नई दिल्ली: नई दिल्ली स्थित उत्तराखण्ड सदन में दो दिवसीय सेब प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। जिसका उद्घाटन मा0 उद्यान मंत्री डाॅ0 हरक सिंह रावत द्वारा किया गया।
इस अवसर पर राज्य के सेब उत्पादक, उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग एवं उत्तराखण्ड औद्योनिक विपणन बोर्ड द्वारा विभिन्न जनपदों की सेब की उत्कृष्ट प्रजातियों (रेड डेलिशियस, रायल डेलिशियस, गोल्डन, रिया रेड, व अन्य) प्रजातियों के सेबों का प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शनी के उद्घाटन के उपरान्त फलों को जनसामान्य को क्रय हेतु उपलब्ध कराया गया। ए श्रेणी के उत्तराखण्ड के सेब 60 रू. किलो व बी श्रेणी के 50 रूपये किलो की दर से विक्रय किया गया। उपरोक्त बिक्री व्यवस्था के अन्र्तगत उत्पादक एवं उपभोक्ता को एक दूसरे से सीधे जोडने का प्रयास विपणन परिषद् द्वारा किया गया, जिससे उत्पादक एवं उपभोक्ता दोनो ही लाभान्वित होंगें। किसानों को सीधा लाभ इस व्यवस्था से मिलेगा। बिचैलियो की भूमिका खत्म होगी। कृषि एवं उद्यान मंत्री हरक सिंह रावत ने बताया कि ये राज्य में पहली बार है कि आम के सीजन में उत्तराखण्ड में मैंगो डे तथा बीती 9 सितम्बर को राजधानी देहरादून में एप्पल डे मनाया गया। जिसके बाद मुख्यमंत्री व कृषि मंत्री ने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिये कि उत्तराखण्ड के सेब व अन्य फसलों को अब राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाना राज्य सरकार की प्राथमिकता है। इसी के लिए कृषि मंत्रालय ने राज्य के इतिहास में पहली बार अपने सेबों को दिल्ली मार्किट में पहचान दिलाने के उद्देश्य से दिल्ली में उत्तराखण्ड के सेब की प्रदर्शनी का आयोजन किया है। प्रदर्शनी के उद्घाटन के बाद मुख्यमंत्री हरीश रावत खुद दिल्ली पहंुचकर अपने यहां के विभिन्न क्वालिटी के सेबों को प्रमोट करेंगे। कृषि मंत्री ने बताया कि राज्य के किसानों के हित को दृष्टिगत रखते हुए फलों को उत्तराखण्ड से दिल्ली पहुंचाने ट्रांसपोर्टेशन का खर्च भी सरकार द्वारा वहन किया जायेगा। साथ ही प्रदेश में उत्पादित सेब फलों की उचित ब्राडिंग भी हुई। परिषद् द्वारा पर्याप्त मात्रा में ब्रिकी हेतु फलों की व्यवस्था की गई है।