देहरादून: उत्तराखंड उत्तराखण्ड विधानसभा का बजट सत्र शांतिपूर्ण तरीके से शुरू हो गया। राज्यपाल के अभिभाषण विरोध की पुरानी परंपरा को तोड़ते हुए विपक्ष ने विरोध की औपचारिकता मात्र निभाते हुए राज्यपाल के अभिभाषण को शांतिपूर्ण तरीके से सुना। मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भी विपक्ष के बदले रुख पर धन्यवाद ज्ञापित करते हुए उम्मीद जताई कि विपक्ष आगे भी शांतिपूर्ण तरीके से सदन चलने देगा।
बुधवार से विधानसभा के बजट सत्र की शुरुआत हो गई। नया इतिहास बनाते हुए विपक्ष ने इस बार बिना विरोध और हो हल्ले के बडी ही शांति से राज्यपाल का अभिभाषण सुना। इतना जरूर रहा कि विपक्ष होने के नाते अभिभाषण की शुरुआत में ही विरोध की औपचारिकता भी निभाई गई। राज्यपाल के अभिभाषण में जहां एक तरफ सरकार का विजन सदन में रखा गया तो वहीं सरकार के क्रियाकलापों का ब्यौरा भी सदन में पेश किया गया। ह
रीश रावत ने राज्यपाल के अभिभाषण के लिए उनका आभार जताते हुए विपक्ष का भी धन्यवाद दिया। बजट सत्र के अभिभाषण की शुरुआत सरकार द्वारा आपदा के बाद किए गए कार्यों से हुई। इसमें प्रदेश के विकास से जुड़ी सरकार की योजनाओं को भी शामिल किया गया। वहीं विपक्ष के इस बदले रुख और विरोध की औपचारिकता पर मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भी चुटकी लेते हुए कहा कि खाने में अगर चटनी नहीं हो तो फिर खाने का आनंद नहीं आता है। हांलांकि सीएम हरीश रावत ने विपक्ष के इस कदम के लिए विपक्ष का धन्यवाद भी दिया। साथ ही यह भी कहा कि विपक्ष गंभीर मुद्दों पर सरकार के साथ खड़ा दिखाई देता है और जहां आवश्यक है वहां आलोचना भी करता है।
सीएम ने कहा कि अगर आज की तरह ही विपक्ष दूरगामी महत्व के विषयों पर एकजुटता दिखाएगा तो मैं मतभेद के क्षेत्रों को भी पाटने के लिए तैयार हूं। सीएम रावत ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि राज्यपाल के अभिभाषण पर भी गंभीर चर्चा होगी और बजट भी शांतिपूर्वक तरीके से सुना जाएगा। सीएम ने कहा कि यदि विपक्ष एक कदम बढ़ेगा तो सरकार चार कदम बढ़ने को तैयार है। उन्होंने कहा कि सरकार ने विकास का जो खाका खींचा है उसे आगे बढ़ाने का कार्य किया जाएगा। हांलांकि राज्यपाल के अभिभाषण को विपक्ष ने झूठ का पुलिंदा करार दिया। नेता प्रतिपक्ष अजय भट्ट ने कहा कि अभिभाषण पूरी तरीके से झूठा। नेता विपक्ष ने कहा कि अभिभाषण पर चर्चा के दौरान भाजपा पुरजोर तरीके से अभिभाषण के बिन्दुओं पर चर्चा करेगी।
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