कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि उत्तराखंड में सरकार बनने के बाद पुलिस विभाग में महिलाओं को 40 फीसदी आरक्षण देंगे। कहा कि आज देश महंगाई और बेरोजगारी से जूझ रहा है। किसानों के लिए काले कानून लाकर सरकार ने अपने चहेते दो उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाने की कोशिश की, लेकिन उनके मंसूबे कामयाब नहीं हुए। प्रियंका ने नोटबंदी, जीएसटी, महंगाई और रोजगार के मुद्दे पर केंद्र और राज्य सरकार को घेरा। इससे पूर्व प्रियंका गांधी ने शहीद स्मारक पर उत्तराखंड राज्य के शहीद आंदोलनकारियों को नमन किया और श्रद्धांजलि दी।
सीएम से लेकर पीएम तक अपने विकास और उद्योगपति मित्रों के बारे में सोच रहे
शनिवार को थारु राजकीय इंटर कॉलेज परिसर में आयोजित जनसभा में प्रियंका गांधी को प्रदेश के कार्यकारी अध्यक्ष और पार्टी प्रत्याशी भुवन चंद्र कापड़ी, नानकमत्ता के प्रत्याशी पूर्व विधायक गोपाल सिंह राणा व खटीमा पालिकाध्यक्ष सोनी राणा ने स्मृति चिह्न, थारु समाज की ओर से डलिया आदि हस्तनिर्मित उत्पाद भेंटकर व शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया। प्रियंका ने कहा कि देश में गैस सिलिंडर, तेल और खाने पीने का सामान बेतहाशा महंगा हो गया है। जनता के अधिकार छीने जा रहे हैं। नौजवानों से रोजगार छीना जा रहा है। प्रदेश और देश को लूटा जा रहा है। विकास न करने वाले नेता आज धर्म की बात कर जनता को गुमराह कर रहे हैं। नेता का धर्म जनता की सेवा और विकास करना होता है। सीएम से लेकर पीएम तक अपने विकास और उद्योगपति मित्रों के बारे में सोच रहे हैं।
सरकार ने काम किया होता तो विकास दिखता। प्रदेश में रोजगार न होने की वजह से पलायन हो रहा है, जबकि यहां हिमालय के साथ ही प्राकृतिक सुंदरता है। पर्यटन के अवसर हैं। उत्तराखंड में हुनर है, लेकिन रोजगार के साधन नहीं हैं। यहां से लोग बाहरी राज्यों में रोजगार के लिए जा रहे हैं। कोरोना आया तो लॉकडाउन लगाकर बसें और ट्रेन बंद कर दीं और लोगों को बेसहारा छोड़ दिया। कहा कि केंद्र सरकार रेलवे, बीएचयू जैसी संस्थाओं को बेचने जा रही है। देश के सभी बंदरगाह, हवाई अड्डे अडानी अंबानी को बेच दिए गए। सारी नीतियां अडानी-अंबानी के पास हैं। पीएम के दो मित्रों के लिए नीतियां चल रहीं हैं। बजट में गरीब, किसान, मध्यम वर्ग के लिए कोई नीति नहीं होती है, जबकि लघु व्यापारी देश की रीढ़ हैं।
सीएम की विधानसभा का भी बुरा हा
पिछले पांच साल में इन व्यापारियों का व्यापार बंदी के कगार पर पहुंच गया है। प्रदेश तो छोड़िए, सीएम की विधानसभा का भी बुरा हाल है। किसानों को गन्ना, गेहूं और धान की फसलों का सही मूल्य नहीं मिलता। किसान संघर्ष कर रहा है। किसान एक साल तक आंदोलन करते रहे। ऐसे कानून लाए जा रहे थे कि मेहनत करे किसान और कमाई उद्योगपतियों की हो। आंदोलन के दौरान न पीएम और ना ही मंत्री ने किसी से पूछा। चुनाव आने से पहले किसान कानून रद्द कर दिए। हमने पूछा कि शहीद किसानों के परिवारों के लिए सरकार क्या करेगी तो सरकार कह रही है कि शहीद किसानों की सूची ही नहीं है, ऐसे में सरकार क्या मदद करेगी। इस सरकार की नीयत समझ लो। लावारिस पशुओं की समस्या सुलझाने के लिए कुछ नहीं किया। प्रदेश के विभिन्न सरकारी विभागों में 28 हजार पद खाली पड़े हैं, लेकिन सरकार ने उन्हें नहीं भरा। इससे युवा बेरोजगार है।
