गैरसैंण स्थायी राजधानी, नए जिलों के गठन और इगास की पर्व पर सार्वजनिक छुट्टी सरीखे उत्तराखंड की जनभावनाओं से जुड़े मुद्दों को अपने चुनाव घोषणा पत्र में जगह देने के साथ आम आदमी पार्टी ने मुफ्त वादों का पिटारा भी खोल दिया। आप ने वचन पत्र में युवाओं, महिलाओं, पूर्व सैनिकों समेत हर वर्ग को साधने के लिए लुभावने वादों की झड़ी लगा दी।
कांग्रेस और भाजपा के चुनाव घोषणापत्र आने के बाद सबकी निगाहें आप के घोषणापत्र पर टिकी थीं। उत्सुकता थी कि आखिर दोनों राष्ट्रीय दलों के घोषणापत्रों से आप के चुनावी वादे कितने लुभावने और असरदार होंगे। आप का घोषणा पत्र आया तो अनूठे अंदाज में। उसने कानूनी वचन देकर यह संदेश देने की कोशिश की कि वह वादों को पूरा करने के मामले में कितनी गंभीर, ईमानदार और सच्ची है। चुनावी वादों को पूरा न करने पर मुकदमा दर्ज करने की जनता को आजादी देने का उदाहरण पेश कर आप ने एक तरह से दूसरे राजनीतिक दलों को भविष्य में वादों को निभाने के प्रति जवाबदेह बनाने के लिए एक नैतिक दबाव भी बनाया है।
आप ने वचन पत्र में उत्तराखंड नवनिर्माण के लिए पार्टी का विजन जनता के सामने रखा है। राज्य बनने के बाद भी स्थायी राजधानी नहीं बन पाई है। आप ने गैरसैंण को स्थायी राजधानी बनाने के साथ राज्य को परिसंपत्तियों पर मालिकाना हक, छह नए जिलों का गठन, सशक्त भू-कानून और राज्य आंदोलनकारियों को सरकारी नौकरी में आरक्षण, रामपुर तिराहा कांड, खटीमा, मसूरी, श्रीयंत्र टापू गोलीकांड के दोषियों को सजा दिलाने का वादा कर जनभावनाओं को साधने का प्रयास किया है। इसके साथ उत्तराखंड का लोक पर्व इगास पर सार्वजनिक छुट्टी करने का वादा किया है।
उत्तराखंड की सियासत में तीसरा विकल्प का दावा कर रही आप के एजेंड में युवा, महिलाएं, पूर्व सैनिक के साथ पिछड़ा वर्ग रहा है। कांग्रेस व भाजपा की तुलना में आप ने सरकार बनने पर एक लाख युवाओं को रोजगार देने की गारंटी दी है। वहीं, प्रदेश की आधी आबादी के लिए कई सुविधाएं फ्री देने की घोषणा की है। महिलाओं को सरकारी बसों में मुफ्त यात्रा हो या प्रति माह एक हजार रुपए सम्मान राशि देने का वादा किया। घोषणा पत्र में पार्टी ने भ्रष्टाचार को रोकने के लिए अपना विजन रखा है। लोकपाल बिल लागू करने के साथ जीरो टॉलरेंस की नीति बनाने, राज्य गठन से अब तक हुए सभी घोटालों की जांच कर दोषियों को सजा देने वादा किया।
उत्तराखंड को आध्यात्मिक राजधानी बनाने भी वचन
आप ने हिंदू बहुल उत्तराखंड को हिंदुओं की आध्यात्मिक राजधानी बनाने का वचन दिया है। इसके लिए मिशन तीर्थाटन परियोजना लागू की जाएगी। चारधाम यात्रा सर्किट में पंचकेदार व पंच बदरी को शामिल किया जाएगा। स्वर्ण रोहिणी दर्शन का नया सर्किट बनाया जाएगा। गढ़वाल व कुमाऊं मंडल के सभी पौराणिक व ऐतिहासिक धार्मिक स्थलों को भव्य स्वरूप देकर श्रद्धालुओं में बेहतर सुविधाएं दी जाएगी।
उत्तराखंड में ईमानदार सरकार बनाएंगे, काम करके दिखाएंगे : केजरीवाल
आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि उत्तराखंड में ईमानदार सरकार बनाकर काम करके दिखाएंगे। प्रदेश की जनता ने कांग्रेस व भाजपा को 10-10 मौका दिया, लेकिन दोनों दल कुछ नहीं कर पाए। आप को एक मौका मिलता है तो हम कर दिखाएंगे।
शुक्रवार को केजरीवाल ने उत्तराखंड के पूर्व सैनिकों के लिए संदेश में कहा कि फौज में 15-20 साल नौकरी करने के बाद एक सैनिक रिटायर हो जाता है और नौकरी ढूंढने के लिए दर-दर की ठोकरें खाता है। एक रिटायर फौजी देशभक्त के साथ मेहनती व अनुशासित होता है। प्रदेश में आप की सरकार बनने पर हम सभी पूर्व सैनिकों को सीधे सरकारी नौकरी देंगे। उन्हें उत्तराखंड के पुनर्निर्माण में शामिल करेंगे। दिल्ली की दर्ज पर शहीद सैनिकों के परिजनों को एक करोड़ रुपये की सम्मान राशि दी जाएगी। पांच साल में इतना काम करेंगे कि उत्तराखंड के लोग दूसरे दलों को भूल जाएंगे। केजरीवाल ने कांग्रेस व भाजपा के समर्थकों से भी इस बार आप को मौका देने की अपील की है।
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