देहरादून: विगत् दिन देर रात पशुपालन मंत्री, उत्तराखण्ड सरकार, प्रीतम सिंह पंवार एवं नरेन्द्र सिंह रावत, अध्यक्ष उत्तराखण्ड गो सेवा आयोग, की संयुक्त अध्यक्षता में उत्तराखण्ड गो सेवा आयोग, की समीक्षा बैठक पशुधन भवन, मौथरोवाला देहरादून के सभागार में सम्पन्न हुई।
बैठक में कैबिनेट मंत्री श्री पंवार ने निर्देश दिये कि शहरी क्षेत्र में आवारा भ्रमण कर रहे पशुओं को प्रतिबन्धित किया जाये एंव राज्य के नगर निकायों में संचालित कांजी हाऊसों को अतिक्रमण मुक्त कर पशुओं हेतु ही उपयोग में लाया जाये। सदस्यों द्वारा चिन्हित् गौ रक्षकों को आयोग द्वारा पहचान पत्र निर्गत करने का अनुरोध किया गया, जिससे कि गौवंश की रक्षा हेतु पुलिस प्रशासन से सहयोग प्राप्त किया जा सकें। आयोग के सदस्यों द्वारा मंाग की गई कि आयोग स्तर पर समिति गठित कर वन विभाग द्वारा पूर्व में बनाये गये गौ सदनों की जांच करा ली जाये। मा0 मंत्री जी द्वारा शहरी विकास एवं राजस्व विभाग को निर्देश दिये गये कि शहरी/राजस्व क्षेत्र के अन्तर्गत गौचर भूमि को अतिक्रमण मुक्त कराया जाये।
आयोग सदस्यों द्वारा सुझाव दिया गया, कि आयोग कार्याें को सुचारू रूप से सम्पादन करने हेतु आयोग में कार्मिको का ढांचा अतिशीघ्र स्वीकृत किया जाए, जिस पर मा0 मंत्री जी द्वारा सहमति प्रकट की गई। बैठक में मा0 मंत्री जी द्वारा राज्य की विधि विज्ञान प्रयोगशाला (फाॅरेन्सिक लैब) को अधिसूचित करने हेतु अतिशीघ्र कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये।
बैठक मंे अपर मुख्य सचिव डाॅ0 रणवीर सिंह, अधिष्ठाता पन्तनगर महाविद्यालय डाॅ0 जी0के0सिंह, मुख्य अधिशासी अधिकारी उत्तराखण्ड लाईवस्टाॅक डेवलपमैंट बोर्ड देहरादून डाॅ0 कमल सिंह, निदेशक पशुपालन डाॅ0 एस0एस0 बिष्ट, डाॅ0 राकेश कुमार, प्रभारी अधिकारी, गो सेवा आयोग, डाॅ0 सत्यस्वरूप, निबन्धक गौशाला, डाॅ0 अनुपमा शर्मा, एवं आयोग के सदस्य श्री जगदीश गोयल, सुश्री गौरी मौलेखी, श्री नारद जोशी, श्री विरेन्द्र कुमार गर्ग, श्री शंकर दत्त पाण्डेय एवं श्री गणेश दत्त जोशी आदि उपस्थित थे।