लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने कहा कि राज्य सरकार गांव एवं शहर को एक साथ आगे ले जाने का प्रयास कर रही है। निश्चित रूप से प्रदेश सरकार के इस प्रयास से राज्य जिस मुकाम पर पहुंचेगा, इसका मुकाबला कोई अन्य प्रदेश नहीं कर सकता।
इण्डियन ग्रामीण क्रिकेट लीग (आईजीसीएल) टूर्नामेण्ट की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि इससे ग्रामीण क्षेत्रों की प्रतिभाओं को गांव, कस्बा एवं जनपद स्तर से ऊपर उठकर राज्य स्तर पर पहचान बनाने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार आईपीएल या किसी अन्य उच्च स्तर के क्रिकेट टूर्नामेण्ट आयोजन के बजाय विभिन्न कारणों से पीछे रह जाने वाले ग्रामीण क्षेत्रों के नौजवानों को आगे बढ़ाने के लिए काम कर रही है।
मुख्यमंत्री आज यहां केडी सिंह बाबू स्टेडियम में आईजीसीएल टूर्नामेण्ट के उद्घाटन अवसर पर अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। इस टूर्नामेण्ट में जनपद लखनऊ के विभिन्न कस्बों के अलावा हरदोई, गाजीपुर, कन्नौज, बदायूं, आजमगढ़, इटावा, सुलतानपुर, प्रतापगढ़, मऊ, देवरिया, बाराबंकी, चन्दौली, कानपुर, फिरोजाबाद, गोण्डा, सीतापुर, अमेठी, उन्नाव, रायबरेली, फैजाबाद एवं बस्ती आदि जनपदों के साथ-साथ सैफई की क्रिकेट टीम भाग ले रही है।
मुख्यमंत्री ने आईजीसीएल द्वारा आयोजित टूर्नामेण्ट की सराहना करते हुए कहा कि इससे ग्रामीण क्षेत्रों में खेल भावना का विकास होगा। नौजवानों को क्रिकेट की नई एवं बेहतर तकनीक सीखने का मौका मिलने के साथ ही उन्हें बड़े स्तर पर अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका भी मिलेगा। सबसे पहले आईजीसीएल की शुरुआत सैफई में की गई थी, तब किसी को यकीन नहीं था कि यह संस्था प्रदेश के सभी जनपदों में क्रिकेट टीम तैयार करने का साहसी काम कर पाएगी। उन्होंने इस बात पर खुशी जाहिर की कि सुविधाहीन ग्रामीण स्तर की क्रिकेट टीमों को प्रदेश की राजधानी में अपने कौशल को दिखाने का मौका मिलेगा। क्रिकेट को एक लोकप्रिय खेल बताते हुए उन्होंने कहा कि इसे नगरों के अलावा खेतों-खलिहानों में नौजवानों को खेलते हुए देखा जाना आम बात है।
गत दिवस केडी सिंह बाबू स्टेडियम में आयोजित नेशनल साइकिलिंग-2015 एवं ग्रीन राइड प्रतियोगिता का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि कतिपय राजनैतिक दलों को राज्य सरकार द्वारा जन सामान्य से जुड़े कार्यक्रमों का आयोजन अच्छा नहीं लग रहा है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार समाजवादी विचारधारा में विश्वास करती है। इसीलिए गरीब, किसान, मेहनतकश, नौजवान और छात्रों के लिए आवागमन के सबसे सस्ते एवं सुलभ साधन साइकिल को बढ़ावा देने का काम किया जा रहा है। इससे पर्यावरण की हिफाजत के साथ-साथ स्वास्थ्य को भी लाभ पहुंचता है। साइकिल चलाने वाले जीवन को भी संतुलित ढंग से चलाने का तजुर्बा प्राप्त कर लेते हैं। उन्होंने साइकिल को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार की आलोचना करने वालों को जवाब देते हुए कहा कि दुनिया के विकसित राष्ट्रों में साइकिल चलाना प्रतिष्ठा की बात मानी जाती है। राज्य सरकार केवल साइकिल को ही नहीं, बल्कि अन्य खेलों को भी बढ़ावा दे रही है। हाल ही में 13वीं राजीव गांधी स्लम नेशनल चैम्पियनशिप की विजेता उत्तर प्रदेश टीम की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि इस टीम के साथ उन्होंने स्वयं फुटबाॅल खेलकर और खिलाडि़यों को आर्थिक तथा संसाधनों की मदद देकर इन्हें प्रोत्साहित करने का काम किया है।
श्री यादव ने कहा कि प्रदेश सरकार खेलों को बढ़ावा देने के साथ-साथ विकास कार्यों को भी बड़े पैमाने पर संचालित कर रही है। लखनऊ मेट्रो रेल, आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे का उल्लेख करते हुए उन्होंने यह भी कहा कि 15 लाख निःशुल्क लैपटाॅप वितरित करके राज्य सरकार ने नौजवानों को तकनीक के क्षेत्र में जो सहूलियत प्रदान करने का काम किया है, इस स्तर का काम दुनिया में और कहीं नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि जो राजनैतिक दल समाजवादी पार्टी को गांव की पार्टी बताते थे, वही अब वाईफाई की बात कर रहे हैं, लेकिन ये दल यह नहीं बताते हैं कि उनके द्वारा प्रदान की गई वाईफाई की सुविधा का लाभ बिना लैपटाॅप के कैसे प्राप्त किया जा सकता है। उन्होंने स्टेडियम में उपस्थित नौजवानों का आहवान करते हुए कहा कि आगे आने वाले समय में उनकी (नौजवानों की) महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने नौजवानों को बड़ा सपना देखने और समाज में बराबरी के लिए काम करने का आहवान भी किया।
खेलकूद एवं युवा कल्याण राज्य मंत्री श्री रामकरन आर्य ने कहा कि हमारे देश एवं प्रदेश की 80 प्रतिशत जनता गांव में निवास करती है। उन्होंने कहा कि जिस मुल्क के नौजवानों की सेहत ठीक नहीं रहती, उस देश की सीमाएं भी सुरक्षित नहीं रहती। इसीलिए राज्य सरकार प्रदेश के नौजवानों में खेलकूद को बढ़ावा देने का प्रयास कर रही है।
बाॅलीवुड अभिनेत्री ऋचा चड्ढा ने आईजीसएल को लोकतांत्रिक शुरुआत बताते हुए कहा कि इससे ग्रामीण क्षेत्रों की प्रतिभाओं को आगे बढ़ने का मंच मिलेगा। उन्होंने प्रदेश के माहौल को बेहतर बताते हुए कहा कि फिल्म के लिए वाराणसी एवं लखनऊ नगर में काम करते हुए उन्हें किसी प्रकार की कठिनाई का सामना नहीं करना पड़ा। अनेक हिन्दी फिल्मों से जुड़े श्री सुधीर मिश्रा ने आईजीसीएल टूर्नामेण्ट को अच्छा प्रयास बताया। इस मौके पर बाॅलीवुड के कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया गया।
कार्यक्रम में राजनैतिक पेंशन मंत्री श्री राजेन्द्र चैधरी, बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री श्री योगेश प्रताप सिंह, आईजीसीएल के अध्यक्ष डाॅ0 अनुराग भदौरिया सहित बड़ी संख्या में खेल प्रेमी, अधिकारी, छात्र-छात्राएं एवं नौजवान उपस्थित थे।