लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री मुलायम सिंह यादव ने आज यहां कहा कि समाजवादी आंदोलन में श्री बदरी विशाल पित्ती की अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका थी। लोहिया साहित्य उनकी ही देन है। वे बहुत धनवान और सम्पन्न व्यक्ति थे लेकिन गरीबों, किसानों, पिछड़ों और नौजवानों की बात करते थे। वे डा0 लोहिया से जुड़कर आजीवन समाजवादी रहे और आंदोलनों में जेल जाते रहे। उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के गठन से लेकर अपने निधन तक वे बराबर सक्रियता से इसकी बैठकों में भाग लेते रहे।
श्री मुलायम सिंह यादव समाजवादी पार्टी मुख्यालय, लखनऊ में प्रखर समाजवादी नेता श्री बदरी विशाल पित्ती के 87वे जन्म दिवस पर आयोजित समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। इस मौके पर मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव और पित्ती परिवार के श्री शरद विशाल पित्ती, श्रीमती माधुरी पित्ती, श्री अक्षय पित्ती, श्रीमती राधिका पित्ती तथा बदरी विशाल पन्नालाल पित्ती ट्रस्ट के न्यासी श्री लक्ष्मी निवास शर्मा की उपस्थिति रही।
श्री मुलायम सिंह यादव ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री डा0 मनमोहन सिंह ने एक बार यह बताया था कि उन्होने पंजाब यूनिवर्सिटी में डा0 लोहिया का भाषण सुना था। इसी तरह माक्र्सवादी नेता श्री प्रकाश करात ने जब डा0 साहब की सप्त क्रांति का विस्तार से जिक्र किया तो आश्चर्य हुआ। डा0 लोहिया के भाषणों के टेप और लेखों के संग्रह तथा प्रकाशन करने का काम यदि पित्ती जी ने नहीं किया होता तो आज लोहिया जी के योगदान को जानने से भी हम वंचित रह जाते। उन्होने समाजवादी कार्यकर्ताओं से कहा कि वे डा0 लोहिया को पढ़ें और समझें। समाजवादी पार्टी में पदाधिकारियों और टिकटार्थियों के लिए पढ़ने की शर्त होनी चाहिए। उन्होने कहा कि समाजवादी आंदोलन बड़े संघर्ष और कुर्बानियों से आगे बढ़ा हैं। इसके इतिहास और नेतृत्व के बारे में नौजवानों को जानना चाहिए।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने अपने सम्बोधन में कहा कि नेताजी ने समाजवाद का अर्थ समता और सम्पन्नता बताया है। समाजवादी हमेशा गैर बराबरी के ख्ेिालाफ लड़ते रहे हैं। लेकिन सरकार आने के बाद कुछ का झुकाव दूसरी और ज्यादा हो गया है। उन्होने कहा कि उत्तर प्रदेश में नौजवान समाजवादी आंदोलन को आगे लाए हैं। अब यहां समाजवादी सरकार भी बन गई है। ये नौजवान अगर समाजवादी साहित्य पढ़कर सिद्धांत जानेगें तो स्वार्थ की तरफ कम भागेगें।
श्री अखिलेश यादव ने कहा कि अगर पिछली (बसपा) सरकार और केन्द्र सरकार की तुलना करेें तो उत्तर प्रदेश की समाजवादी सरकार की उपलब्धियां सबसे बेहतर नजर आएगी। बिना किसी भेदभाव के समाज के हर वर्ग के कल्याण की योजनाएं चल रही है। सब तरफ परिवर्तन दिख रहा है। सड़क, पुल, रोजगार, गरीबों को पेंशन, मु्फ्त दवा, सिंचाई के लाभ यह सरकार दे रही है। इन योजनाओं की जानकारी के साथ अगर कार्यकर्ता समाजवादी साहित्य भी पढ़ेगें तो कैसी भी परिस्थिति हो, समाजवादी साथी उसका मुकाबला कर सकेगें।
समाजवादी पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य श्री शरद पित्ती ने बताया कि बदरी विशाल पित्ती के काम को उनका परिवार आगे बढ़ रहा है। चिकित्सा, शिक्षा, क्षेत्र में काफी काम हुआ हैं। गरीबों को मदद देते है। दक्षिण में सुनामी और उत्तराखण्ड की आपदा में मदद भेजी गई है। सर्वश्री श्री भगवती सिंह, के0 विक्रमराव, नरेश अग्रवाल, राजेन्द्र चैधरी, अरविन्द सिंह गोप, डा0 मधु गुप्ता, नारद राय, डा0 अशोक बाजपेयी, जयशंकर पाण्डेय, रामकरन आर्य, योगेश प्रताप सिंह, गीता सिंह और मो0 एबाद ने भी अपनी भावांजलि दी। सांस्कृतिक प्रकोष्ठ के प्रमुख श्री अच्छेलाल सोनी ने गीत प्रस्तुत किए।
इस अवसर पर सर्वश्री एस0आर0एस0 यादव, राज किशोर मिश्र, विजय मिश्र, महफूज फरीद किदवई, आलोक तिवारी, श्रीमती जरीना उस्मानी, रवीन्द्र नायक, पूर्व साॅसद हैदराबाद शारदा प्रताप शुक्ल, डा0 राजपाल कश्यप, प्रदीप तिवारी, बृजेश यादव, विजय यादव, राजीव चैधरी, अनिल यादव, फाखिर सिद्दीकी, सूर्य कुमार सिंह, मुन्नी पाल, नानकदीन भुर्जी, अखिलेश पटेल, सुरेन्द्र श्रीवास्तव, संजीव मिश्र, इरफान, चंद्रिका पाल, फरहाना, शादां जाफरी, नईमा बानो, रजिया नवाज, शांति यादव, सीमा द्विवेदी, रति बाजपेयी, अशोक पाण्डेय, मनीषा साहा, पुष्पा सिंह, ऊषा सिंह, अनीता, सुरैया सिद्दीकी, नीरू नूरजहाॅ, अर्चना सिंह, सिमरन खान, पारसनाथ सिंह, प्रवीण सैनी, दिलीप कमलापुरी आदि की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।