लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने मुख्य सचिव तथा पुलिस महानिदेशक को आज आए भूकम्प के फलस्वरूप उत्पन्न हालात पर नजर रखने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि सभी जनपदों से फीडबैक लेकर आवश्यकतानुसार तत्काल जरूरी कदम उठाए जाएं। सभी जिलाधिकारियों एवं पुलिस अधीक्षकों को भी अपने जनपदों में सघन दौरा करने एवं भूकम्प से हुए नुकसान का जायजा लेने के निर्देश दिए गए हैं।
घायलों को तत्काल चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा है कि जहां आवश्यक हो राहत एवं बचाव कार्य शीघ्र शुरु किए जाएं। उन्होंने आगाह किया है कि इस कार्य में किसी भी प्रकार की शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने नेपाल से लगे प्रदेश के चिकित्सालयों को तैयार रहने के निर्देश देते हुए कहा कि आवश्यकता पड़ने पर हर सम्भव चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध कराई जाए। मुख्यमंत्री ने भूकम्प के फलस्वरूप मारे गए लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए गम्भीर रूप से घायलों को 50-50 हजार रुपए तथा सामान्य रूप से घायलों को 20-20 हजार रुपए व मृतकों के आश्रितों को 7-7 लाख रुपए की आर्थिक सहायता देने के निर्देश भी दिए हैं। आपदा प्रबन्धन समितियों को तत्काल सक्रिय करने की जरूरत पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि घायलों को तत्काल चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जाए। यदि कहीं कोई मलबे में फंसा हो तो उसे निकालने का प्रबन्ध भी शीघ्र किया जाए। उन्होंने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी से दूरभाष पर वार्ता करके उन्हें भूकम्प से उत्पन्न स्थिति तथा इस सम्बन्ध में राज्य सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की जानकारी दी। भूकम्प के कारण पड़ोसी देश नेपाल में हुई भारी जन-धन की क्षति पर दुःख व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि संकट की इस घड़ी में उत्तर प्रदेश की जनता तथा राज्य सरकार नेपाल के साथ है। उन्होंने कहा कि इस सम्बन्ध में नेपाल सरकार जो भी सहायता मांगेगी, उसे उपलब्ध कराने का पूरा प्रयास किया जाएगा।