देहरादून: शनिवार को बीजापुर हाउस में उत्तराखण्ड होटल एसोसिएशन के प्रतिनिधिमण्डल ने मुख्यमंत्री हरीश रावत से भेंट कर इस वर्ष की सफल चारधाम यात्रा के लिए बधाई दी। एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा चारधाम यात्रा की जिस प्रकार व्यवस्थाएं की गईं, उससे बड़ी संख्या में श्रद्धालु यहां आए।
इससे राज्य में पर्यटन व्यवसाय में फिर से तेजी आई है। मुख्यमंत्री ने प्रमुख सचिव पर्यटन डा.उमाकंात पंवार को निर्देश दिए कि जो होटल अपने यहां सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट लगाते हैं उन्हें ऋण देने की योजना तैयार की जाए।
मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि राज्य की आर्थिकी चारधाम यात्रा से जुड़ी है। इस वर्ष केदारनाथ धाम को पुनः विकसित किया गया। यात्रियों की सुरक्षा व सुविधाएं सुनिश्चित की गईं। सड़कों पर विशेष रूप से ध्यान दिया गया। अगले वर्ष पूरा प्रयास किया जाएगा कि भूस्खलन के लिए प्रमुख संवेदनशील क्षेत्रों का ट्रीटमेंट कर दिया जाए। हम वर्ष भर चारधाम यात्रा के कन्सेप्ट पर काम कर रहे हैं ताकि हमने जो इतना भारी निवेश किया है उसका लाभ राज्य के लोगों का हो सके। शीतकाल में हाॅस्पीटेलिटी के लिए जीएमवीएन व केएमवीएन के लोगों को ट्रेंड किया जा रहा है।
एसोसिएशन के पदाधिकारियों द्वारा हाउस टेक्स की नई दरों को अव्यवहारिक बताए जाने पर मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि इसका परीक्षण किरवाया जाएगा। दरें इस प्रकार की होंगी जिससे नगर निगम भी नुकसान में न रहें और होटल व अन्य सेवा क्षेत्र की इंडस्ट्री भी चलती रह सकें। मुख्यमंत्री ने कर संबंधी प्रक्रियाओं को सरलीकृत किए जाने की बात भी कही। उन्होंने प्रमुख सचिव पर्यटन डा.उमाकंात पंवार को निर्देश दिए कि जो होटल अपने यहां सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट लगाते हैं उन्हें ऋण देने की योजना तैयार की जाए। चारधाम यात्रा मार्ग पर कुछ स्थान सराय के रूप में चयनित कर वहां बिजली, पानी व अन्य आवश्यक सुविधाएं विकसित की जाएं। ताकि वहां स्थानीय लोग अपने होटल व्यवसाय प्रारम्भ कर सकें। चारधाम यात्रा मार्ग पर स्थित होटलों का लक्जरी टैक्स भी माफ किया जाएगा।