआ है।
प्रवक्ता के अनुसार खरीफ फसलों पर आयोजित फसल कटाई प्रयोगों के आधार पर ग्राम पंचायतवार फसल की उपज का आकलन कर बीमा कम्पनियों को उपलब्ध करा दिया गया है। बीमा कम्पनियों द्वारा फसल के उपज के आंकड़ों के आधार पर नियमानुसार क्षतिपूर्ति के आकलन का कार्य किया जा रहा है। 31 मार्च, 2015 तक बीमित कृषकों को क्षतिपूर्ति का भुगतान करने हेतु शासन द्वारा बीमा कम्पनियों को निर्देशित किया गया है। बीमा कम्पनियों द्वारा संशोधित राष्ट्रीय कृषि बीमा योजना के अन्तर्गत बुन्देलखण्ड क्षेत्र के 07 जनपदों में बीमित कृषकों को अब तक 49.64 करोड़ रुपये की क्षतिपूर्ति प्रदान कर दी गई है। खरीफ 2014 में मौसम आधारित फसल बीमा योजना के अन्तर्गत चयनित सभी 10 जनपदों में कुल 1.19 लाख कृषकों द्वारा 1.52 लाख हेक्टेअर क्षेत्र में बोई गयी अधिसूचित फसलों का बीमा कराया गया है। बीमा कम्पनियों द्वारा बीमित कृषकों को 62.93 करोड़ रुपये की क्षतिपूर्ति का भुगतान कर दिया गया है।
सरकारी प्रवक्ता ने कहा कि रबी 2014-15 मौसम में संशोधित राष्ट्रीय कृषि बीमा योजना के अन्तर्गत 7.29 लाख कृषकों की 8.74 लाख हेक्टेअर क्षेत्र में बोई गयी अधिसूचित फसलों का बीमा हुआ है। जनपदों के प्रभावित क्षेत्रों में जनपदीय अधिकारियों द्वारा फसलों के नुकसान का आकलन किया जा रहा है। शासन द्वारा प्राथमिकता पर बीमित कृषकों को तात्कालिक सहायता के रूप में आंशिक क्षतिपूर्ति का भुगतान करने हेतु बीमा कम्पनियों को भी निर्देशित किया गया है।
प्रवक्ता ने बताया कि रबी 2014-15 में मौसम आधारित फसल बीमा योजना के अन्तर्गत सभी 10 जनपदों में कुल 1.51 लाख कृषकों के 1.36 लाख हेक्टेअर क्षेत्र में बोई गयी अधिसूचित फसलों का बीमा हुआ है जिन्हें योजना के प्राविधानों के अनुरूप देय क्षतिपूर्ति का भुगतान रबी मौसम की समाप्ति के 45 दिन के अन्दर किया जाएगा।