लखनऊ: समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र चैधरी ने आज यहां कहा है कि समाजवादी पार्टी की सरकार महिलाओं के कल्याण और उनकी सुरक्षा के लिए सदैव चिंतित रही है। सरकार द्वारा कई योजनाएं कार्यान्वित की गई हैं जिससे महिला समाज विशेष रूप से लाभान्वित हुआ है। महिलाओं का उत्पीड़न रोकने और उनके सशक्तिकरण हेतु महिला सम्मान कोष का गठन किया गया है। इसके लिए 100 करोड़ रूपए की राशि बजट में रखी गई है। विद्यालयों में पढ़नेवाली बच्चियों की सुरक्षा एवं सुविधा हेतु राज्य सरकार द्वारा उनके हास्टल बनाए जाने पर 244 करोड़ रूपए की राशि खर्च होगी।
प्रदेश में पहली बार वीमेन पावर लाइन 1090 की ऐतिहासिक शुरूआत की गई है। इस योजना पर मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव का विशेष ध्यान है क्योंकि छेड़खानी आदि की बढ़ती घटनाओं पर इससे रोक लगी है। इसमें शिकायत करनेवाली महिला का नाम गुप्त रखा जाता है। अब प्रत्येक जनपद में महिला हेल्प लाइन शुरू करने का सरकार ने निर्णय लिया है।
ऐसी महिलाएं/बालिकाएं जो जघन्य अपराध से पीडि़त हैं, को आर्थिक क्षतिपूर्ति/स्वास्थ्य राहत देने और आर्थिक रूप से कमजोर महिलाओं को स्वास्थ्य राहत देने के उद्देश्य से 11 जनपदों में आशा ज्योति केन्द्र की स्थापना पर 11 करोड़ रूपए खर्च होने हैं। बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने हेतु आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों की ऐसी छात्राओं, जो उच्च शिक्षा की ओर उन्मुख हो और इंटर परीक्षा उत्तीर्ण हों तो उन्हें कन्या विद्याधन योजना का लाभ मिल रहा है। लैपटाप वितरण योजना का लाभ छात्राओं को भी मिला है।
समाजवादी सरकार ने पति के मृत्यु उपरांत निराश्रित महिलाओं तथा उनके बच्चों की शिक्षा व्यवस्था हेतु अनुदान योजना में 637 करोड़ रूपयों की व्यवस्था की है। कृषि में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ावा देने हेतु “फार्म मशीनरी बैंक“ की स्थापना के लिए महिलाओं के क्रियाशील स्वयं सेवी समूहों को वरीयता दिए जाने की योजना है। इससे कृषि महिलाओं की भागीदारी बढ़ेगी।
महिलाओं की प्रसूतावस्था में उन्हें अस्पताल तक पहुॅचाने और घर छोड़ने के लिए 108 एम्बूलेंस सेवा भी शुरू की गई है। किशोरी बालिकाओं के सशक्तीकरण हेतु 22 जनपदों में राजीव गांधी किशोरी सशक्तीकरण योजना/सबला/संचालित है। योजना का मुख्य उद्देश्य है उन्हें स्वविकास में समर्थ बनाना।
समाजवादी पार्टी में महिलाओं को हमेशा सम्मान मिला है। संगठन और सरकार दोनों जगह उन्हें प्रोत्साहित किया जाता है। वैसे भी परिवार में महिलाओं की सबसे ज्यादा सशक्त भूमिका रहती है। एक महिला के शिक्षित होने से दो-दो परिवारों में शिक्षा का प्रसार होता है। मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने महिला सशक्तीकरण पर सर्वाधिक जोर दिया है।