लखनऊ:उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने जनपदों द्वारा भेजी गई कृषि क्षतियों के विवरण के आधार पर भारत सरकार को भेजे गए 66 अरब 77 करोड़ 45 लाख रुपए के मेमोरेण्डम के अनुश्रवण के निर्देश दिए हैं। उन्होंने मुख्य सचिव श्री आलोक रंजन को ओलावृष्टि/अतिवृष्टि से प्रभावित जनपदों में कृषि क्षति, शासन द्वारा स्वीकृत धनराशि के वितरण, क्षति के सापेक्ष और धनराशि की व्यवस्था किए जाने तथा कृषि फसल बीमा योजना लागू किए जाने की स्थिति के साथ-साथ भारत सरकार से इसके सम्बन्ध में अद्यतन प्रगति के बारे में निरन्तर अनुश्रवण किए जाने के भी निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा है कि बेमौसम बारिश, ओलावृष्टि/अतिवृष्टि से प्रभावित किसानों के लिए किए जा रहे राहत कार्यों में तेजी लाई जाए। उनके निर्देशों के क्रम में अब तक 16 लाख 10 हजार किसानों को 757 करोड़ रुपए की धनराशि का वितरण किया जा चुका है। इसके अलावा, जनहानि से प्रभावित/पीडि़त परिवारों को अहेतुक सहायता के रूप में 3.18 करोड़ रुपए की धनराशि प्रदान की जा चुकी है।
मुख्यमंत्री ने कहा है कि राहत कार्याें में किसी भी प्रकार की शिथिलता या लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने राहत कार्यों में पूरी पारदर्शिता व सावधानी बरते जाने के निर्देश देते हुए कहा है कि जिलाधिकारी इन कार्यों को पूरी जिम्मेदारी और शीघ्रता के साथ अपने पर्यवेक्षण में सुनिश्चित कराएं।
राज्य सरकार के प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश के 67 जनपदों में बोई गई 140.21 लाख हेक्टेयर कृषि फसल में ओलावृष्टि/अतिवृष्टि से 95.173 लाख हेक्टेयर फसल प्रभावित हुई है। प्रभावित कृषि फसल में से 54.358 लाख हेक्टेयर कृषि फसल में 33 प्रतिशत या इससे अधिक की क्षति हुई है। प्रभावित फसलों में मुख्य रूप से गेहूं, चना, सरसों, मटर, मसूर, आलू तथा अन्य फसलें शामिल हैं। सर्वाधिक गेहूं की फसल 41.37 लाख हेक्टेयर प्रभावित हुई है।
प्रवक्ता ने बताया कि ओलावृष्टि/अतिवृष्टि से प्रभावित कृषकों के लोन री-शिड्यूल्ड तथा फसल बीमा योजना के भुगतान हेतु आवश्यक कार्यवाही किए जाने के निर्देश बैंकों को दिए जाने हेतु समस्त जनपदों की सूची महानिदेशक संस्थागत वित्त को उपलब्ध करा दी गई है।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री द्वारा रबी फसल की व्यापक क्षति तथा किसानों को तत्काल राहत वितरण हेतु राज्य सरकार द्वारा किए गए त्वरित प्रयासों का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी से एक हजार करोड़ रुपए की धनराशि अग्रिम रूप से स्वीकृत किए जाने के लिए भी अनुरोध किया गया है।
ओलावृष्टि/अतिवृष्टि से प्रभावित कृषि क्षति वाले 67 जनपद इस प्रकार हैं-महोबा, हमीरपुर, चित्रकूट, जालौन, पीलीभीत, बांदा, कन्नौज, मिर्जापुर, इलाहाबाद, सहारनपुर, बदायूं, आजमगढ़, सोनभद्र, उन्नाव, आगरा, कानपुर नगर, अमेठी, इटावा, फतेहपुर, फिरोजाबाद, झांसी, ललितपुर, औरैया, मुजफ्फरनगर, लखीमपुर खीरी, प्रतापगढ़, फैजाबाद, मुरादाबाद, कानपुर देहात, रामपुर, फर्रूखाबाद, बरेली, शाहजहांपुर, मथुरा, कुशीनगर, एटा, बुलन्दशहर, बलिया, गोरखपुर, सम्भल, हापुड़, गौतमबुद्धनगर, हाथरस, शामली, मैनपुरी, अलीगढ़, कासगंज, कौशाम्बी, बहराइच, बाराबंकी, सुलतानपुर, बागपत, लखनऊ, गाजीपुर, गाजियाबाद, रायबरेली, जौनपुर, वाराणसी, अमरोहा, भदोही, अम्बेडकरनगर, मऊ, मेरठ, सीतापुर, देवरिया, चन्दौली तथा हरदोई।