प्रियंका ने गिनाईं प्राथमिकताएं
प्रियंका ने कहा कि उत्तराखंड संस्कृति व परंपराओं को बनाए रखेंगे। सरकार बनते ही चार लाख युवाओं को रोजगार देंगे। पर्यटन के क्षेत्र में विकास के नए रास्ते खोलेंगे। प्रदेश की महिलाओं को सरकारी बसों में मुफ्त यात्रा कराएंगे। सिलिंडर पांच सौ रुपये से ज्यादा का नहीं होगा। 40 हजार रुपये सालाना गरीब परिवारों को देंगे। पूर्व सैनिकों के लिए पूर्व सैनिक कल्याण आयोग का गठन किया जाएगा। हमें राजनीति को बदलना है और विकास की राजनीति बनाना है। कांग्रेस ने पहले भी करके दिखाया और अब भी जहां-जहां कांग्रेस की सरकार है, वहां कर भी रही हैं। कहा कि देश के प्रति जिम्मेदारी दिखाओ और उसी पार्टी को चुनो जो विकास की बात करती हो।
उन्होंने जनता से अपने बच्चों के भविष्य को बनाने के लिए कांग्रेस के प्रत्याशी भुवन कापड़ी व नानकमत्ता के प्रत्याशी गोपाल सिंह राणा को भारी मतों से जिताने की अपील की। वहां कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव, जिलाध्यक्ष जितेंद्र शर्मा, एमपी के विधायक कुणाल चौधरी, महिला कांग्रेस की जिलाध्यक्ष रेखा सोनकर, मेहंदी हसन, महेश जोशी, दान सिंह राणा, देवेंद्र जुनेजा, रंजीत सिंह नामधारी, दलजीत सिंह गोराया, राशिद अंसारी, अरविंद कुमार, वहीदउल्ला खां, विजय शंकर यादव, रवीश भटनागर, उमेश राठौर बॉबी, कुंवर सिंह खनका, जगविंदर सिंह पप्पू, सुखराम मौर्य, अरुण सक्सेना, देवेंद्र कन्याल, नासिर खान, विक्रम सिंह बुंगला, धरम सिंह दसौनी, बीना राणा आदि थे।
उत्तराखंड की बहनों में बड़ी शक्ति
श्रीनगर में प्रियंका गांधी ने बदरीनाथ-केदारनाथ के जयकारों से संबोधन की शुरुआत की। कहा कि उत्तराखंड की बहनों में बड़ी शक्ति है। महिलाएं सक्षम बने, सशक्त बने यहीं हमारा सपना है। कहा कि राज्य में सबसे बड़ी समस्या बेरोजगारी है, दूसरी समस्या मंहगाई और तीसरी स्वास्थ्य सुविधाओं का न होना। भाजपा की सरकारें अमीरों के लिए चलती हैं और मंहगाई का बोझ महिलाएं उठाती हैं। पहाड़ में गैस सिलिंडर 2000 रुपए का पड़ता है।
भाजपा सरकार ने यहां की जनता के लिए कुछ नहीं किया है। यहां खाली पदों को भरने के लिए कुछ नहीं किया गया। जनता पर नोटबंदी और जीएसटी को थोपा गया। जिससे छोटे व्यापारियों की कमर टूट गयी। दो लोगों को देश की कंपनी बेची जा रही हैं। देश के बजट में स्वास्थ्य शिक्षा के लिए आवंटन नहीं बढ़ाया गया है। भाजपा स्थिर सरकार चलाने के लायक नहीं है। उनके राज में सिर्फ भाजपा के नेताओं और इनके उद्योगपतियों का विकास हुआ है।किसानों को दबाने वाले मंत्री पुत्र को रिहा करवाया जा रहा है। मुख्यमंत्री धामी के क्षेत्र में सड़कों में गड्ढे हैं।
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