देहरादून: मुख्यमंत्री हरीश रावत ने बीजापुर हाऊस में उत्तराखण्ड कृषि उत्पादन विपणन बोर्ड की रू0 2548.68 लाख की परियोजनाओं का शिलान्यास एवं लोकार्पण किया। इसमें रू0 796.42 लाख की चार योजनाओं का शिलान्यास एवं रू0 1752.26 लाख की मल्टीग्रेन प्रोसेसिंग सेन्टर की योजना का लोकार्पण शामिल है। इन 5 योजनाओं में से 2 योजनाएं कुमायूं क्षेत्र एवं 3 योजनाएं गढ़वाल क्षेत्र की हैं। इस अवसर पर बोलते हुए मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि राज्य सरकार राज्य के किसानों एवं स्थानीय कृषि उत्पादों को बढ़ावा दे रही है। राज्य के विकास हेतु राज्य के स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा दिया जाना आवश्यक है। किसानों को प्रोत्साहित करने हेतु मण्डी की सुविधा एवं विपणन की व्यवस्था को दुरूस्त करना आवश्यक है।
अध्यक्ष विपणन बोर्ड जोत सिंह बिष्ट ने बताया कि उक्त योजनाओं में से झाला (लागत रू0 140.80 लाख) एवं हर्षिल (लागत रू0 140.80 लाख) की योजनाएं सेब उत्पादक क्षेत्र में हैं जिससे सेब उत्पादकों को उनकी फसल को होल्ड करने के लिए सी0ए0 स्टोर साॅर्टिंग ग्रेडिंग यूनिट की स्थापना से लाभ मिलेगा। इसी तरह सीमान्त क्षेत्र जोशीमठ में भी लघु मण्डी की स्थापना लागत रू0 341.41 लाख से इस क्षेत्र के किसानों की कृषि उत्पादों के विपणन की समस्या दूर हो सकेगी। कुमायूं क्षेत्र में सीमान्त क्षेत्र पिथौरागढ़ के सेरा सिरतौली में रू0 173.41 लाख की लागत से किसानों की लघुमण्डी स्थापना की गयी है। रूद्रपुर में रू0 1752.26 लाख की लागत से एक महत्वपूर्ण योजना का लोकार्पण किया गया।