देहरादून: मुख्यमंत्री हरीश रावत ने ननूरखेड़ा में 10 करोड़ 25 लाख रूपये की लागत के उत्तराखण्ड प्रारम्भिक शिक्षा निदेशालय के भवन का शिलान्यास किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री रावत ने शिक्षा विभाग को बधाई दी। उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए आशा की कि यह भवन एक स्टेट ऑफ आर्ट रूप में बनें। उन्होंने कहा कि समाज में शिक्षा का महत्व सर्वोपरि है। गुणात्मक शिक्षा में बल देते हुए मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि एक समय केन्द्रीय विद्यालयों व नवोदय विद्यालयों की अधिक मांग थी, किन्तु पिछले कुछ समय से सरकारी विद्यालयों की शिक्षा में ठहराव सा आ गया है। उत्तराखण्ड के शिक्षको को इस ठहराव को तोड़ने का जिम्मा अपने ऊपर लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि शिक्षा में गुणात्मक सुधार के लिए कार्य करने होंगे।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि पिछले कुछ समय से राज्य में शिक्षा की गुणात्मकता में परिवर्तन आया है। पिछले वर्ष परिणामों में तीन प्रतिशत की वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि आज प्रत्येक विद्यालय में शिक्षकों की तैनाती कर दी गई है। अध्यापकों की पदोन्नति में तेजी लाई गई है। उन्होंने शिक्षकों से क्वालिटी एजुकेशन के लिए मिशन मोड में काम करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि शिक्षा पर गुणात्मक सुधार लाने के लिए कोई भी सरकार शिक्षकों की उपेक्षा नही कर सकती है। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि अधिकारी/कर्मचारियों को पर्वतीय व दूरस्थ क्षेत्रों में भी सेवाएं देने के लिए तत्पर रहना चाहिए। पर्वतीय क्षेत्रों में शिक्षकों की कमी को दूर करने के लिए ही सरकार द्वारा अतिथि शिक्षको का विकल्प अपनाना पड़ा था। उन्होंने कहा कि शिक्षा का अधिकार सभी के लिए अनिवार्य है, इसकी अवहेलना सरकार द्वारा नही की जा सकती है। इस कारण ही अतिथि शिक्षत नियुक्त किये गये थे। मुख्यमंत्री श्री रावत ने विद्यालयी शिक्षा में महानिदेशक का पद विभागीय करने के लिए कैबिनेट में विचार करने का आश्वासन दिया।
इस अवसर पर शिक्षा मंत्री मंत्रीप्रसाद नैथानी ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री रावत द्वारा शिक्षा विभाग की अनेक समस्याओं का निराकरण किया गया है। विद्यालयों में शिक्षकों की नियुक्तियों, पदोन्नति व विद्यालयों के उच्चीकरण के कार्य में भी तेजी आई है। उन्होंने कहा कि शिक्षा उन्नयन की सोच को धरातल पर लाने में सफल रहे है।
इस अवसर पर निदेशक माध्यमिक शिक्षा डॉ.आर.के.कुंवर, निदेशक प्रारम्भिक शिक्षा सीमा जौनसारी सहित शिक्षक व अन्य अधिकारी, कर्मचारी उपस्थित थे।