लखनऊ: उत्तर प्रदेश प्राविधिक विश्वविद्यालय, लखनऊ का नाम डा0 ए0पी0जे0 अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय, उत्तर प्रदेश परिवर्तित किए जाने की मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव की घोषणा के परिप्रेक्ष्य में दिनांक 4 अगस्त, 2015 को आहूत कैबिनेट द्वारा प्रदेश में प्राविधिक शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार हेतु कई महत्वपूर्ण कदम उठाय जाने का निर्णय लिया गया है।
यह जानकारी देते हुए प्रदेश के प्राविधिक शिक्षा मंत्री प्रो0 शिवाकान्त ओझा ने उक्त निर्णय के परिप्रेक्ष में विस्तार से बताया कि राष्ट्रपति के रूप में अपने कार्यकाल की समाप्ति के उपरान्त डा0 कलाम जीवनपर्यन्त भारत की युवा पीड़ी को प्रेरित करने तथा उनके समक्ष भारत को विकसित राष्ट्र बनाये जाने हेतु आवश्यक प्रयासों के प्रति चेतना विकसित करने के उद्देश्य से विभिन्न शैक्षिक संस्थानों में निरन्तर भ्रमणशील रहकर शिक्षकों एवं छात्रों से सीधा संवाद स्थापित करते रहे।
प्रो0 ओझा ने बताया कि संयुक्त राष्ट्रसंघ द्वारा डा0 कलाम के 79वें जन्मदिन को विश्व छात्र दिवस के रूप में मनाया गया है। डा0 कलाम द्वारा किए गए अतुलनीय प्रयासों के परिप्रेक्ष्य में एवं उ0प्र0 के प्राविधिक शिक्षा प्राप्त करने वाले छात्रों एवं संबंधित संस्थाओं को व्यक्तित्व से अनवरत प्रेरित करने के उद्देश्य से उ0प्र0 प्राविधिक विश्वविद्यालय, लखनऊ का नाम परिवर्तित कर डा0 ए0पी0जे0 अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय, उत्तर प्रदेश किए जाने के साथ डा0 कलाम एवं अन्य प्रख्यात वैज्ञानिकों की स्मृति में एक स्मारक विश्वविद्यालय द्वारा अपने संसाधनांे से बनाये जाने का निर्णय लिया गया।
प्राविधिक शिक्षा मंत्री प्रो0 शिवाकान्त ओझा ने अपने उदबोधन में बताया कि प्राविधिक विश्वविद्यालय को सेन्टर आफ एक्सीलेन्स के रूप में विकसित किए जाने का निर्णय प्रदेश सरकार द्वारा लिया गया है। इसे उच्च शिक्षा, इनोवेशन और इन्क्यूबेशन के केन्द्र बिन्दु के रूप में विकसित करने के साथ-साथ छात्रों के सामान्य कल्याण एवं समेकित विकास पर भी ध्यान दिया जाएगा। विश्वविद्यालय के छात्रों को नवीनतम प्राद्योगिकी का सैधान्तिक एवं व्यवहारिक ज्ञान उपलब्ध कराया जाएगा एवं फैकल्टी को सुदृढ़ करते हुए शोध कार्य को प्राथमिकता प्रदान की जाएगी।
प्रदेश के प्राविधिक शिक्षा मंत्री ने मुख्यमंत्री के निर्देश के परिप्रेक्ष्य में बताया कि विश्वविद्यालय में स्नातकोत्तर कार्यक्रम शुरू किए जाएंगें तथा इन्स्ट्रूमेन्टेशन एवं आटोमेशन, थ्रीडी प्रिंटिग, नैनो टेक्नोलाॅजी, बायो टेेक्नोलाॅजी, मैकाट्रानिक्स, मैन्युफेक्चिरिंग साइंस एवं टेक्नोलाॅजी, इन्वायरमेन्टल पाल्यूशन कन्ट्रोल, इन्फारमेशन एण्ड कम्यूनिकेशन टेक्नोलाॅजी जैसे नवीन एवं आधुनिक विशिष्ट पाठ्यक्रम विश्वविद्यालय द्वारा आरम्भ किए जाएंगें। उन्होनें बताया कि स्मारक में डा0 कलाम एवं अन्य प्रख्यात वैज्ञानिकों की आदमकद मूर्तियां लगाये जाने के साथ ही एक केन्द्रीय पुस्तकालय स्थापित किया जाएगा। केन्द्रीय पुस्तकालय में पुस्तकों, जरनल्र्स, पत्रिकाओं के अतिरिक्त आनलाइन संसाधन जैसे- ई-बुक्स, ई-जरनल्र्स, ई-लेक्चेर्स उपलब्ध कराए जाएगें जो सम्बद्ध संस्थानों को सुलभ हो सकेंगें। इसके साथ ही एक साफ्टवेयर पूल तैयार किया जाएगा जो सभी संस्थानों के छात्रों के लिए उपलब्ध रहेगा।
इस अवसर पर प्रदेश के मुख्य सचिव श्री आलोक रंजन ने बताया कि उ0प्र0 वस्त्र प्रौद्योगिकी संस्थान, कानपुर में हैंडलूम बुनकरों तथा वस्त्र संबंधी हेंडीक्रफ्ट शिल्पियों के लिए कौशल विकास केन्द्र की स्थापना विश्वविद्यालय के सहयोग से की जाएगी।
श्रीमती मोनिका एस0 गर्ग, प्रमुख सचिव, प्राविधिक शिक्षा विभाग, उत्तर प्रदेश शासन ने बताया कि सभी सम्बद्ध शासकीय एवं निजी संस्थानों की फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम विश्वविद्यालय द्वारा चलाया जायेगा। नवीन प्रौद्योगिकी एवं उद्योगों की मांग के अनुसार पाठ्यक्रमों में परिवर्द्धन एवं पुनरीक्षण करना तथा नवीनतम साफ्टवेयर एवं अन्य तकनीकों की जानकारी उपलब्ध कराना आवश्यक है। शासकीय अनुदानित संस्थानों में टैक्निकल स्किल के साथ-साथ साफ्ट स्किल, कम्यूनिकेशन एण्ड पर्सनालिटी डेवलेपमेंट स्किल्स इण्टरप्रन्यूरशिप डेवलेपमेंट हेतु कार्यक्रम संचालित किए जाएंगें।
सभी सम्बद्ध संस्थानों की फैकल्टी एवं छात्रों को शोधकार्य हेतु प्रोत्साहित करने के लिए विश्वविद्यालय द्वारा रिसर्च ग्रांट दी जाएगी तथा देश-विदेश से अच्छे शोधकर्ताओं को आकर्षित करने के लिए उन्हें छात्रवृत्ति आदि भी दी जाएगी।