लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने कहा है कि धर्म, संस्कृति एवं परम्पराएं समाज को जोड़ने का काम करती हैं। धर्म और अध्यात्म हमेशा मानव कल्याण का काम ही करते हैं। धर्म की बेहतर समझ से हमारी संस्कृति और एकता मजबूत होती है।
मुख्यमंत्री आज जनपद सीतापुर के नैमिषारण्य में श्री आदिचुनचुनगिरि महासंस्थान मठ द्वारा निर्मित श्री वीर आन्जनेय मन्दिर व गौशाला के उद्घाटन के बाद आयोजित जनसभा में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने कहा कि महासंस्थान द्वारा 400 से अधिक शिक्षण संस्थाएं तथा अन्य धार्मिक एवं सामाजिक संस्थाएं संचालित की जाती हैं। नैमिषारण्य 88 हजार ऋषियों की तपोस्थली रही है। इन ऋषियों ने समाज को राह दिखाई है। प्रतिवर्ष लाखों की संख्या में देश-विदेश से श्रद्धालु यहां चक्रतीर्थ में स्नान, दर्शन एवं पूजन के लिए आते हैं। उन्होंने भरोसा जताया कि नैमिषारण्य में मठ के कार्याें से धार्मिक व सामाजिक सौहार्द में वृद्धि होगी।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने नैमिषारण्य में साढ़े ग्यारह करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले 33/11 के0वी0 क्षमता के विद्युत उपकेन्द्र का शिलान्यास किया। उन्होंने विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के 1,871 पात्रों को लाभान्वित भी किया। लाभार्थियों में से 500 को समाजवादी पेंशन योजना, 329 मेधावी छात्र/छात्राओं को निःशुल्क लैपटाॅप, 500 विकलांग जन को ट्राई साइकिल, 400 श्रमिकों को साइकिल तथा 86 मृतक किसानों के आश्रितों को कृषक दुर्घटना बीमा योजना की धनराशि के चेक से लाभान्वित किया गया।
श्री यादव ने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य को स्थाई विकास की ओर ले जाने का प्रयास कर रही है क्योंकि प्रदेश के विकास के बिना देश का विकास सम्भव नहीं है। उत्तर प्रदेश देश का सबसे अधिक आबादी वाला राज्य है। राज्य में संसाधनों एवं बाजार की उपलब्धता को देखते हुए ‘मेक इन इण्डिया’ अभियान को सफल बनाने के लिए ‘मेक इन यू0पी0’ का ध्यान रखा जाना जरूरी है। उत्तर प्रदेश इस अभियान के लिए सभी संसाधन उपलब्ध कराने में सक्षम है। कामधेनु डेरी योजना, मिनी कामधेनु डेरी योजना, समाजवादी पेंशन योजना, ‘108’ समाजवादी स्वास्थ्य सेवा एवं ‘102’ नेशनल एम्बुलेन्स सर्विस का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि समाजवादी सरकार द्वारा प्रदेश के सर्वांगीण विकास के लिए कई विकास, निर्माण एवं जनकल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बेमौसम बारिश एवं ओलावृष्टि से राज्य में किसानों का काफी नुकसान हुआ है। प्रदेश सरकार द्वारा किसानों के नुकसान की भरपाई करने की पूरी कोशिश की जा रही है। गेहूं का समर्थन मूल्य 01 हजार 450 रुपए रखा गया है। उन्होंने भरोसा जताया कि इसका किसानों को काफी लाभ मिलेगा।
इसके पूर्व मुख्यमंत्री ने आदिचुनचुनगिरि महासंस्थान मठ द्वारा निर्मित मन्दिर में पूजा अर्चना की। तत्पश्चात उन्होंने नैमिषारण्य स्थित चक्रतीर्थ पर जाकर पूजन अर्चन किया।
इस अवसर पर राजनैतिक पेंशन मंत्री श्री राजेन्द्र चैधरी, परिवहन राज्य मंत्री श्री मानपाल सिंह, कारागार राज्य मंत्री श्री रामपाल राजवंशी सहित जनप्रतिनिधिगण, आदिचुनचुनगिरि महासंस्थान मठ के प्रमुख श्री निर्मलानन्द स्वामी एवं अन्य पदाधिकारी, शासन-प्रशासन के अधिकारी तथा बड़ी संख्या में गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।